Tag: हिंदी एडल्ट स्टोरीज़

चालू शालू की मस्ती-1

हाँ जी, आपकी वही शालिनी भाभी जयपुर वाली! आज मेरी कहानी का हर एक दीवाना मुझे चोदने को बेचैन है। आज कहानी लिखते हुए और चुदते हुए दस साल हो गए, इन दस सालों में लाखों लोगों के मेल और मैसेज आ चुके है, मैंने हो सके उतने मेसेज का रिप्लाई भी दिया और करीब- […]

भाभी को प्यार से चोदा-1

ऐसे ही एक दिन में सोनू के घर गया था, तो थोड़ी देर बाद हम सब इकट्ठे बैठे हुए थे. गप्प सड़ाका होने लगा. उधर बात होने लगी थी कि एक पार्टी का कार्ड आया है, कौन कौन चलेगा. बातचीत के बाद हम दोनों का पार्टी में जाना पक्का हो गया. पार्टी वाला दिन आ […]

न्यूज़ एंकर के साथ बितायी रात-1

उसने कहा कि मोबाइल नंबर वो नहीं दे सकती है और एड्रेस भी वो बुधवार शाम को ही ईमेल पर भेज देगी। मैंने उसे बोला- मुझे अपना एक फोटो तो भेज ही दो. तो उसने कहा- एक घंटे बाद टीवी ऑन करना और मुझे देख लेना। मैंने उसे ओके लिखकर भेजा और ईमेल बंद कर […]

विदेशी लंड से लहंगा उठाकर चुदी

एक दिन मेरी कज़िन बुआ मेरे घर पर आई हुई थी. वो उम्र में मेरे से 2 साल बड़ी है. मैं उसको दीदी कह कर ही बुलाती हूं. मेरी दीदी काफी भरे हुए बदन की है. उसकी चूचियां भी काफी मोटी हैं. उनको देख कर किसी का लंड भी खड़ा हो सकता है. उस दिन […]

पापा मम्मी की चूत चुदाई देखने का मजा-2

अब तक मेरी चूत में भी ‘सुरसुरी’ होने लगी थी.. तो मेरा हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर चला गया और मेरी उंगली मेरी चूत में आगे-पीछे होने लगी। मैं एक हाथ से अपने चूचों को दबाने लगी। उधर मम्मी पापा का लण्ड चूस रही थीं और अब पापा भी थोड़े टेड़े हो गए थे और […]

पापा मम्मी की चूत चुदाई देखने का मजा -1

थोड़ी देर बाद मुझे मम्मी आवाज़ आई- आआह्ह्ह.. आआअह्ह… ह्हह.. उउइईई.. आआअह्हह.. दर्द हो रहा है.. थोड़ा धीरे करो.. रोमा घर पर ही है.. उसने सुन लिया तो गज़ब हो जाएगा.. मम्मी की ये आवाजें सुन कर मैं हैरान हो गई कि मम्मी ऐसा क्यों कह रही हैं? मैंने सोचा कि देखूँ तो सही.. मम्मी […]

मेरे आशियाने में सहेली की पहली चुदाई

अब उन दोनों की रोज रात-रात भर लंबी बातें होती रहीं। रिचा मुझको भी रोज सब बताती थी कि आज हम लोगों ने इतनी बात की.. क्या क्या बात की.. मतलब वो मुझे सब बता देती थी। एक दिन रिचा ने पूछा- यार पूर्वा.. यदि मैंने अभी उससे सेक्स किया तो कुछ होगा तो नहीं? […]

घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-1

कभी कभार शनिवार और रविवार की छुट्टी के दिन वह मेरे घर पर ही रहने आ जाता है और तब हम बचपन की भूली बिसरी बातें याद करते हैं तथा दसवीं के बाद अलग बिताये सात वर्षों के जीवन में घटी घटनाओं को साझा करते हैं। अनुराग के साथ बिताये उन शनिवार एवं रविवार में […]

प्रियंवदा: एक प्रेम कहानी-1

जेब के सारे पैसे खत्म हो चुके थे तो उनको हाँ कहने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। कागजी खानापूर्ति करने के बाद मुझे कंपनी की गाड़ी से साउथ दिल्ली के आलीशान फार्महाउस पर ले जाया गया। ऊंचे पेड़ों से घिरी इमारत किसी किले से कम न थी, ऊँची ऊँची दीवारों में चारों तरफ […]

छत पर पड़ोसन भाभी की चुदाई देखी

सन 2017 की जुलाई की बात है. जब मैं छात्रावास में रहने के लिए आया था. मैं पहली बार घर से बाहर निकला था. मेरे हॉस्टल के पास एक लॉज हैं. वहां कोई ना कोई रोज आता ही रहता था. मेरे छात्रावास से लॉज साफ़ दिखता था. उसमें आने वाले लोग लड़कियां लाते थे. अन्दर […]