इरोटिक बॉडी मसाज के बहाने मस्ती भरे पल-1

एक ही बेटा है जो मेडिकल की कोचिंग के लिए कोटा में पढ़ रहा है।

दोनों को सेक्स की भूख आज भी उतनी ही है जितनी सुहागरात को थी, बिना चूत चुदाई के आज भी उन्हें नींद नहीं आती। दोनों का सोने का एक स्टाइल है, रीमा विनय का पकड़ कर ही सोती है और विनय की जब भी आँख खुलती है वो रीमा के बूब्स चूम लेता है।

विनय और रीमा को सेक्स में थ्रिल पसंद है, लॉन्ग ड्राइव पर अक्सर विनय रीमा की टीशर्ट उतरवा देता, रीमा को भी कोई संकोच नहीं होता था… वो भी झुक कर विनय का लंड बाहर निकाल कर चूस लेती।

विनय ने फ़रवरी में खजुराहो का प्रोग्राम बनाया, तीन दिन की छुट्टी प्लान कर के विनय और रीमा खजुराहो के लिए कार से निकल लिए।
आगरा से खजुराहो का सफ़र लगभग 7-8 घंटे का था, रास्ते में मस्ती करते, खाते पीते जा रहे थे दोनों!

रीमा ने स्कर्ट टॉप पहना था, नीचे विनय ने कुछ भी पहनने नहीं दिया था रीमा को ताकि हाथ लगाने में आसानी रहे। विनय ने भी ढीला ढाला बरमूडा और टीशर्ट पहनी थी।

रास्ते भर रीमा के बूब्स दबाते दबाते और चूसते चूसते लाल कर दिए थे विनय ने, तो रीमा ने भी दो बार उसका फव्वारा छुड़ा दिया था।
खजुराहो होटल पहुँच कर दोनों थक चुके थे तो कपड़े उतार कर सो गए।

उन्हें खजुराहो पहुँच कर मालूम पड़ा कि यहाँ खजुराहो महोत्सव कल से चालू होगा और तीन दिन चलेगा।

शाम को फ्रेश होकर विनय और रीमा घूमने निकल लिए, पूरे रास्ते उन्होंने देखा कि यहाँ मसाज पारलर बहुत हैं। शाम को मंदिर तो वो गए नहीं, बस ऐसे ही घूमते रहे। वहाँ जो भी जोड़ा उन्हे दिखाई दिया, वो आपस में चिपटा हुआ चल रहा था या गाड़ियों में चूमा चाटी हो रही थी, कुल मिला कर माहौल गर्म था।

विनय ने रीमा से पूछा- चलो मसाज कराएँ?
रीमा ने पहले मसाज पारलर में मसाज कभी कराई नहीं थी इसलिए उसे कुछ संकोच था।

विनय ने नेट पर सर्च किया तो उसे कुछ नंबर मिल गए। उसने मसाज पारलर का नंबर मिलाया जो किसी लड़की ने उठाया। विनय ने उससे पूछा कि क्या वो मसाज करने होटल आ सकती है?
तो उस लड़की ने पूछा कि उन्हें कैसी मसाज करानी है।

इस पर विनय ने कहा कि वो एक कपल हैं और उन्हें मस्ती के लिए मसाज करानी है, पर करानी सिर्फ अपने होटल में ही है।
वो लड़की जिसका नाम हिना था, विनय से बोली- सबसे मस्ती की मसाज तो बॉडी टू बॉडी मसाज होती है जिसमें आपकी मर्जी से चाहे लड़की या लड़का या दोनों बिना कपड़ों के चिपट के मसाज करते हैं और अकसर उसका अंत सेक्स से होता है और अगर वो ना चाहें तो सेक्स नहीं होगा, पर यह मसाज पार्लर में ही हो सकती है होटल में नहीं।

विनय के जोर देने पर हिना एक मेल मसाजर को होटल में भेजने को तैयार हो गई जो केवल उन दोनों की सिंपल सी मसाज कर सकता है, अगर उन दोनों को अच्छा लगे तो अगले दिन वे पार्लर में आ सकते हैं।

विनय और रीमा ने सोचा कि यह ठीक है, होटल में कोई रिस्क भी नहीं होगा और रीमा ज्यादा खुलने को तैयार भी नहीं थी।
पर विनय बहुत एक्साईटिड था।

