Tag: चुदास

अनोखे चूत लंड की अनोखी दुनिया-7

‘सॉरी, मेरा ध्यान कहीं और था!’ राहुल ने रास्ते से हटते हुए कहा। उसके अंदर का वासना से भरा हुआ मर्द अपने सामने एक रूपवती कन्या को देखकर जाग गया था… उसका लंड फिर से कड़क हो गया था. पर न जाने क्यों एक डर उसके मन में आया ‘नहीं… तनु के साथ नहीं… मैं […]

अनोखे चूत लंड की अनोखी दुनिया-8

इतनी सी बात करके उसने फ़ोन ज़मीन पर पटक दिया और शराब की बोतल को उठा के उसने मुंह से लगा लिया और पूरी बोतल खाली कर दी। राहुल जो अब तक यह सब होते हुए सांस रोके सुन रहा था, वो आगे बढ़ा और सनी को बेड पर गिरा दिया। सनी लियोनी जो अब […]

सेक्स की प्यासी आंटी और दोस्त की बहन की साजिश-6

उसके मुँह से चुदाई की बात सुन कर मैं और ज्यादा हैरान हुआ और गुस्से से उसे चांटा मार कर कहा- तू पक्का चोदू टाइप का है.. मैंने तुझे क्या समझा था और तू क्या निकला.. अंजलि तेरी सगी बहन है और तू उसके ही बारे में बुरी बातें करते ही जा रहा है। अरे […]

सेक्स की सुगंध, सेक्स के कितने रंग

एक दिन घर में मैं अकेली थी, पति ऑफिस गए थे। मैंने सिर्फ एक पतली सी नाईटी पहनी थी। मुझे पता था कि इस नाईटी से मेरा सारा बदन झलक रहा था, मगर मुझे घर के अंदर किस का डर था तो मैं आराम से नाश्ता करके लेट गई और टीवी देखने लगी। काम वाली […]

रैगिंग ने रंडी बना दिया-2

गोपाल- ठीक है मेरी जान.. दूसरी बार तेरी जम कर चुदाई करूँगा और आज तो तेरी गांड भी मारूँगा। मोना- ओह नहीं गोपाल, गांड नहीं.. पहले भी तुमने ट्राइ किया था.. बहुत दर्द होता है यार। गोपाल- अरे ऐसे डरेगी तो कैसे चलेगा.. आज बड़े प्यार से मारूँगा बस तू हां कर दे। मोना- उह […]

रैगिंग ने रंडी बना दिया-40

मोना- मेरे एक सवाल पर आपने इतने सवाल कर दिए? मैंने कहा न कि मैं सब बता दूँगी, मगर पहले आप बिना सवाल के मेरे सवालों का जवाब दो ओके! सुधीर की नज़र बार-बार मोना के मम्मों को घूर रही थी और मोना भी ये अच्छी तरह समझ रही थी मगर वो तो चाहती यही […]

फिल्मों से यारी, चूत की भरमारी-2

मैंने ही चुप्पी तोड़ी और उनसे बोला- मैम, आपने मुझे बुलाया था. ‘हम्म!’ जैसे वो कुछ सोच रही हो और मैंने उनकी तंद्रा भंग कर दी हो. ‘हाँ… रोहिणी तुम्हारी बहुत तारीफ कर रही थी और फिर मीटिंग रूम में तुम्हें देखने के बाद और जो तुमने मेरे साथ किया, बस मुझे तुम्हें पास से […]

रैगिंग ने रंडी बना दिया-38

उधर मोना दोपहर तक घर पहुँच गई थी गोपाल ने बाहर से खाना मंगवा रखा था दोनों ने साथ लंच किया, फिर रूम में जाकर बैठ गए. गोपाल- क्यों मेरी जान मेरे बिना वहाँ तू बड़ी बेचैन रही होगी ना? मोना- हाँ गोपाल, आपकी बहुत याद आती थी.. पूछो मत मेरा क्या हाल था! गोपाल- […]

वो मुझे भावनाओं में बहा ले गई

कहानी शुरू होती है मेरे दोस्त की एंगेज्मेंट से जो इस साल जनवरी महीने में थी, मैं दूल्हे का खास दोस्त होने से मज़ा ले रहा था, जब मेरा दोस्त रिंग पहना रहा था तो मैंने एक चमकी वाला फटाका फोड़ा पर मस्ती में होने की वजह से मुझे धक्का लगा और वो फटाका ऊपर […]

बुशरा और उसके मकानमालिक पण्डित जी

पण्डित जी की उम्र चालीस वर्ष के आस पास होगी, वो विधुर थे, न ही उनके कोई संतान थी. अकेले ही सादा जीवन गुजार रहे थे. बैंक के कर्मचारी उन्हें जानते थे, सबने कहा कि बहुत ही सज्जन व्यक्ति हैं. मैं निश्चिंत होकर अगले दिन ही उनके यहाँ किराए पर रहने पहुँच गयी. पण्डित जी […]