Tag: नोन वेज स्टोरी

होली के बाद की रंगोली-3

सचिन- काश पर निकल आते तो उड़ कर अभी वहां ही आ जाता। सोनाली- क्या बात है! रूपा से मिलने की इतनी जल्दी हो रही है क्या? सचिन- नहीं, रहने दो आप नहीं समझोगी। सोनाली ने जान बूझ कर बात को घुमा दिया था। वो जानती थी कि सचिन उसी से मिलने के लिए इतना […]

कमसिन चचेरी बहन की चुदाई-2

मैं- अगर तू जैसा मैं कहता हूँ वैसा नहीं करेगी तो मैं तुझसे कभी बात नहीं करूँगा. वो सहम गई. अनुराधा- मुझे शर्म आती है. मैं- शर्म क्यों? मैं तेरा भाई हूँ. पहले तू आँखें खोल ना. अनुराधा- नहीं. मैं- प्लीज़.. उसने आँखें खोलीं और मेरे जिस्म पे नजर डाल कर सीधा लंड को देखने […]

कमसिन चचेरी बहन की चुदाई-7

मैं पसीजने लगा था और वो मेरे घुटनों से सट कर रो रही थी. उस वजह से मेरा तौलिया काफ़ी लूज हो गया, जिसका मुझे ख्याल ही नहीं रहा. मैंने उसको देखा और उसे उसके कंधों से उठा कर ऊपर उठाया और कस के गले लगा लिया. वो बहुत रो रही थी.. बार-बार सॉरी कह […]

होली के बाद की रंगोली-10

सचिन- मतलब उस दिन जो तुम्हारे साथ हुआ वही तुम चाहती हो कि मेरे साथ भी हो? रूपा- हाँ! सही पकड़े हैं! रूपा ने टी वी वाली अंगूरी भाबी जी की स्टाइल में कहा। सचिन- ठीक है, तुम इतना सोचा है तो कोशिश करना तो बनता है। तभी सोनाली ने सबको खाने के लिए बुला […]

होली के बाद की रंगोली-09

ये सब सोच कर सचिन को इतना तो समझ आ गया कि अब डरने की ज़रूरत नहीं है। अब उसे कोई दबंग कदम उठा ही लेना चाहिए। वो उठा और उसने निश्चय किया कि अब सोचने का नहीं करने का समय है। पहले सचिन रूपा के कमरे की तरफ गया और देखा कि दरवाज़ा बंद […]

होली के बाद की रंगोली-08

सोनाली जब सचिन को चाय देने आई तो उसने नहीं सोचा था कि सचिन उसे पूरी तरह नग्न अवस्था में मिलेगा। वैसे तो सोनाली सचिन को छिप कर हज़ार बार नंगा देख चुकी थी लेकिन ये पहली बार था जब ऐसा आमने-सामने हुआ था इसलिए वो थोड़ा हड़बड़ा गई और जल्दी से बेडसाइड-टेबल पर चाय […]

माँ और बहन के साथ खुल्लम खुल्ला चुदाई

एक बार हम भारत आये तो हम एयरपोर्ट पर उतरे तो मामा जी गाड़ी लेकर बाहर खड़े थे. हम गाँव के लिए चल दिए. हमारा गाँव कुछ 15 किलोमीटर दूर था. रास्ते में मेरा भाई मेरी स्कर्ट के नीचे से मेरी चुत में उंगली कर रहा था. ये देख कर मॉम कहने लगीं- घर पहुँच […]

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-12

हम एक दूसरे को फ्रेंच किस कर रहे थे। ऋतु ने आँखें खोली और अपनी नशीली आँखों से मुझे देखकर थैंक्स बोली… पर तभी पीछे देख कर वही आँखें फैल कर चौड़ी हो गयी। हमारी कजिन सिस्टर नेहा उठ चुकी थी और हमारी कामुकता का नंगा नाच आँखें फाड़े देख रही थी। मैंने जब पीछे […]

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-17

मैं और नेहा उसके पीछे थे। नेहा ने अपने हाथ मेरी कमर पर लपेट रखे थे और मैंने उसकी कमर पर। बीच बीच में हम एक दूसरे को किस भी कर लेते थे। बड़ा ही सुहाना मौसम था, आज धूप भी निकली हुई थी। नेहा थोड़ा थक गयी और सुस्ताने के लिए एक पेड़ के […]

होली के बाद की रंगोली-13

सूरज की किरणों की थपकी से जब पंकज की आँख खुली तो सामने सोनाली की चूत थी। उसने उनींदी आँखें ठीक से खोले बिना उसे चाटना शुरू कर दिया। इस से सोनाली की नींद भी टूटी और वो अपने भाई का लंड बेड-टी समझ कर चूसने लगी। ऐसे ही सचिन और रूपा भी जाग गए। […]