शामली में मिला पड़ोसन लड़की का सेक्स भरा प्यार

काफी दिन ऐसे ही गुजर गए. एक दिन मेरे घर वाले लैंडलाइन फोन पर एक मिस कॉल आई. मैं जब तक फोन के पास आया, घंटी बंद हो गई थी. मैं वहीं बैठ गया. फिर घंटी बजी, मैंने रिसीवर उठाने के लिए हाथ बढ़ाया, घंटी बंद हो गई. अब जब भी मैं फोन उठाता तो फोन कट जाता. मुझे कुछ शक हुआ, मैं बगल में सोनी के घर गया और उसके फोन के रिडायल का बटन दबाया तो मेरे घर पर घंटी बज गई.. जो मुझे यहीं से सुनाई दे रही थी. मैंने पक्का करने के लिए दुबारा घंटी की, तो ये बात सही थी कि फोन सोनी ही कर रही थी.

मैंने सोनी से पूछा तो आँख मारते हुए उसने ऱात को फोन करने को कहा.

मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मैं रात होने का इन्तजार करने लगा. रात को ठीक 8 बजे मिस काल आई, मैंने पलट कर फोन किया और हमारी सुबह 6 बजे तक बातें चलती रहीं.

कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा. एक दिन मैं दोपहर में उसके घर गया. उसके घर पर कोई नहीं था तो मौका मिलते ही मैंने सोनी को अपनी बाहों में पकड़ा और उसके होंठों पर किस कर लिया. वो कहती रही कि कोई आ जाएगा, पर मुझे पता था कि अभी कोई नहीं आएगा.
उसने कहा- रात को मैं फोन करूँगी, अभी तुम जाओ.
मैं मन मसोस कर अपने घर चला आया.

ऱात में फोन आया तो उसने मेरे बहुत कहने पर मुझे अपने घर पर बुलाया. मैं उसके घर गया और उस के बिस्तर पर उस के पास लेट गया.

मैंने किस करना चालू किया, वो भी मेरा साथ देने लगी. पर जब भी मैं उसकी चुत को हाथ लगाता.. तो वो नहीं मानती. मैं नाराज होकर अपने घर चला आया. उसने सुबह फोन किया और मुझे मनाया. फिर उसने आज चुत देने का वादा किया, मैं रात का इन्तजार करने लगा.

आज रात भी जल्दी नहीं हो रही थी. खैर रात होने पर.. मैं तय समय पर पहुँच गया.

अब हमने किस करना शुरू किया. मैंने उस का शर्ट निकाल दिया. अपने सामने उसके कड़क स्तन देख कर मैं तो पागल ही हो रहा था. मैंने उसके एक चूचे को चूसना शुरू कर दिया. वो बहुत गर्म हो गई. मैंने सोचा कि अब आगे की कार्यवाही शुरू की जाए. मैंने सलवार का नाड़ा खोल दिया.

उसने अपनी सलवार को पकड़ लिया और कहने लगी- नहीं बहुत दर्द होगा.. मेरी बहन ने बताया है.
मैंने उसे समझाया, पर वो कहने लगी कि मैं मुँह से कर दूँगी. मैं मान गया, पर मैंने कहा- मैं भी तेरी चुदाई मुँह से करूँगा.

वो मान गई.

हम दोनों ने 69 के पोज में एक-दूसरे के आइटम को मुँह में लेने लगे.. बड़ा मजा आ रहा था.

फिर मैंने उससे कहा- तू चुत दे दे.
पर उसने कहा- तू मेरी पीछे की ले ले.

मुझे पता था कि पीछे की लेने में तो और भी ज्यादा दर्द होगा.

मैंने उसे समझाया तो कुछ समय बाद वो मान गई. मैंने अपने लंड पर तेल लगाया. मुझे पता था कि इसको बहुत दर्द होगा. जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चुत पर रखा, वो कहने लगी आराम से करना.

मैंने एक ही झटके में आधा लंड उसकी चुत में उतार दिया, वो दर्द से तड़प उठी. उसने लंड बाहर निकालने को कहा, पर मैंने कुछ नहीं सुनी और धीरे-धीरे धक्के देने चालू रखे.

कुछ देर मैं उसके मुँह से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ की आवाजें आने लगीं और मेरा भी पूरा लंड उसकी चुत में अन्दर तक जा चुका था.

उसे भी मजा आ रहा था, वो मुझे पागलों की तरह किस किए जा रही थी और कह रही थी- यार अगर मुझे पता होता कि इतना मजा आता है तो मैं पहले ही करवा लेती.

कुछ समय बाद वो अकड़ने लगी. मुझे पता चल गया कि इस का काम होने वाला है. मैंने धक्के तेज कर दिए. वो अपनी गांड उठा-उठा कर मजे ले रही थी.

कुछ देर बाद हम दोनों फारिग हो गए. फिर मैंने उस की गांड मारने को कहा.
तो वो कहने लगी- जब इसमें इतना दर्द हुआ तो उस में तो बहुत ज्यादा होगा.
मैंने कहा- तू ही तो कह रही थी कि पीछे वाली ले लो?
वो कहने लगी- मुझे क्या पता था.
पर वो कहने लगी- फिर कभी जरूर दूँगी तुझे.

उस रात हम दोनों ने 4 बार चुदाई की और फिर तो हमे जब भी मौका मिलता हम चुदाई कर लेते थे.

आपको मेरी चुदाई की रियल सेक्स कहानी कैसी लगी जरूर लिखना.
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