Tag: अंग प्रदर्शन

अंधी चाहत-2

रोनी सलूजा मैंने अपने ऊपर संयम रखते हुए उसे फिर कुर्सी पर बिठा दिया और बात को बदल कर माहौल को खुशनुमा बनाने में लग गया। कुछ देर बाद दीप्ति मेरी बातों से आश्वस्त होकर चली गई और मैं अपनी एकतरफा चाहत में किसी नतीजे पर नहीं पहुँच पाया था। मैंने भी इंतजार करना मुनासिब […]

चूत चुदाई चंदा रानी की-1

एक शाम में उसके घर पहुँचा, इधर उधर से छिपता छिपाता, चंदा रानी ने द्वार खोला, मैं अंदर घुस गया और बड़ी बेताबी से चंदा को कस के लिपटा लिया। मेरे होंठ उसके गुलाबी, भरे भरे से होंठों से चिपक गये, एकदम मेरे तन बदन में मानो आग लग गई, चुदास बिजली की तरह मेरे […]

मेरी चालू बीवी-54

वैसे दिल से मैं भी अरविन्द अंकल की तारीफ करने से नहीं चूका… क्या साड़ी बाँधी थी उन्होंने ! सलोनी साड़ी में कभी इतनी सेक्सी नहीं लगी… मुझे पहले लग रहा था कि केवल साड़ी बाँधने नहीं बल्कि सलोनी से मस्ती करने के लिए उन्होंने झूठ बोला होगा… मगर अंकल में हुनर है, वाकयी ऐसी […]

मेरी चालू बीवी-53

उसने पेटीकोट और ब्लाउज हाथ में लिये.. अंकल- अरे रुक ना… कहाँ जा रही है बदलने? सलोनी- अरे बाथरूम में, और कहाँ? आप साड़ी ही तो बांधोगे ना.. ये पेटीकोट और ब्लाउज तो मुझे पहनने आते हैं.. अंकल- जी हाँ, पर साड़ी के साथ पेटीकोट और ब्लाउज मैं फ्री पहनाता हूँ… अब तुम सोच लो […]

मैंने चूचियों से अमृत पिया

रोहन नमस्कार मित्रो, मैं रोहन, 22, अहमदाबाद का रहने वाला हूँ। सबसे पहले मैं आपको ये बता दूँ कि ये अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है। मैं मेरे साथ घटी एक सत्य घटना को आपके सामने बयान करने जा रहा हूँ। यह बात कुछ हफ्ते पहले की ही है। मैंने और मेरे बाकी रूम-मेट पिछले […]

अहमदाबाद की मस्त निशा भाभी

बाद के कुछ दिनों में हम इशारे से बातें करने लगे क्योंकि उनका घर और मेरा घर थोड़ा दूर-दूर था। फिर एक दिन मेरे घर पर कोई नहीं था, मैं कॉलेज से आया और देखा कि घर पर कोई नहीं है और रात को ही आएँगे। उस दिन पानी भी देर से आया था, सभी […]

वो नशे में चुदी

अनुभव कर्ता : कबीर शाह प्रस्तुति : रूचि वर्मा नमस्कार दोस्तो, मैं रुचि वर्मा फिर से एक नई कहानी लेकर आई हूँ। आपने मेरी जन्मदिन के दिन चुदाई को सराहा, मैं आप सबकी बहुत आभारी हूँ, आशा करती हूँ कि यह कहानी भी आप सभी को पसंद आएगी। अगर कुछ कमी रह गई हो तो […]

मनोज भैया के साथ चुदाई

अलंकृता शर्मा मेरा नाम अलंकृता है। यह घटना तब की है जब मैं 12वीं कक्षा में थी। मेरे माँ-पिता जी का समय-समय पर गाँव जाना रहता था। मैं खुद अपने मुँह मियाँ-मिट्ठू तो नहीं होना चाहती, पर हकीकत यही है कि मैं दिखने में खूबसूरत हूँ, लड़के हमेशा से मेरे आशिक रहे हैं। मैंने काफी […]

मेरी चालू बीवी-80

पता नहीं साला यह कैसा प्यार है जो केवल एक उस छोटे से छेद के लिए होता है जिसको आमतौर पर हम गन्दा, छी और ना जाने क्या क्या बोलते हैं। अरे नारी के शरीर में सबसे जरूरी अगर कुछ है तो वो उसका दिल है और अगर उसका दिल आपसे खुश है तभी वो […]

मेरी चालू बीवी-81

मैं बहुत उम्मीद से किसी के आने और देख लेने का इन्तजार कर रहा था… मगर नाउम्मीदी ही हाथ लगी… कोई नहीं आया… एक अनोखे रोमांच से मैं गुजर रहा था और यह भी पक्का था कि नलिनी भाभी को भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था… उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा कि इस […]