Tag: सहेली
जूही और आरोही की चूत की खुजली-34
पिंकी सेन गुड-मॉर्निंग फ्रेंड्स आप के मेल से पता चला कि आपको कहानी के क्लाईमेक्स की जल्दी नहीं है। सब यही चाहते हैं कि कहानी चलती रहे। तो आनन्द लीजिए। अब तक आपने पढ़ा… साहिल बड़े प्यार से जूही की चुदाई करता है और नीचे आकर जूही अन्ना से बात करने रूम में चली जाती […]
भाई की सालियों संग चुदाई-लीला-1
अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-10
अब अब्दुल ने सविता की चूत में अपना लंड घुसाने का इरादा बना लिया था, अब्दुल सविता को अपने लंड पर बिठाने लगा। उधर मैं पीटर के बगल में लेट कर दोनों की चुदाई का आनन्द ले रही थी और उधर पीटर पीछे से अपने हाथ मेरी दोनों टांगों के बीच से मेरी चूत में […]
अंगूर का मजा किशमिश में-9
सारिका कंवल उसने चोदने का मन बना लिया, उसने मुझे खड़े होने को कहा और खुद भी खड़ा हो गया, सुधा ने मेरी योनि पर थूक लगा दिया। मुझसे विजय ने कहा- तुम मेरे लौड़े पर अपना थूक लगाओ ! मैंने लगा दिया। सुधा ने नीचे बैठ कर मेरी एक टांग उठा दी। फिर विजय […]
अंगूर का मजा किशमिश में-11
सारिका कंवल मैं गर्म होने लगी थी, उधर मेरे सहलाने की वजह से विजय का लिंग भी सख्त हो चुका था। विजय ने तब मेरी टाँगों को फैला कर अपने कमर के दोनों तरफ कर मुझे गोद में उठा लिया। उसने मेरी दोनों जाँघों को पकड़ कर सहारा दिया और मैं उसके गले में दोनों […]
मेरे साथ ज़बरदस्त चुदाई हुई -3
तो उसने हाथ आगे बढ़ा कर ‘प्रोमिस’ किया। ‘अब अगर तुम्हें दर्द हुआ तो तुम जो चाहो वो सज़ा दे सकती हो।’ करीब एक घंटे की अनिल की मिन्नतों के बाद मैंने ‘हाँ’ कहा। अब अनिल खुश था कि मैंने उसकी बात मान ली और मैं भी खुश थी कि चलो अनिल कह रहा है […]
रश्मि और रणजीत-7
रानी- अरे यार.. तुम्हें याद नहीं है 9 बजे मेरे मामा जी आने वाले हैं। सीमा- हाँ यार.. ये तो मैं भूल ही गई। रानी- तुम मजे करो.. मैं चलती हूँ। रणजीत- अरे डार्लिंग ऐसे कैसे जाओगी कुछ तो खा लो। रानी- नहीं जीजाजी.. मेरे मामा जी आने वाले हैं शायद घर से कुछ पैसे […]
संजना की बहुत तड़प रही है
मैं यहाँ यह बता दूँ कि उसके साथ काम करने वाली टीचर का नाम संजना है जिसके पति कैनेडा में हैं और दूसरी टीचर का नाम रेनू है जिसकी शादी को दो साल हो चुके हैं। एक दिन उन दोनों ने उसे संजना के घर पर बुलाया। सन्डे का दिन था, राहुल संजना के घर […]
एक चूत पर एक चूत फ्री
उसके होंठ गुलाब की पंखुड़ियों की तरह थे जिनमें हरदम रस भरा रहता था, जैसे किसी के इंतज़ार में बैठे हों। हम तो बस उसकी चूत का अंदाज़ा लगाकर ही खुश हो जाते और पानी निकाल देते थे। मेरी जब भी उससे आँख मिलती तो वो अपने होंठों का रस पी लेती थी और मुझे […]