हिना ने उन्हें बता दिया कि वो डिनर हल्का ही करें या बेहतर है कि मसाज के बाद डिनर करें।
विनय ने मसाजर को 8 बजे का समय दिया।

होटल आकर दोनों ने ड्रिंक बनाई और चीज कटलेट मंगा लिए। रीमा हल्का ही ड्रिंक लेती थी, पर आज वो नर्वस हो रही थी तो थोड़ी ज्यादा ले ली उसने!
ठीक 8 बजे मसाजर जिसका नाम वीरेन था, आ गया।

वीरेन नेपाली था और गोरा चिट्टा और गठीले बदन का लड़का था, उसके गालों और हथेलियों पर लाली थी।
उसने मुस्कुरा के दोनों को हाथ जोड़ कर नमस्ते की।

विनय ने उससे हाथ मिलाया तो रीमा ने भी हाथ बढ़ा दिया।
वीरेन को देख कर रीमा को अच्छा लगा।

विनय ने वीरेन से पूछा कि वो क्या लेगा तो वीरेन ने मना कर दिया।
विनय ने उससे ड्रिंक के लिए पूछा तो उसने कहा कि वो काम के वक़्त नहीं पीता।

वीरेन ने विनय से पूछा कि किसे मालिश करवानी है। विनय ने रीमा से कहा कि पहले वो करवा ले, पर रीमा बोली- नहीं, पहले तुम करव लो, उसके बाद यदि मुझे अच्छा लगा तो मैं करवाऊंगी, वरना नहीं!

खैर वीरेन ने बेड पर एक प्लास्टिक शीट बिछाई, रूम में फ्रेशनर स्प्रे किया और हॉट ब्लोअर चला कर विनय को कहा कि वो कपड़े उतार कर टॉवल लपेट ले।
वीरेन ने अपने मोबाइल में हल्का म्यूजिक चला दिया और कमरे की लाइट काफी धीमी करके बेड के साइड लैंप खोल दिया।
पांच मिनट में ही कमरे का माहौल रोमांटिक हो गया था।

विनय को वीरेन ने बेड पर पेट के बल लिटाया और उसका टॉवल खोल कर तह करके उसके हिप्स पर डाल दिया। अब वीरेन ने भी बाथरूम में जाकर अपने कपड़े बदल लिए, वो सफ़ेद स्लीवेलेस टीशर्ट और बरमूडा में था।

वीरेन ने विनय के कन्धों से होते हुए उसकी पीठ की मालिश शुरू की, विनय को तो मदहोशी सी छा रही थी, वीरेन बहुत तन्मयता से मालिश कर रहा था, पैरों की उँगलियों तक की मालिश करने के बाद उसने बहुत धीरे से विनय को पलटने को कहा।

विनय तो जैसे सो गया था, विनय पलटा तो वीरेन ने उसका टॉवल हटा कर तह करके एक ओर रख दिया।
अब वीरेन ने विनय की छाती और गर्दन की मालिश शुरू की।

विनय का लंड कड़ा हो रहा था पर खड़ा नहीं था, कारण मालिश से विनय को मदहोशी छा रही थी।

पैर की मालिश के बाद अब वीरेन ने हंस कर विनय से पूछा कि क्या वो लंड की मालिश कराना चाहेगा?
विनय ने हाँ कर दी।

अब वीरेन ने विनय के लंड का टोप खोल कर खूब सारा तेल उस पर डाला और दोनों हाथों से उसके लंड को मसलना शुरू किया।
अब वीरेन बेड पर ही बैठ गया था और खुद भी चिकना हो चुका था, उसने विनय की छाती की मालिश के साथ साथ उसके निप्पल भी मसल दिए, कभी निप्पल मसलता तो कभी उसके लंड को रगड़ता।

कुल मिला कर दस मिनट नें ही विनय चीख उठा- बस अब रहने दो, वरना मैं छूट जाऊँगा।

विनय की पूरी मालिश की रीमा ने बड़े ध्यान से देखा, उसकी चूत तो पानी छोड़ चुकी थी।

वीरेन ने विनय को टॉवल दिया, विनय बेड से उतरा और टॉवल पहन कर रीमा से बोला- चलो अब तुम करा लो!
रीमा घबरा रही थी, बोली- मैं कपड़े नहीं उतारूंगी।

इस पर वीरेन बोला- बिना कपड़े उतारे तो मालिश नहीं हो सकती, आप पेंटी पहने रहिये और ऊपर टॉवल लपेट लीजिये। मैं आपकी मर्जी के बिना कहीं भी हाथ नहीं लगाऊंगा, आपको जहाँ मुझे रोकना हो, रोक दीजियेगा.. अगर आप नहीं रोकेंगी तो आपको बहुत आनन्द आएगा, बाकी जैसी आपकी मर्जी!

