मैंने देखा अक्सर जब मैं किसी नौकरानी को देखता था तो मुझे ऐसा लगता था कि यह अपनी चूत मुझको आसानी से दे देगी और किसी ऊंचे घराने की औरत या लड़की को देखता था तो मेरे मन में ऐसा कोई विचार नहीं आता था। शायद यही कारण रहा होगा कि मेरा आकर्षण हमेशा निर्धन […]
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नौकर-नौकरानी
घरेलू नौकर-नौकरानी को चोदने की कहानियाँ, घरेलू नौकरों, माली ड्राइवर आदि से चुदने की कहानियाँ
naukar Naukrani, Driver ke sath Sex ki Kahaniyan
Sex with Servant, Maid stories
जवान नौकरानी की चूत मारी
उसका फिगर 36-28-36 का रहा होगा.. वो सलवार-सूट पहन कर आती थी। उसके कुरते का गला इतना अधिक खुला होता था.. कि वो जब भी वो झुकती.. तो उसकी चूचियां पूरी तरह दिख जाती थीं। उसकी मस्त नारंगियों को देख कर.. उसके बारे में मैं सोच कर मुठ मार लेता था। मुझे सेक्स करने का […]
मेरा गुप्त जीवन-37
पहले तो मैं घबरा गया कि मेरी चुदाई की आज़ादी में विघ्न पड़ेगा उन दोनों के आ जाने से? लेकिन फिर सोचा कि अगर इंकार कर दिया तो पापा बुरा मान जाएंगे और उनको शक भी हो जायेगा कि यहाँ कुछ गड़बड़ तो नहीं। मैं बोला- ठीक है मम्मी, अगर आपकी और पापा की इच्छा […]
नौकरानी को उसके यार से चुदवाने में मदद -1
रेखा बोली- दो साल तक मैं उनके बिना कैसे रहूंगी, मुझे तो उनसे चुदवाने की आदत लगी है और मेरा एक घर भी छूट जायेगा। मैंने कहा- मैं तुम्हें दोनों बातों में मदद करूँगा, तुम सिर्फ बतरा साहब को बोल दो कि तुमसे कान्टेक्ट करने के लिए वे रशिया से मेरे इ-मेल और फोन का […]
मेरा गुप्त जीवन -52
मैं बोला- अच्छा तो कुछ कहा नहीं दोनों ने? कम्मो बोली- नहीं छोटे मालिक, अभी आई थी आपसे मिलने! आप कहो तो खाना लगा दें खाने के टेबल पर! मैं बोला- हाँ, लगा दो खाना। फिर मैं हाथ मुंह धोकर बैठ गया और गीति और विनी भी आ गई, दोनों ने मुझसे हाथ मिलाया। कम्मो […]
रशियन गोरे मिखाईल से रेखा की चूत चुदाई -2
इसके बाद मिखाईल और मैं आलिंगन करके एक दूसरे के शरीर को जगह जगह चूमते रहे, हम दोनों के ओंठ एक दूसरे को चूमते चाटते रहे। मिखाईल ने मुझे फिर उठा कर गोद में लिया, खड़े खड़े उसने मेरी दोनों टांगों को फैला कर अपनी कमर के दोनों बाजू में किया और मुझे गले में […]
मेरा गुप्त जीवन-72
पाठकों को याद दिला दूँ कि ये दोनों वही लड़कियाँ थी जिन्होंने मेरा अपहरण किया था जब मैं निम्मी और मैरी के कमरे से निकला था नैनीताल के होटल में। कोक पीते हुए मैं बोला- शानू और बानो, कैसे हो आप दोनों, बड़े अरसे के बाद आपको मेरी याद आई जब कि बहुत सेवा की […]
मेरा गुप्त जीवन -66
तब कम्मो ने भाभी को कहा कि आज रात को भैया को नींद की गोली मत खाने देना वरना सारा प्लान चौपट ही जाएगा। रात को भैया और हम सबके लिए पारो ने पाये का शोरबा बनाया था और साथ में बटेर का मीट बनाया था और जाफरानी पुलाव के साथ मखनी दाल बनाई थी […]
नौकरानी ने चूत की सील तुड़वाई
मैं तो कविता को देख कर दंग ही रह गया, हमेशा सलवार-कमीज़ पहनने वाली कविता अब साड़ी में थी, उसकी चूचियाँ पहले से ज्यादा बड़ी लग रही थीं। शायद कसे हुए ब्लाउज के कारण या फिर सच में बड़ी हो गई थी। उसके चूतड़ पहले से ज्यादा मज़ेदार दिख रहे थे और कविता की चाल […]
मेरा गुप्त जीवन -93
मैं थोड़ा थक गया था, थोड़ी देर के लिए सो गया। रात को पारो ने बहुत ही उम्दा खाना बनाया और हम तीनों ने एक साथ बैठ कर खाना खाया। दिल्ली और आगरा में खाना तो होटलों का था, उसमें घर सा आनन्द कहाँ। फिर मैं और कम्मो अपने गार्डन की सैर करने लगे और […]