Tag: बहन की चुदाई

एक भाई की वासना -24

फैजान चुप हो गया.. और मैंने हाथ अन्दर डाल कर उसके लण्ड को अपने हाथ में ले लिया। उसका लंड आहिस्ता-आहिस्ता खड़ा हो रहा था और मैंने उसे सहलाते हुए आहिस्ता-आहिस्ता मुकम्मल तौर पर खड़ा कर दिया। साथ-साथ मैं उसकी गर्दन को भी चूम रही थी और अपनी चूचियों को उसकी बाज़ू पर रगड़ रही […]

एक भाई की वासना -32

अब जैसे ही मैंने उसके साथ अपने आप को चिपकाया.. तो जाहिरा की चूचियों ने मेरी चूचियों के साथ रगड़ना शुरू कर दिया। अब हम दोनों खूबसूरत लड़कियों के जिस्म के ऊपरी हिस्से बिल्कुल नंगे हो रहे थे। जाहिरा को भी जब मज़ा आने लगा.. तो उसने भी अपनी बाज़ू मेरी कमर के गिर्द कस […]

सविता बहन की रिबन कटाई

बात तब की है जब मैं सिर्फ 18 साल की कमसिन कली थी, घर में मैं, बड़ा भाई जो मुझसे सिर्फ 2 साल ही बड़ा था और मम्मी और पापा ही थे बस। घर में हम दोनों भाई बहन का एक ही रूम था जिसमें हम दोनों की पढ़ने की जगह और दो अलग अलग […]

एक भाई की वासना -29

फैजान जाहिरा के नंगे जिस्म की तरफ देखते हुए बोला- यार आज मौसम इतना प्यारा हो रहा है.. आज तो साथ में कुछ मीठा भी होना चाहिए.. मैंने मुस्करा कर फैजान की तरफ देखा और बोली- बेफिकर रहिए आप.. आज आपका मुँह भी मीठा करवा ही देंगे.. क्यों जाहिरा.. जैसे ही आखिरी बात मैंने जाहिरा […]

रेलगाड़ी में भाई बहन की अधूरी चुदाई

जब मैं स्टेशन पर शाम को पहुँचा तो देखा कि मामा-मामी और उनकी बेटी तीनों लोग मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे। मैं उनसे मिला और बातें की क्योंकि अभी ट्रेन में टाइम था। हम दोनों ने ट्रेन में अपना सामान रखा, मेरी सीट ऊपर थी इसलिए हम दोनों को कोई दिक्कत नहीं हुई। शाम […]

एक भाई की वासना -35

उसने जाहिरा की तरफ ही करवट ली हुई थी और यक़ीनन उसका लंड अपनी बहन की जाँघों से टकरा रहा था। जाहिरा की चूची एक बार फिर से फैजान की नज़रों के सामने नंगी हो गई थी। फैजान वहीं पर नहीं रुका और फिर दूसरी चूची को भी बाहर निकाल लिया। वो कमरे में हो […]

एक भाई की वासना -34

अब आगे लुत्फ़ लें.. क्योंकि अब तो फैजान और भी खुल गया हुआ था और रात भी पूरी बाक़ी थी। डिनर के बाद अभी फैजान टीवी पर कोई न्यूज़ शो देख रहा था कि मैंने जाहिरा का हाथ पकड़ा और उसे बेडरूम में ले आई और बत्तियाँ बुझा कर दोनों बिस्तर पर लेट गए, मैंने […]

एक भाई की वासना -33

वो मेरी बेवक़ूफी पर हंस रहा था कि मैं कैसा बच्चों वाला खेल खेलने को कह रही हूँ। जबकि वो उस बच्चों वाले गेम में भी अडल्ट्स वाला मज़ा लूटने के चक्कर में था। लेकिन जाहिरा थोड़ा झिझक रही थी। मैंने अन्दर से एक दुपट्टा लाकर फैजान की आँखों पर बाँध दिया और बोली- जाहिरा, […]

एक भाई की वासना -40

फैजान- यार एक किस तो कर दो इस पर.. जाहिरा- नहीं भैया.. अभी नहीं करूँगी। फैजान- प्लीज़्ज़.. मेरी प्यारी सी बहना हो ना.. तो जल्दी से एक बार कर दो.. जाहिरा- भैया आप बहुत ही ज़िद्दी और बेसब्र हो। यह कहते हुई वो नीचे को झुकी और अपने हाथ में अपने भैया का लंड पकड़ […]

एक भाई की वासना -39

फिर मैंने अपनी ज़ुबान की नोक बाहर निकाली और आहिस्ता आहिस्ता ऊपर से नीचे को अपनी ज़ुबान को उसकी चूत की लकीर पर फेरने लगी। अब जाहिरा की चूत ने और भी पानी छोड़ना शुरू कर दिया था। अपनी दोनों हाथों की एक-एक उंगली जाहिरा की चूत के बाहर के फलकों पर रख कर आहिस्ता […]