विनय रीमा को लेकर वाशरूम में चला गया और पांच मिनट के बाद ही रीमा कपड़े उतार कर सिर्फ टॉवल में बाहर आ गई, उसने पेंटी पहन रखी थी।
वीरेन ने पहले तो रीमा तो बेड पर बैठाया और पांच मिनट की मसाज उसके कन्धों और सर की करी जिसमें रीमा को बहुत आराम मिला, अब रीमा भी कम्फ़र्टेबल फील कर रही थी।

अब वीरेन ने रीमा को पेट के बल बेड पर लेटने को कहा। वीरेन ने अब रीमा के कन्धों और खुली पीठ पर तेल मालिश शुरू करी और रीमा से बदन ढीला छोड़ने को कहा, उसने रीमा की दोनों बाहें बगल में कर दी थीं।

कमर के बाद वीरेन ने रीमा की टांगों और पैर की उँगलियों की मालिश करी, रीमा की गोरी गोरी उंगलियाँ लाल नेल पेंट से सजी थी, वीरेन ने बहुत हल्के हल्के उनको खींचा।

अब वीरेन ने रीमा की बाँहों को एक एक करके उठा कर अपने कंधे पर रख कर मालिश करी।
अब तक रीमा रिलैक्स्ड हो चुकी थी, वीरेन ने बहुत धीरे से रीमा के कान में पूछा कि अगर उसे ऐतराज ना हो तो वो टॉवल खोल कर उसके हिप्स को ढक दे ताकि उसकी कमर की मालिश हो सके।

रीमा ने ओके कह दिया और हल्का सा उठ गई जिससे वीरेन ने टॉवल खोल कर नीचे हिप्स पर सरका दिया। रीमा की नंगी गोरी पीठ पर वीरेन ने ढेर सारा तेल उड़ेला और दोनों हाथों से उसकी पीठ पर मालिश शुरू कर दी।

वीरेन रीमा के सर की ओर खड़ा होकर मालिश कर रहा था और अब उसका लंड भी कड़क हो चुका था।
वीरेन ने विनय से इशारे से पूछा कि क्या वो अपनी टीशर्ट उतार सकता है क्योंकि कमरा गर्म हो रहा था और वीरेन को भी पसीना आ रहा था।
विनय ने मुस्कुरा कर हाँ कह दी।

वीरेन ने झटके से अपनी टी शर्ट उतार दी, उसकी छाती पर कोई बाल नहीं था। अब वीरेन ने स्पीड बढ़ा दी थी और धीरे से अपने हाथ रीमा के साइड में भी ले जाकर उसकी गोलाइयों को छू रहा था.. रीमा को कोई परेशानी नहीं थी।

अब वीरेन रीमा के पैरों की ओर गया और उसका टॉवल उंचा करके उसके चूतड़ों की मालिश करने लगा। विनय को बहुत आश्चर्य हुआ कि रीमा ने कुछ नहीं कहा।
यह देख कर विनय का भी खड़ा हो गया था।

वीरेन ने रीमा के चूतड़ों से पैरों की उंगलियों तक की मालिश की और वापिस चूतड़ों पर आ गया, हाथों में खूब सारा तेल लेकर रीमा के चूतड़ों और कमर के ऊपर डाल दिया।

अब उसने रीमा के पैर चौड़ा दिए और बहुत धीरे से रीमा के पेंटी उतार दी।
विनय का मुँह खुला रह गया, रीमा ने उफ़ भी नहीं करी।

अब वीरेन ने टॉवल भी एक ओर कर दिया और कमर से चूतड़ों पर होते ही नीचे तलवे तक रीमा को चमका दिया। अब वीरेन ने वापिस टॉवल रीमा के ऊपर डाला और धीरे से उसके कान में पलटने को कहा।

रीमा पलटी तो जरूर पर उसने टॉवल लपेट लिया।

वीरेन को मालूम था कि उसे क्या करना है, उसने रीमा के माथे, चेहरे, कन्धे, गर्दन, हाथ और पैर की जम कर मालिश की और जैसे ही उसने मम्मों की मालिश करने के लिए टॉवल हटाना चाह तो रीमा ने मना कर दिया।

