Tag: झाँट

नारी की सेवा दिलाएगी मेवा

सबसे पहले तो पुरुष इसे अपनी तौहीन न समझे और नारी इसे अपना अधिकार न समझे.. यह सिर्फ एक फोरप्ले जैसा ही है। पुरुष को शुरू से ही.. मतलब किशोर अवस्था से ही नारी को नग्न देखने की बहुत तेज उत्कंठा होती है। इसी वजह से नग्न नारी के जिस्म को दर्शाने वाली पत्रिकाएं.. फिल्में.. […]

यौन परिकल्पना सेक्स फ़ैंटेसी-3

यह एक रोमांटिक फैन्टसी है, और सुनीता ने जब यह प्यारी सी रोमांटिक फैन्टसी मुझे डिटेल में सुनाई तो मैंने इसे आप लोगों के लिए लिखने का फैसला कर लिया। इसे मैं उसी के शब्दों में लिखता हूँ तो आप लोगों को पढ़ने में मज़ा आएगा। ‘हाय अरुण, मेरा नाम सुनीता है, मेरी उम्र 25 […]

ऋतु और मुक्ता की मस्तियाँ

मैंने सोचा कि अगर अपनी कल्पना से ही कहानी लिखनी है तो क्यों न सच बोल कर ही क्यों न लिखा जाए, इससे पाठकों के साथ धोखा भी नहीं होगा। इसलिए मैं आपको पहले ही बता दूँ कि यह कहानी कपोल-कल्पित है और सिर्फ़ अन्तर्वासना के पाठकों के मनोरंजन के लिए लिखी गई है। तो […]

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-10

नाश्ता करने के बाद मैं ऑफिस जाने लगी तो नमिता अमित से मुझको ऑफिस ड्रॉप करने के लिये बोली, अमित की तो मानो मन की मुराद पूरी हो गई, वो सहर्ष तैयार हो गया। फिर मेरा भी मना करने का सवाल ही नहीं उठता था, मैं अमित के साथ चल पड़ी। रास्ते में एक रेस्टोरेन्ट […]

सरदी में गरमी

उनका गाँव बहुत छोटा सा है, लेकिन हमारे फूफाजी वहाँ के सम्मानीय व्यक्ति हैं। हमारी बुआ के यहां ससुर के समय की बनाई गई लखौरी ईटों की पुरानी दो मंजिल की बड़ी सी हवेली है। गाँव के आधे से अधिक खेत और बाग उन्हीं के हैं। लेकिन अब सन्नाटा रहता है। बुआ के तीन बेटे […]

भाई की साली की चूत चुदाई -2

अब लड़की लड़के का लंड चूस रही थी। वो इस सीन को अच्छे से देख रही थी, मैंने उससे कहा- इसमें भी मजा आता है ! करोगी ऐसे? उसने कुछ नहीं बोला और उसमें चुदाई चालू हो गई। हमारी नहीं मोबाइल में चल रही फिल्म में। और उसने कस के मेरा लंड पकड़ लिया। बच्चे […]

मामी की अन्तर्वासना

पिछले साल की बात है जब मामा के ठेकेदार की एक आधी बनी हुई बिल्डिंग की दुर्घटना में वह घायल हो कर दो माह अस्पताल में दाखिल रहे तब मम्मी के कहने पर मैं मामा-मामी की सहायता के लिए उन्हीं के घर पर रहा। मामी दिन में जब घर जाती थी तब मैं मामा के […]

बदलते रिश्ते -3

अनीता को अब यह सब बर्दाश्त के बाहर होता जा रहा था, जब रामलाल ने भांपा कि अब अनीता उसका बिल्कुल विरोध करने की स्थिति में नहीं है तो बोला- आ बहू, बैठ कर बात करते हैं। तुझे अभी बहुत कुछ समझाना बाकी है। अच्छा एक बात बता, मेरा प्यार से तेरे ऊपर हाथ फिराना […]

बदलते रिश्ते-8

रानी मधुबाला रात के करीब दो बजे सुनीता का हाथ रामलाल के लिंग को टटोलने लगा। वह उसके लिंग को धीरे-धीरे पुन: सहलाने लगी। बल्ब की तेज रोशनी में उसने सोते हुए रामलाल के लिंग को गौर से देखा और फिर उसे अपनी उँगलियों में कस कर सहलाना शुरू कर दिया था। रामलाल और अनीता […]

धोबी घाट पर माँ और मैं -18

अब आगे: ‘हाँ हाँ माँ, चोदना तो मुझे है ही, इसके बिना कैसे रह रहा हूँ, सिर्फ मुझे ही पता है पर तुम्हारी ये गालियाँ देने की आदत ने मेरा सारा मजा खराब कर दिया।’ ‘हाँ मेरे चोदू बेटा, तूने चाटना बंद कर दिया और ये फ़ालतू बातें करने लगा अब मेरा भी मन मर […]