Tag: वीर्यपान

गर्लफ्रेंड की सहेली ने अपनी चूत चुदवाई

एक दिन प्रभा का कॉल आया तो मैंने काल रिसीव किया। वो मुझसे नोट्स मांग रही थी.. तो मैंने कहा- नोट्स तो निशा के पास हैं। तो वह मुझसे बात करने लगी- मुझे तो नोट्स की सख्त जरूरत है। हम दोनों बातें करने लगे। मैंने उसके पति के बारे में पूछा.. तो वो बोली- आफिस […]

वो भीगी-भीगी चूत चुदाई की भीनी-भीनी यादें-2

मैं अभी भी सोया नहीं था.. ऐसा लग रहा था कि उसे बस प्यार करता रहूँ.. पर बहुत डर लग रहा था कि कहीं कुछ गलत ना हो जाए। फ़िर उसने धीरे से आँखें खोलीं तो देखा कि उसकी बहन तो अपनी जगह पर ही है, उसने यह भी देखा कि मेरी जगह पर कोई […]

दोस्ती और प्यार के बीच का अहसास-2

इसी ख़ुशी में उसने चुपके से मेरे गाल पर जल्दी से किस किया और एग्जाम हॉल में चली गई। एग्जाम शुरू हुआ.. दोस्तो अगर बहुत दिनों की नाराज़गी मिट जाए और एग्जाम से पहले कोई गाल पर किस करे तो एग्जाम ख़ूबसूरत ही जाता है। मैंने तो 3 घंटे इसी बेसब्री में एग्जाम दिए कि […]

चुदाई की भूखी लौंडिया की मस्त दास्तान-2

उसने मेरे कंधे पकड़ कर धीरे-धीरे लौड़ा चूत के भीतर किया। लौड़ा घुसते समय बड़ी परेशानी हुई। उसका लंड अच्छा, स्वस्थ और सामान्य रूप से तगड़ा किस्म का था। लौड़ा लेते ही मेरी आंखें मिच गईं। उसने हल्के-हल्के अन्दर-बाहर किया। मैंने गांड को दाएं-बाएं कर लंड को अन्दर एडजस्ट किया। जब लंड ने जगह बना […]

चुदाई की भूखी लौंडिया की मस्त दास्तान-4

मेरा अब मुँह चूसते-चूसते दर्द करने लगा, लेकिन अब तो चूस कर ही माल निकालना था.. सो चूसती रही। कुछ देर में वह झड़ गया, कम से कम दो चम्मच के बराबर पतला वीर्य निकला जो मैंने अपने होंठों पर निकाला था। उसे फिर मुँह खोलकर अन्दर लिया। जो होंठों पर बिखरा था, उसे जीभ […]

चुदाई की भूखी लौंडिया की मस्त दास्तान-3

उसने उठकर देखा और कहा- ओह.. सॉरी.. यहाँ तो नीला निशान पड़ गया। मैंने कहा- इसकी तकलीफ कैसे कम होगी? उसने कहा- इस जगह मैं लंड से वीर्य मल दूँगा। तुम्हारा दर्द दूर हो जाएगा। उसने मेरी पीठ.. दोनों चूतड़ों और जांघों के चुंबन लिए। ओ.. आह.. हा.. क्या उत्तेजना थी उस समय। फिर उसने […]

ट्रेन में दोस्ती से लेकर चुदाई का सफर

और फिर ट्रेन आ गई, उसे भी मेरे वाली ट्रेन की प्रतीक्षा थी. मैं ट्रेन में ऊपर वाले बर्थ पे चढ़ गया और मेरा नसीब भी इतना अच्छा कि वह ठीक मेरे सामने वाले बर्थ पे बैठ गयी और मैंने उसे घूरा और उसने मुझे देखा और स्माइल दे दी. मैंने नज़र इधर कर दी. […]

गांव के देसी लंड ने निकाली चूत की गर्मी

जो बात मैं आपको बताने जा रही हूँ वह भी मेरे गांव की ही कहानी है. अपने गांव में मैं एक लड़के से बात करती थी. उसका घर मेरे घर से थोड़ी ही दूरी पर था. वैसे तो मुझे वही लड़का पसंद था लेकिन उसके दोस्त भी मुझ पर लाइन मारने की पूरी कोशिश करते […]

तीन पत्ती गुलाब-17

पप्पू तो अब अपने पूरे जलाल पर आ गया था, बार-बार ठुमके लगा रहा था। एक-दो बार तो गौरी के हाथ से फिसल गया तो गौरी ने दोनों हाथों से उसे पकड़ लिया और फिर उसे हिलाने लगी। मेरा मन तो कर रहा था हाथों का झंझट छोड़कर सीधा ही इसके मुखश्री में डाल दूं […]

तीन पत्ती गुलाब-14

“मुझे लगता है इसका ऊपर का माला खाली होगा?” मैंने हंसते हुए कहा। “नहीं जी… और दूसरी बातें तो जी में आये उतनी किये जाओ बस पढ़ाई से जी चुराती रहती है।” मैंने मन में सोचा ‘इस बेचारी की चूत और गांड अब एक अदद लंड माँगने लगी है पढ़ाई-लिखाई में अब इसका मन कहाँ […]