वीरेन ने विनय की ओर देखा तो विनय पर अब तो नशा चढ़ चुका था, उसने आगे बढ़ कर रीमा का हाथ पकड़ लिया और बोला- डार्लिंग पूरी मौज लो और अभी तो तुम्हारे पेट की भी मालिश होनी है।
रीमा बोली- चलो, मुझे एक टॉवल और दे दो ताकि मैं उसे पेट के ऊपर और नीचे डाल लूंगी और वीरेन मेरे पेट पर मालिश कर देगा।
वीरेन ने रीमा को एक टॉवल और दे दिया।

इस बीच विनय ने वीरेन को आँख मार कर कहा कि इसे मस्ती पूरी करा दो।
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वीरेन ने मुस्कुरा कर विनय को बैठने को कहा और अब रीमा के बगल में खड़ा होकर उसके पेट पर मालिश करने लगा। रीमा के हाथ साइड में थे तो वीरेन के बरमूडा से टकरा रहे थे और वीरेन का लंड खड़ा होने के कारण रीमा के हाथ उसके उभार को भी छू रहे थे।

वीरेन नीचे पैरों की ओर गया और रीमा की जाँघों तक मालिश करने लगा और एक बार उसने रीमा की चूत की दरार में भी उंगली कर दी।
‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ रीमा को करेंट सा लगा और उसने अपने हाथ से वीरेन का हाथ वहाँ से हटा दिया।
वीरेन अब वापिस बगल में आ गया।

इस बीच विनय खड़ा हुआ और रीमा के दूसरी बगल खड़ा हो गया। रीमा ने मुंह उधर ही किया हुआ था। विनय ने आहिस्ता से उसका ऊपर का टॉवल रीमा के विरोध के बावजूद भी ऊपर कर दिया। अब रीमा के मम्मे अधनंगे हो गए थे।

विनय ने वीरेन से कहा- भाई रीमा की गोलाइयों की भी तो मालिश करो।
रीमा कसमसाई पर विनय ने वीरेन को आँख से इशारा किया तो वीरेन ने तेल के कटोरे से तेल रीमा के मम्मों के पास गिरा दिया और मालिश करते करते टॉवल के अंदर हाथ घुसा दिया और रीमा की गोलाइयों की मालिश करने लगा।

विनय और रीमा दोनों की हालत ख़राब हो चुकी थी, अब वीरेन ने रीमा का ऊपर का टॉवल हटा दिया, रीमा के मांसल मम्मे खुल गए। रीमा कसमसाई पर वीरेन ने हाथ गोल करके उसके मम्मों और निप्पल की मालिश शुरू की।

रीमा की कामाग्नि सुलग उठी थी, उसने हाथ बढ़ा कर विनय का लंड पकड़ लिया, विनय का बरमूडा खोल कर उतार दिया और लंड हाथ में ले लिया।
विनय ने वीरेन को रीमा का नीचे वाला टॉवल हटाने का इशारा किया, वीरेन ने आहिस्ता से रीमा का नीचे का टॉवल भी अलग कर दिया।

अब बेड पर रीमा बिल्कुल नंगी थी, विनय उसके मम्मे चूस रहा था और वीरेन उसकी चूत के अंदर उंगली डाल कर मालिश कर रहा था। रीमा का दूसरा हाथ वीरेन को पकड़ने को छटपटा रहा था, यह देख कर वीरेन उसकी बगल में आ गया और वहीं से अपनी हथेलियों से रीमा की चूत मालिश करने लगा।

रीमा ने वीरेन का बरमूडा ढीला किया और उसका भी लंड पकड़ लिया। अब रीमा के दोनों हाथों में लंड थे, विनय उसके मम्मे चूस रहा था और वीरेन ने उसकी चूत का पानी छुड़ा दिया था।

अब वीरेन ने अपने को रीमा से छुड़ाया और वापिस जाने की इजाजत चाही क्योंकि उसे मालूम था कि वो अगर अब रुका तो रीमा उसका लंड अपनी चूत में ले लेगी और एक अच्छे मसाजर की तरह वो इसमें जल्दी नहीं करना चाहता था।

उसने जब जाने को कहा तो रीमा और विनय कुछ नहीं बोले।

दोस्तो, कैसी लग रही है आपको मसाज? मुझे मेल कीजियेगा: [email protected]