Tag: चुम्बन

पंख निकल आये-2

रति घबराहट भरी आँखों से खुले दरवाजे के पर ताके जा रही थी। सामने गार्डन में पेड़ों का झुरमुट था। कोई प्रांगण में आये भी तो वह वृक्ष-शृंखला पारदर्शी पर्दे का कार्य करती थी। रोहित ने उसकी घबराहट जान कर उसे अपनी ओर घुमा लिया और कहा- इस तरफ मुँह कर ले, कोई आया तो […]

पंख निकल आये-1

जूनियर कालेज में आकर उसने माँ से कहा- मम्मी मेरी सारी फ्रेंड्स के पास पता नहीं कब से ब्लैक-बैरी हैं, कम से कम अब तो मुझे भी एक दिला दो। बस इतनी सी बात पर माँ गुस्सा झाड़ने लगी- अभी से मोबाइल का तू क्या करेगी, तेरा कोई बॉय-फ्रेंड है जो तुझे अब यह खिलौना […]

तीन चुम्बन-2

“फूफाजी कहाँ खोये हुए हो ?” मिक्की शरारत भरी मुस्कान के साथ मुझे देख रही थी। मैंने उसके हाथ पकड़ने की कोशिश करते हुए कहा “क्यों आज पप्पी नहीं देनी ?” वो शर्म से लाल हो गई और मैं रोमांच से लबालब भर गया। मैं उसके गालों पर एक चिकोटी काटी और उसे अपनी ओर […]

तीन चुम्बन-1

तो मेरे अज़ीज दोस्तो, आपकी नज़र है मेरी प्रियतमा मिक्की की कहानी ! यह कहानी नहीं मेरी आत्मा की आवाज़ है। प्रेम आश्रम वाले गुरूजी कहते हैं कि लड़कियों की पिक्की, बाल आने के बाद बुर या भोस, चुदने के बाद चूत और फटने (बच्चा होने) के बाद फुद्दी बन जाती है। अब मैं यह […]

तीन चुम्बन-3

आज मेरा उतावलापन और बेकरारी देखकर मधु आखिर बोल ही पड़ी, “आज आपको क्या हो गया है ? मुझे मार ही डालोगे क्या ? कहीं आप नशा तो नहीं कर आये हो।” अब मैं उसे क्या बताता कि मैं तो मिक्की के नशे में अन्दर तक डूबा हुआ हूँ। मैं तो बस इतना ही बोल […]

तीन चुम्बन-4

मैंने एक दो दिन पहले ही नींद की गोलियों का इंतजाम भी कर लिया था। लेकिन फिर ख़याल आया मिक्की की बुर अगर मेरा इतना मोटा और लम्बा लंड सहन नहीं कर पाई और कुछ खून खराबा ज्यादा हो गया और कहीं डॉक्टर की नौबत आ पड़ी तो तो ? मैं तो सोच कर ही […]

तीन चुम्बन-5

मैंने एक हाथ से उसका चेहरा अपने लण्ड के सुपाड़े पर छुआते हुए कहा- इसे प्यार कर ना ! चूम लो मेरे लौड़े को अपने होठों से ! रहस्यमयी मुस्कान अपने होठों पर लाते हुए मिक्की ने मुझे घूरा और फिर तड़ से एक चुम्बन ले लिया। मिक्की के होंठ थोड़े खुले थे, मैंने एक […]

छत की बात

जून में शादी थी तो मैं और मेरा पूरा परिवार दस दिन पहले ही वहाँ पहुँच गए थे और दीदी की शादी में हमने खूब मजा किया। दीदी की शादी होने के बाद मेरे परिवार के सभी लोग वापस आ गए और गर्मियों की छुट्टी होने की वजह से में वहाँ रुक गया। एक दिन […]

मेरी सासू माँ हुई हमबिस्तर-1

मेरी तो लॉटरी ही खुल गई सुनीता जेसी सेक्सी और मदहोश कर देने वाली पत्नी पाकर. शादी के बाद मेरी हर रात सुहागरात से कम नहीं होती और हर रात कामवासना की नई कहानी लिख दी जाती क्यूंकि मैं और मेरी पत्नी दोनों ही सेक्स के जन्मजात भूखे हैं और कामक्रिया का पूरा मजा उठाते […]

मेरी डार्लिंग सिस्टर-3

उसने भी मुझे अपनी बाहों में कस कर जकड़ लिया था और उसकी कठोर चूचियाँ मेरी चौड़ी छाती में दब रही थीं। उसकी चूचियों के खड़े चूचुकों की चुभन को मैं अपने छाती पर महसूस कर रहा था। उसकी कमर और जाँघें मेरी जाँघों से सटी हुई थीं और मेरा खड़ा लंड मेरी पैन्ट के […]