Tag: बहन की चुदाई

विज्ञान से चूत चुदाई ज्ञान तक-39

प्रिया- भाई अब आप निकल लो.. माँ आती होगी.. आपको देखेगी तो 10 तरह के सवाल करेगी.. दोपहर तक दीपाली कुछ ना कुछ जुगाड़ कर ही लेगी.. उसके बाद मैं आपको बता दूँगी.. आप बस घर पर ही रहना। दीपक- ठीक है मेरी जान.. अभी तो जा रहा हूँ मगर दोपहर तक कुछ ना हुआ […]

जूही और आरोही की चूत की खुजली-20

पिंकी सेन हैलो दोस्तो, मज़ा आ रहा है न कहानी में.. आज आपको यह भाग बड़ा पेश कर रही हूँ क्योंकि अधूरा भाग आपको समझ नहीं आता और दोस्तो, आपके मेल से पता चल रहा है कि आपको कहानी कितनी पसन्द आ रही है उम्मीद है, आगे भी आपका ऐसे ही मनोरंजन करती रहूँगी तो […]

यौन-संसर्ग का सीधा प्रसारण

टी पी एल प्रिय अन्तर्वासना के पाठको, मेरा आप सबको सादर प्रणाम ! मैं पिछले तीन वर्षों से अन्तर्वासना की पाठिका हूँ और इन तीन वर्षों में मैंने इसमें प्रकाशित काफी कहानियाँ पढ़ी हैं ! मुझे कुछ रचनाएँ तो बहुत ही पसंद आई क्योंकि वे बहुत ही उच्चतम शैली में लिखी गई थी ! उन […]

चचेरी बहन को नंगी नहाते देखता हूँ

गर्मियों के दिन थे, उस रोज मुझे थोड़ा जल्दी ऑफिस जाना था तो मैं जाने के लिये सीढ़ी से उतर रहा था कि कदम अचानक रुक गए जब मेरी नजर चचाजान के घर में ग्राउंड फ्लोर पर बाथरूम की खिड़की पर गई। बाथरूम की खिड़की आधी से ज्यादा खुली हुई थी और अन्दर मेरी चचेरी […]

क्या माल है मेरी मम्मी-1

हमारे पड़ोस में एक अंकल रहते थे, बंगाली थे, बहुत अमीर थे, उनके घर किसी चीज़ की कमी नहीं थी। अंकल लम्पट किस्म के थे और आंटी बहुत ही मादक… माँ अक्सर दोपहर में उनके यहाँ चली जाती थी… वो अंकल और आंटी अक्सर कैरम खेलते थे… मैं और उनकी मेरी हमउम्र बेटी पिंकी दोनों […]

पापा मम्मी की चूत चुदाई देखने का मजा-2

अब तक मेरी चूत में भी ‘सुरसुरी’ होने लगी थी.. तो मेरा हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर चला गया और मेरी उंगली मेरी चूत में आगे-पीछे होने लगी। मैं एक हाथ से अपने चूचों को दबाने लगी। उधर मम्मी पापा का लण्ड चूस रही थीं और अब पापा भी थोड़े टेड़े हो गए थे और […]

मेरी बेस्ट टीचर ने मुझे चोदना सिखाया -2

लगभग 6 बज रहे थे और सूरज भी ढल चुका था। मैं स्टोर हाऊस के पीछे चला गया और कोई खिड़की ढूंढने लगा। तभी मुझे एक खिड़की खुली मिल गई। मैं चुपके से अन्दर गया और बॉल ढूंढने लगा.. पर स्टोर हाउस बड़ा था और अंधेरा भी हो चुका था। तभी मुझे खिड़की से कुछ […]

दिन को सिस्टर रात को बिस्तर : जैसी सोच पाई.. वैसा ही पाया

उसने हमारे रिश्ते की तौहीन भी की थी, उसका क्रूर उपहास भी किया था। वो कहती फिरती थी कि दिन को सिस्टर रात को बिस्तर! दफ्तर में एक किशन नाम का लड़का भी काम करता था। वह थोड़ा सा ओवर स्मार्ट था। नेन्सी को लेकर मेरी उसके साथ कुछ कहा-सुनी भी हो गई थी। वह […]

होली के बाद की रंगोली-1

मुझे ये सोच सोच कर बहुत आत्मग्लानि का अनुभव हुआ और मैं झड़ नहीं पाया। जैसे ही रूपा झड़ी, मैंने अपना लंड बाहर निकाला और मैं दोनों के बीच लेट गया। मेरा खड़ा तना हुआ लंड देख कर सोनाली बोली- अरे तुम्हारा तो अभी भी खड़ा हुआ है। लाओ मैं एक बार फिर चुदवा लेती […]