Tag: अंग प्रदर्शन

मेरी अन्तर्वासना, मेरे जीवन की कुछ कामुक यादें -2

आज भी सुहागरात का मज़ा आ रहा था। मेरी चूत का पूरा रस पीने के बाद वो उठ गया.. तो मैंने भी उसका लण्ड हाथ से मसल कर मुँह में रख लिया, धीरे-धीरे चूस कर उसको मज़ा दिया, सुंदर का गाढ़ा रस निकल रहा था, उसे मैंने एक गिलास में ले लिया.. करीबन 30 एमएल […]

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-9

मैं बाथरूम के पास खड़े होकर विचार कर रही थी कि मेरी नजर अमित पर पड़ी जो कि बाथरूम की ही तरफ बढ़ रहा था लेकिन उसकी नजर मेरे पर नहीं थी। मैं झटपट अमित को तरसाने और अपने मजे के लिये लेट्रिन में घुस गई और सिटकनी को ऐसे लगाया कि वो एक झटके […]

भाई के दोस्त से चूत चुदवाने के लालसा-1

अगले दिन मैंने महसूस किया कि किसी का हाथ मेरे बूब्स पर चल रहा था। मैं समझ गई कि यह साहिल ही हो सकता है। मैंने उसे मना कर दिया तो वो भी चला गया। मगर थोड़ी देर बाद जब मैं सो कर उठी तो साहिल वहीं बैठा हुआ मुझे देख रहा था। मैंने उससे […]

हर किसी को चाहिए तन का मिलन-10

वो देखती है कि: विक्रान्त सोच रहा है कि ईशा किसी भी पल बाहर भागेगी चिल्लाती हुई पर ऐसा कुछ नहीं हुआ बल्कि इससे पहले कि वो कुछ सोच पाता या तौलिये से खुद को ढक पाता, ईशा ने दरवाजा बंद करके कुंडी लगा ली और एक एक करके अपने सारे कपड़े खोल दिए, गोरा […]

हर किसी को चाहिए तन का मिलन- 9

रुक्मणी- जी कोई बात नहीं। आप अभी जॉगिंग के लिए जाएंगे या गीज़र ऑन कर दूँ? विक्रांत- रुक्मणी तुम इतनी सुबह सुबह किस लिए उठ गई और मुझे तो गर्म पानी पीने की आदत वादत नहीं है। रुक्मणी- मालिक, मैं तो हमेशा ही 5 बजे उठ जाती हूँ. और सभी को सुबह सुबह गर्म पानी […]

मेरे भैया मेरी चूत के सैय्याँ-1

प्रशांत अभी कॉलेज के सेकंड इयर में था और सुमन जिसकी कॉलेज की पढ़ाई खत्म हो चुकी थी, मैं उसको दीदी कह कर बात करती थी. हम दोनों में खूब सारी बातें होती थीं. वह मुझसे अपने दिल की हर बात बताती थी. जब मैं मामा के घर गई हुई थी तो उसने मुझे ये […]

क्या चोदता है… उफ्फ्फ तौबाआह…

और मेरे शरीर के साथ हो रहे परिवर्तनों के साथ ही मेरे मन में भी सेक्स को लेकर अजीब अजीब से भाव आते जाते रहते हैं। अब मैं आपको अपनी आपबीती बताने जा रही हूँ और यह भी कि कुछ पाने का लालच क्या-क्या गुल खिलवा सकता है, काम वासना कहाँ से कहाँ तक ले […]

चूत एक पहेली – 61

अर्जुन- बस मेरी बुलबुल.. अब हट भी जा.. तेरी चूत का लावा तो मैं पी गया। अब मेरे लौड़े को भी तेरी गुफा में जाने का रास्ता दे दे.. निधि ऊपर से उठते हुए बोली- तुम फुद्दी को चूत क्यों कहते हो.. मैंने कितनी बार तुम्हारे मुँह से यह सुना है? अर्जुन- मेरी जान इसका […]

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-12

मैं काम निपटा कर घर पहुंची, घर पर सभी लोग आ चुके थे और मेरा इंतजार कर रहे थे। सबके साथ चाय नाश्ता होते होते रितेश का फोन आ गया तो मैं रितेश से बात करने के लिये अपने कमरे में आ गई और बॉस के ऑफर के बारे में बताया, तो रितेश छूटते ही […]