Tag: अंग प्रदर्शन

मामी की चूत का अहसान

मामी जी अजमेर में जॉब करती थीं और मुझे उनको लेते हुए उदयपुर जाना था। मामा जी ने हम दोनों के लिए एसी बस में डबल स्लीपर बुक करवा दिया। मैं घर से रवाना हो गया और बस अजमेर पहुँच गई। मैंने मामी जी का सामान रखवा दिया और वो स्लीपर में आकर लेट गईं, […]

कामना की कामवासना -1

लेकिन मेरी सखी की अनुमति नहीं होने के कारण मैं आज तक उसे लिख कर आप सब के मनोरंजन के लिए प्रकाशित नहीं करवा सकी थी। एक सप्ताह पहले मेरी सखी ने खुद ही उस घटना का विवरण लिख कर मुझे भेजा था और मुझे उसे सम्पादित करके अन्तर्वासना पर प्रकाशित करने के लिए कहा […]

कामना की कामवासना -2

लगभग पांच मिनट के बाद वह आ कर मेरे साथ वाले बिस्तर पर मेरी ओर पीठ कर के सो गए। रात में मुझे दो बार बाथरूम जाना पड़ा जिसके लिए मैंने ससुरजी का सहारा लिया और अपनी वासना की तृप्ति के लिए उनसे हर बार अपनी योनि में उंगली डलवा कर सफाई भी करवाई। क्योंकि […]

चलती बस में मचलती मामी की चुदाई

मैंने मामाजी को बोला- मॉम बोल रही हैं कि मामी जी को साथ ले आना। मामा जी बोले- ठीक है 2 दिन में वापिस आ जाना.. मामा जी की शादी अभी 3 महीने पहले ही हुई थी.. मामाजी की उम्र 26 के करीब थी मैं मामाजी के साथ ही रहता था और मामी मेरी अच्छी […]

भांजी ने घर में नथ खुलवाई -3

मैंने धीमी आवाज़ में कहा- रीना रानी उठ मेरी जान। ज़रा अपना यह हसीन बदन तो दिखा… बहनचोद आँखें तरस गई सारा दिन इस बदन को नंगा देखने के लिए… आज तो कमीनी सारी रात चाटूंगा तुझे! रीना रानी फुसफुसाई- चाट चाट बहन के लौड़े.. तेरे लिए ही तो है… अब बत्ती बुझा दे मैं […]

औरत की चूत की कामुकता-3

एक दिन मैं अंदर नहा रही थी और नहाते समय मैं पूरे कपड़े निकाल कर नंगी होकर नहाती हूँ, तभी बाथरुम का दरवाजा थोड़ा सा हिल गया, मुझे शक हुआ कि कोई मुझे देख रहा है, मैंने झरोखे से बाहर देखा तो मुझे बाबूजी दिखाई दिये। मैंने तुरंत अपनी ब्रा और कच्छी पहन ली और […]

घर की चूतों के छेद -1

यह बात तब की है.. जब मैं लगभग अठारह साल का रहा होऊँगा.. अपने कुछ दोस्तों के साथ-साथ मैं भी गर्मियों की छुट्टियों में नया नया जिम जाने लगा था और कुछ दिनों की मेहनत का असर अब मेरे सीने और गर्दन पर पड़ने लगा था यानि मेरी बॉडी कुछ अलग दिखने लगी थी। इसका […]

चूत एक पहेली -45

संजय- सुनीता मुझसे तुम्हारा दर्द देखा नहीं जाता.. अरे आकाश नहीं है तो क्या हुआ.. मैं हूँ ना.. तुम बस ‘हाँ’ कह दो.. तुम्हें इतनी खुशियाँ दूँगा कि तुम सब गम भूल जाओगी। सुनीता- यह आप क्या बोल रहे हो.. मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा है। संजय ने सुनीता के गालों को सहलाते […]

चूत एक पहेली -44

पायल- ओह्ह.. अच्छा बस कलर बताए यानि आपकी पसन्द का कोई खास कलर नहीं था.. बस ऐसे ही सब कलर बता दिए थे आपने.. क्यूँ? पुनीत- और नहीं तो क्या.. पायल- ओहो.. तो तब शॉप में ऐसा क्यों कहा था कि रेड कलर होता तो अच्छा रहता.. और अभी मैंने कपड़े माँगे.. तब भी अपने […]

वासना और सेक्स में सिर्फ चूत चुदाई का रिश्ता है

23-24 साल के नौजवान जो पढ़ाई में कुछ खास नहीं था, उसके लिए क्या नौकरी हो सकती थी, जो मिल रही थी उस से मैं खुश नहीं नहीं था। खैर ऐसे ही वक़्त बीतता रहा, 6 महीने हो गए मगर मुझे कोई काम न मिला इस लिए दीदी के कहने पर घर के ही बहुत […]