एक दिन जब मैं एक विवाह उत्सव में गोलगप्पे खा रही थी तो मेरे बगल में एक स्मार्ट सा लड़का भी गोलगप्पे खा रहा था।
अचानक उसने हाथ बढ़ाया तो उसका हाथ लगाने से मेरी प्लेट गिर गई।
मैंने जब उसकी तरफ देखा तो उसने बड़ी शालीनता से सॉरी कहा, वो काफी झिझक महसूस कर रहा था।
उसने हाथ बढ़ाकर एक और प्लेट उठा कर मेरी और बढ़ाई और मुस्कराते हुए बोला- आप की सादगी में मैं इतना मग्न हो गया था कि खुद पर काबू ही नहीं रहा।
यह बात सुनकर पहली बार मुझे लगा कि आज आधुनिकता और फैशन के दौर में कोई युवा सादगी पर बात भी कर सकता है?
मैं उसे देखकर मुस्कुरा उठी और हम दोनों कुछ देर के वार्तालाप से एक दूसरे से सहज हो गए।
उसके बाद हम उसी विवाह में एक-दो बार और मिले और एक दूसरे का सामने पाकर इतना अच्छा लगने लगा कि हम दोनों ने एक दूसरे से प्यार की बात भी कर ली।
मुझे उस युवक से प्यार हो गया है और मेरा विवाह अगले ही महीने है।
उसके अंदाज़ ने मुझे दीवानी कर दिया है।
अब आप ही बतायें कि मैं क्या करूँ?