सर्दियों में छुट्टियाँ

थोड़ी देर बाद लड़का आया और लड़की से कहने लगा- जानू, मेरे हाथ तो बिल्कुल ठण्डे हो गए हैं।

लड़की ने कहा- इन्हें मेरी टांगों के बीच में डाल दो, गर्म हो जाएँगे !

बाद में उन्होंने लंच किया और वह फिर से लकड़ियाँ इकट्ठी करने चला गया, थोड़ी देर बाद आया तो फिर से कहने लगा- जानू ! मेरे हाथ ठंडे हो गए हैं।

लड़की ने फिर कहा- मेरी टांगों के बीच में डाल दो, गर्म हो जायेंगे।

उसने डाल दिए और जब हाथ गर्म हो गए तब बाहर निकाल दिए !

रात को डिनर के बाद वह फिर लकड़ियाँ इकट्ठी करने लगा जब वह वापिस आया तो हाथों को रगड़ता हुआ आया और कहने लगा- जानू बहुत ठण्ड लगी है ! मेरे हाथ बहुत ठंडे हो गए हैं !

लड़की ने उसकी ओर देखा ओर जोर से चिल्ला कर कहने लगी- क्या तुम्हारे कान कभी ठंडे नहीं होते !