Tag: सहेली

प्यासी नर्स और मेरा कुंवारा लण्ड

मैंने एक रात उसे कॉल की। उसने पूछा- आपको ये नंबर किसने दिया है? मैंने झूठ नहीं बोला और बता दिया कि मेरे एक फ्रेंड ने दिया है.. वो आपकी बहुत तारीफ करता है। मैं भी आपसे बात करना चाहता हूँ.. अगर आपको कोई एतराज़ ना हो। अगर आपको बुरा लगेगा तो मैं नेक्स्ट टाइम […]

पहला आनन्दमयी एहसास -2

और आप सभी के ढेरों मेल जो मुझे मिले, पढ़कर अच्छा लगा कि सबको मेरी ज़िन्दगी का पहला एहसास बहुत ही पसंद आया.. आपके मेल पढ़ने के बाद मुझमें दोबारा लिखने की एक ललक जगी इसलिए मैं उसी घटना के आगे का किस्सा बताता हूँ.. जैसे कि आप जानते हैं कि मैंने पहली बार अम्बिका […]

पहला आनन्दमयी एहसास -3

हम दोनों पसीने से तरबतर हो चुके थे, मैंने उसे कहा- तुरंत अपनी चूत धोकर साफ़ कर आ.. वो उठ कर चल दी तो उसके जाने के बाद मैंने सोचा ऐसे किसी अनजान घर में हूँ तो कपड़े पहन लूँ, इसलिए लाइट ऑन करने के लिए स्विच खोजने लगा.. जैसे ही मैंने लाइट ऑन की, […]

मेरे प्यार की कीमत-3

वो बिस्तर पर बैठ कर मेरे चेहरे पर और बालों पर हाथ फेरने लगी। ‘टेस्टी माल है!’ आनन्द ने होंठों पर जीभ फिराते हुए बेहुदगी से कहा। शीतल मुझे सहारा देकर बाथरूम में ले गई। बाथरूम में मैं उससे लिपट कर रो पड़ी। उसने मुझे नहलाया। मैं नहा कर काफ़ी तरोताजा महसूस कर रही थी। […]

मेरे साथ ज़बरदस्त चुदाई हुई -1

दीवाली से कुछ दिन पहले मेरी मम्मा के रिश्तेदार का एक लड़का हमारे घर आया, उसे कुछ काम था। क्या काम था वो मुझे मालूम नहीं, पर न ज़ाने क्यों मुझे उस लड़के को देख कर अजीब सा लग रहा था, पर फिर भी मैंने कुछ भी गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे ही 2-3 दिन […]

शर्म, हया, लज्जा और चुदाई का मजा-1

मेरा नाम रिया खन्ना है, महाराष्ट्र के एक गाँव में रहती हूँ। मैं दिखने में सुन्दर हूँ, मेरा कद 5’5″ है, मेरे शरीर की रचना 30-28-30 की है। मैं अक्सर अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ती हूँ, तो मैंने सोचा क्यों ना मैं अपनी आपबीती भी आपके साथ बाँट लूँ। वैसे तो मैं बहुत शर्मीली हूँ लेकिन […]

चूत का रसिया-1

आज की कहानी सात साल पहले की है। तब श्वेता नाम की एक खूबसूरत बला मेरी जिंदगी में आई थी मेरी गर्लफ्रेंड बन कर। श्वेता 19-20 साल की मदमस्त अल्हड़ जवान लड़की। नई नई जवानी फूटी थी श्वेता में तभी तो सारा दिन मस्ती के मूड में रहती थी। मेरे घर के पास ही टयूशन […]

मेरा गुप्त जीवन-41

कम्मो का भी यही मानना था कि जब उसने और उसकी सहेलियों ने मेरे खड़े लंड को देखा तो उनको विश्वास नहीं हुआ था कि मेरा लंड इतनी देर खड़ा रह सकता है और उनकी चूत को हरा सकता है बार बार। कभी कभी मैं साफ़ महसूस करता था कि मेरे संपर्क में आई सारी […]

मेरा गुप्त जीवन-98

चौकीदार राम लाल ने हम सबका स्वागत किया और हम सब अंदर बैठक में जा कर बैठ गए। जल्दी ही कम्मो भी आ गई, बड़े प्यार से सब लड़कियों से मिली खासतौर से नई लड़कियों से! कम्मो के साथ मैं रसोई घर में गया और पारो से पूछा कि इन दो नए मेहमानों के लिए […]