भाई के दोस्त से चूत चुदवाने के लालसा-2

फिर एक दिन जब हम दोनों समलिंगी सेक्स कर रही थी तब मैंने रिया से पूछा- तूने अब तक कितने लोगों से अपनी चूत और गांड चुदवाई है?
तो वो बोली- बस आकाश से!
फिर उसने मुझे यही सवाल पूछा तो मैंने उसे थोड़ा सा सच बता दिया।

तो वो हैरान रह गई, बोली- यार, तेरी चूत ने तो बहुत लंड के मज़े लिए हैं।
मैंने उससे कहा- तू चाहे तो तेरी चूत और गांड भी नए नए लंड के मज़े ले सकती है। बहुत मज़ा आता है इसमें!
उसने उत्सुकतापूर्वक मेरी ओर देखा और बोली- कैसे?

फिर वो बोली- यार किसी को पता चल गया तो बदनामी हो जायेगी।
तो मैंने उससे कहा- तू पागल है, ऐसे किसी से सेक्स करने को नहीं बोलूंगी तुझे! तू जिसको अच्छी तरह से जानती हो उससे सेक्स कर ले।
वो बोली- यार, मैं ऐसे किसी पर भरोसा नहीं कर सकती… और आकाश को पता चल गया तो वो क्या सोचेगा।

मैंने कहा- आकाश भी दूसरी लड़कियों को चोदना चाहता ही होगा।
फिर मैंने थोड़ी देर बाद उससे कहा- मेरे पास एक प्लान है अगर तू साथ दे तो?
वो बोली- कैसा प्लान?
मैंने कहा- हम लोग स्वैपिंग कर सकते हैं।
वो बोली- मैं समझी नहीं।
मैंने उसे कहा- तू साहिल से सेक्स कर ले और मैं आकाश से कर लेती हूँ, इससे यह बात हम लोगों के बीच में ही रहेगी।

वो चौंक गई और बोली- यार, तेरा प्लान तो अच्छा है, मगर साहिल और आकाश इसके लिए तैयार होंगे?
मैंने कहा- लड़के तो साले चूत गांड के भूखे होते हैं, उनको तो बस चूत चाहिए।
इस पर वो हँसने लगी।
फिर मैंने कहा- तू यह बात आकाश से मत कहना और मैं साहिल से भी नहीं कहूँगी, उन दोनों को वहाँ जाकर सरप्राइज देंगे।

रिया बोली- यार, मुझे इस बारे में सोचने के लिए थोड़ा सा वक़्त चाहिए।
मैंने कहा- ठीक है, तू कल तक मुझे अपना फैसला बता देना!
वो ‘ठीक है…’ कहकर चली गई।

मैं जानती थी कि उसकी चूत में भी चुदने का कीड़ा रेंग रहा है, वो मान जायेगी।

अगले दिन रिया मेरे घर आई, मैंने उससे पूछा, वो बोली- यार, सच में मैंने कल रात इसके बारे में बहुत सोचा कि एक बार करके देखते हैं, कैसा लगता है।

यह कहकर रिया ने मुझे गले लगा लिया और मेरे होंठ चूस लिए।

मैंने रिया से कहा- चल कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं, वहाँ जाकर मस्ती करेंगे।
हमने शिमला का प्लान बना लिया, हमने तय किया कि जल्द ही साहिल और आकाश को बुलाकर साथ में प्लान बना लेंगे।

दो दिन बाद साहिल आ गया तो हमने आकाश और रिया को भी बुला लिया, वो दोनों आ गए।

मैंने कहा- रिया और मैं कहीं घूमने जाना चाहती हैं।
आकाश ने कहा- कहाँ घूमना है?
रिया ने कहा- हम चारों शिमला चलते हैं।
थोड़ी देर बकचोदी करने के बाद हमारा शिमला जाने का प्लान पक्का हो गया।

