इस पर उन्होंने कहा- देखो आज तुम्हें किसी ने नहीं देखा ! कल किसी मर्द को अपने सेक्सी बदन का ज़रा सा नमूना दिखाओ ! इससे और ज्यादा मज़ा आएगा ! मैंने कहा- ऐसा कैसे? मैं किसे अपना बदन दिखाने जाऊँगी? उनसे बातें करते करते मुझे अपनी दाईं चूची पर जलन महसूस हुई तो मैं […]
Tag: अंग प्रदर्शन
डर और दर्द में भी मज़ा है
मैं अकेली अपना समय कैसे बिताती हूँ, मेरे सिवा कौन जान सकता है! ऐसे में अपना अकेलापन काटने के लिए मैंने अपने पति की अनुमति से एक नवयौवना छात्रा को अपने घर में पेईंग गैस्ट रख लिया। अरे यह मैं भी क्या बातें करने लगी! ये बातें फ़िर कभी! तो मैं अपने पूरे वस्त्र हटा […]
पर पुरुष समर्पण-1
उन्होंने मुझे 2-4 दिन चुप बैठने को कहा। अगले दिन उसका गुड मॉर्निंग का मैसेज आया। मैंने कोई उत्तर नहीं दिया। हर सुबह उसका मैसेज आता पर मैंने कभी उत्तर नहीं दिया। फ़िर एक दिन उसका फ़ोन आया, कहने लगा- मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ। मैंने कहा- कहो! पर पहले यह बताओ कि उस […]
जूही और आरोही की चूत की खुजली-10
पिंकी हैलो दोस्तो कैसे हो.. मज़ा आया न.. पिछले भाग में..! अब आपको पता चल जाएगा कि पिंकी किसी की कहानी की नकल नहीं करती। कुछ दोस्तों ने कहा कि ऐसी बहुत कहानियाँ पढ़ चुके हैं, जिनमें बहन को मॉडल बनाने के बहाने चोदना आदि हो, लेकिन दोस्तो, मैंने शुरूआत वैसे की जरूर है, पर […]
जूही और आरोही की चूत की खुजली-12
पिंकी हैलो दोस्तो, कैसे हो.. मज़ा आया न..! अब आपको धीरे-धीरे आरोही की बर्बादी की तरफ ले जाती हूँ। आप कहानी का आनन्द लीजिए। अब तक अपने पढ़ा… राहुल अपने घर में अन्ना से आरोही को मिलाने के बाद फिर उसको चोदता है और शाम को उसे घर छोड़ आता है। राहुल आरोही से पूछता […]
अंधी चाहत-1
भीगी सफ़ेद साड़ी
खैर वापस अपनी कहानी पर आते हैं। जब मैं इर्ष्या की अग्नि में जल गई उस हीरोइन से तो मैंने भी सोच लिया कि अगर इनकी आअह्हह को आआअह्ह ह्ह्ह्ह्ह में ना बदला तो मेरा भी नाम रीमा नहीं। हम घर वापस आये, रात काफी हो चुकी थी, हमने खाना खाया और फिर हम सोने […]
मेरी चालू बीवी-120
मामाजी- पर बता तो कि कैसे… अंकुर कहाँ होता था और वो कैसे मौका निकालता था? सलोनी- अहहा अह्ह उम्म… ओह हाँ… बताती हूँ… अह अह्हा… और मैं अपने लण्ड को रानी की चूत में डाले हुए केवल उसकी चूत के पानी की गर्मी का मजा ले रहा था, मेरा लण्ड इस कदर टाइट था […]
डाक्टर जी, मेरा इलाज कर दो
एक बड़ी सी हवेली थी ज़मींदार की, जो गाँव का सरपंच भी था। जब मैं चार्ज लेने पहुँचा तो देखा वहाँ पर डॉ बलविंदर सिंह थे। हम दोनों ने साथ साथ ही एमबीबीएस की थी, पर हम दोनों दोस्त नहीं थे। पर यहाँ पे तो बस वही थे जिन्हें मैं जानता था। तो चार्ज लेने […]
दीपिका बनी मेरे लौड़े की प्रेमिका-1
मैंने दीपिका को फ़ोन करके मेरे आने की खबर बताया, तो वो बहुत खुश हुई और बोली- मेरे फ्लैट पर ही आना.. मैं वहीं रहने का बंदोबस्त करूँगी। मैंने पिछली बार उसे मेरी शादी पर ही देखा था जिसको अभी 2 साल हो गए थे। जब मैं जयपुर पहुँचा तब वो रेलवे स्टेशन पर मुझे […]