Tag: खून

कमसिन कामिनी की चुदाई का मजा

मैं उसे बहुत चाहता था लेकिन डर के मारे कभी कुछ कह न सका। वैसे मेरे घर वाले और उसके घर वाले काफी करीब थे, लेकिन हम दोनों की जातियां अलग थीं। मैं ब्राह्मण परिवार से हूँ और वो राजपूत है। उसका घर मेरे घर के पास में था, मैं उसके घर कुछ काम से […]

सामने वाली खिड़की में

मैं अपने पी. जी. के बारे में बता दूँ, मेरा पी. जी. दिल्ली के जनकपुरी में है। पी. जी. कोने वाले घर में है, जो मकान मेरे सामने दूसरी ओर है उसमें लड़कियों का पी. जी. है। उस पी. जी. की लड़कियाँ इतनी बेशरम थी कि कभी भी परदा नहीं करती थी। वो वहीं खिड़की […]

पूनम की बुर का भोसड़ा

पूनम में कोई गुण न था.. पर एक चीज थी जो उसे सारी लड़कियों से श्रेष्ठ बनाती थी। जहाँ पूनम के मोहल्ले की सारी लड़कियाँ शादी से पहले ही लण्ड खा चुकी थीं और अपनी बुर का भोसड़ा पहले ही बनवा चुकी थी, वहीं पूनम अभी कुंवारी थी। जहाँ बाकी लड़कियाँ बड़ी बेबाक थीं और […]

मैंने पूजा को दर्द दिया

मेरा नाम मोहित है, लखनऊ का रहने वाला हूँ। मैं पिछले साल से अपने एक अजीज दोस्त राहुल (बदला हुआ नाम) के साथ एक ही कमरे में रहता हूँ। वैसे तो मेरा घर भी यहीं है लेकिन मेरे घरवालों की तरफ से राहुल के साथ रहने की खुली छूट है क्योंकि राहुल बहुत ही सीधा […]

गोरी की कोरी चूत की चुदाई

इसलिए मेरे पास लड़कियाँ गणित के प्रश्न पूछने आती थीं। मैं शुरू से थोड़ा शर्मीला था.. इसलिए मेरी कोई गर्ल-फ्रेंड नहीं थी। लेकिन एक दिन मेरे साथ ऐसी घटना घटी जो मेरी जिन्दगी की सबसे यादगार घटना है। हमारी क्लास में एक लड़की ने नया दाखिला लिया था। वो बहुत खूबसूरत थी.. उसका फिगर 32-28-32 […]

जादुयी जेली का कमाल

अब मैं अपनी दास्तां सुनाती हूँ। मेरा नाम रितु झा है और मैं 19 वर्ष की हूँ और यह बात पहले की है। मेरे पड़ोस में मेरे पापा के दोस्त रमेश गुप्ता रहते थे, उनकी बेटी पूजा मेरी सहेली भी थी। मैं रोज शाम को उनके घर पर पूजा के साथ खेलने और अंकल से […]

मेरे पति का छोटा सा लण्ड-1

मेरी शादी को दो साल हो चुके है, मेरे पति का नाम रजत है। मैं बहुत ही सेक्सी हूँ, जब मेरी शादी हुई थी तब मैं एकदम दुबली-पतली थी, लेकिन अब कुछ मोटी हो गई हूँ, पर आज भी मैं बहुत ही ज़्यादा सेक्सी हूँ और खूब मज़े ले-ले कर चुदवाती हूँ। मेरी उम्र अब […]

मेरी जिन्दगी चुदाई-प्रेक्टिकल की लैब-2

पिछली कहानी में आपने पढ़ा था कि मुझे अपनी पड़ोस की एक आंटी चोदने के लिए मिल गई थी और वो मुझसे पट गई थी। जब भी मेरा मन होता था और आंटी अकेली होती थी तो मैं उसको चोद कर अपनी चुदाई की भूख मिटा लेता था। अब आगे.. मुझको धीरे-धीरे आंटी की बुर […]

मेरे लण्ड का कौमार्य-2

मैंने दरवाजा खोल कर देखा तो नीता बाहर खड़ी थी। मेरे दरवाजा खोलते ही वो अन्दर आ गई और मेरी रज़ाई में घुस गई। मैंने पूछा- क्या इरादा है? तो वो बोली- इस शिवानी ने मेरी नींद खराब कर दी.. अब मुझे नींद नहीं आने वाली.. तुम्हें नींद आ रही है? अब तक 3 बज […]

जीना इसी का नाम है-10

शादी की डेट आ गई थी, कुसुम ओर उसकी सहेलियों ने मेरे शादी की शापिंग की और उस शहर के हिसाब से मेरी कुसुम के साथ शादी हो गई। सुहागरात मेरे घर में ही सुहागरात का कमरा सजाया गया, मेहमानों से निपट कर मैं रात के एक बजे कुसुम से मिलने आ गया। वो जाग […]