हम लोग आकाश की गाड़ी से शिमला के लिए निकल लिए, मैं और साहिल पीछे बैठे थे, रिया आकाश के साथ आगे बैठी थी।

पीछे साहिल बार बार मेरे चूचे मसल रहा था, मेरी लेगी के ऊपर से मेरी चूत सहला रहा था, आकाश ये सब देख कर गर्म हो रहा था, उसने रिया की जांघों को सहलाना शुरू कर दिया।
आपको याद होगा कि साहिल ने मुझे इन दोनों से अपनी प्रेमिका के रूप में मिलवाया था।

रिया बोली- यार साहिल, तू फेहमि को परेशान मत कर… तुझे देखकर आकाश मुझे परेशान कर रहा है।
इस बात पर साहिल झेंप गया, मैं और आकाश जोर से हँसने लगे।
फिर ऐसे ही मस्ती करते हुए हम लोग थोड़ी देर बाद शिमला पहुँच गए।

हमने एक होटल में दो कमरे ले लिये, एक कमरे में रिया और आकाश चले गए और दूसरे कमरे में जाकर मैं और साहिल आराम करने लगे।
सफ़र की थकावट की वजह से मैं तुरंत सो गई।

रात को रिया और आकाश ने हमें आवाज दी तो हम उनके साथ खाना खाने नीचे चले गए।
खाना खाने के बाद मैंने उन दोनों को हमारे कमरे में चलने को कहा, मैंने कहा- थोड़ी देर एक साथ बैठकर मस्ती मज़ाक करते हैं।
रिया तो मेरे प्लान समझ चुकी थी।
वो दोनों हमारे कमरे में आ गए।

थोड़ी देर ऐसे ही बकचोदी करने के बाद मैंने कहा- चलो कोई गेम खेलते हैं।
साहिल ने कहा- चलो, पोकर खेलते हैं।
आकाश ने भी साहिल की बात का समर्थन किया।

मैंने पोकर पहले भी खेला था तो मुझे इसे नियम पता थे मगर रिया ने ये खेल पहले नहीं खेला था तो वो बोली- मुझे नहीं आता ये गेम।
साहिल उसे गेम समझाने लगा। गेम की शर्त ऐसी थी कि हारने वाले को जितने वाले की बात माननी पड़ेगी।

हम चारों गेम खेलने लगे।

पहली बाजी साहिल हारा और आकाश जीत गया तो आकाश ने साहिल को मुझे सबके सामने किस करने करने को कहा।
तो साहिल ने मुझे पकड़कर जोर से किस किया।
किस के बाद मैंने कहा- आकाश, तूने एक बहुत अच्छा मौका खो दिया!
और मैं हंस पड़ी।
वो शायद नहीं समझा।

अगली बाजी में मैं जीत गई और रिया हार गई। मैंने रिया से बोला- तू अपनी टीशर्ट निकाल कर मुझे दे।उसने मेरी तरफ आश्चर्य से देखा तो मैंने उसे गेम का नियम याद दिलाया तो उसने अपनी टीशर्ट उतार दी।

साहिल उसने ब्रा में कैद चूचे देखकर गर्म हो रहा था।

अगली बाजी फिर से मैं जीत गई इस बार आकाश हार गया तो मैंने आकाश से कहा- तुम अपनी शर्ट उतारो।
तो उसने अपनी शर्ट उतार दी।
उसके छाती देखकर मैं गर्म होने लगी।

अगली बाजी आकाश जीता, साहिल हार गया तो अबकी बार साहिल की टीशर्ट उतर गई।
अब बस मैं अकेली बची थी जिसका एक भी कपड़ा नहीं उतरा था।

अगली बाजी मैं जानबूझ कर हार गई तो आकाश ने मुझसे मेरी टीशर्ट मांगी, मैंने सबके सामने अपनी टीशर्ट उतार दी।
मगर मेरी शर्ट उतरते ही साहिल और रिया चौंक गए और मुझे घूरकर देखने लगे।

कहानी जारी रहेगी।
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