Tag: लंड चुसाई

पुलिस चौकी में मेरा एनकाउंटर

फिर सोचा, कहीं घूम आती हूँ। तो खुद भी तैयार हुई, बेबी को भी तैयार की और अपनी बाई कमला को साथ लेकर बाज़ार चली गई, बेवजह इधर उधर घूमती रही, चाट पपड़ी, गोल गप्पे, ये वो खा कर, फालतू का सामान खरीद कर घर वापिस आ गई, मगर बोरियत ने पीछा नहीं छोड़ा। बड़ी […]

नौकर के बेटे की वासना भरी निगाहें-1

इसी लिए मुझे शक है कि मेरी बेटी का भी कोई न कोई बॉयफ्रेंड ज़रूर होगा, जिस पर वो अपनी खूबसूरत जवानी लुटवाती होगी। मतलब यह कि हमारे घर सेक्स कोई प्रतिबंधित चीज़ नहीं थी। सबको पता था कि हर कोई किसी न किसी को चोद रहा है, या किसी न किसी से चुदवा रही […]

पेयिंग गेस्ट से कामवासना की तृप्ति-2

मैं उसको बिल्कुल विरोध नहीं कर रही थी तो सुहास का डर कम हो रहा था। उसका हाथ मेरे कड़े हुए निप्पस को छेड़ रहा था। उसने अपने हाथ से मेरे स्तनों का नाप लेने की तैयारी शुरू कर दी। मुझे समझ में ना आये, इतना वह मेरे दोनों स्तन पर हाथ स्पर्श करने लगा। […]

वासना के पंख-1

उत्तरार्ध (Sequel) में मूल कहानी को आगे बढ़ाया जाएगा लेकिन वो काफी बाद की बात है उसे भविष्य के लिए छोड़ देते हैं और अभी इतिहास के पन्ने पलटते हैं। लंगोटिया यारी बात 1977 की है जब भारत के उत्तरी भाग के किसी गाँव में दो परिवार रहते थे। पड़ोसी तो वो थे ही लेकिन […]

वासना के पंख-3

कुछ ही दिन में प्रमोद को भी लगने लगा कि वो अब मोहन के साथ उतना समय नहीं गुज़ार पा रहा था और जो मस्ती वो पहले किया करते थे वो काफी कम हो गई थी। मोहन को भी अपनी पत्नी को समय देना ज़रूरी था और फिर एक विषम-लैंगिक पुरुष को तो स्त्री के […]

अनजानी दुनिया में अपने-3

लगभग 3 घंटे बाद हम लोग कोटा पहुँच चुके थे, दोनों ने काफी समय बाद शहर देखा तो दोनों उत्सुक हो रही थी. आखिर हम मेरे फ्लैट पर पहुँच गए. मैंने दरवाजा खोला और दोनों को अंदर जाने के लिए बोला, उनके जाने के बाद मैं अंदर आया। अंदर आते ही दोनों को कुर्सियों पे […]

छोटी गलती के बाद की और बड़ी गलती

मेरा नाम परमजीत कौर है और मैं इस वक़्त 45 साल की हूँ। मेरे दो बच्चे हैं, एक लड़का और एक लड़की। शादी के करीब 15 साल बाद जब मैं करीब 35 साल की थी, तब मेरे पति की ज़्यादा शराब पीने से मौत हो गई। और पति के मरने के बाद मैं अपने ही […]

बस का सफर और प्यासी जवानी का साथ

कहते हैं कि ऊपर वाला जब भी देता है तो छप्पर फाड़ के देता है. मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ. मैं जिस दिन हॉस्टल में दाखिला लेने के लिए घर से निकला, उस दिन पापा की जरूरी मीटिंग थी. इस वजह से मुझे बस से अपना सफर तय करना पड़ा. पर यह मेरे जीवन […]

मेरी कामवासना तेरा बदन

तुम तुम्हारे घर में अकेली थीं. सब्जी की टोकरी हाथ में थी. तुम्हारा रूप देखकर मुझे रहा नहीं गया. मैंने हल्के से तुम्हारे गालों को प्यार से छूकर अपने होंठों से चुम्बन लिया. तुमने रूमानी क्रोध से मुझे देखकर मुझ पर ग़ुस्सा किया, लेकिन तुम्हारी आंखें कुछ और ही कह रही थीं, जैसे आओ ना […]

लेडी डॉक्टर की गांड फाड़ चुदाई

मेरे बड़े पापा के घर भी मेहमान आए हुए थे तो टेस्ट-रिपोर्ट करवाने हम लोग शाम के 7 पहुंच पाए. जब हम पहुंचे तो वहां पर 2-3 पेशेंट ही बैठे थे। आखिर में मेरा ही नम्बर था. जब मेरी बारी आयी तो वहां पर मेरा भाई और वो डॉक्टर ही थे. जब डॉक्टर ने कहा […]