Tag: लंड चुसाई

मैं लौड़ा नहीं चूसूंगी-2

मुझे घर में रहते हुए 20-22 दिन हो गए थे, भाभी मुझसे चिढ़ने सी लगी थीं। मैंने सोचा की दो दिन बाद मैं उमा के पास जाकर रह लूंगी। मेरी मौसी दो दिन के लिए आ रही थीं। मैंने उमा से कहा- मैं दो दिन बाद तेरे साथ आकर रहूंगी। अगले दिन मेरी मौसी आ […]

मैं लौड़ा नहीं चूसूंगी-1

मैं और भाभी रात को दस बजे बिस्तर पर आ गई। भाभी ने साड़ी उतार दी। वो अब पेटीकोट और ब्लाउज़ में थीं। उन्होंने पेटीकोट उठा कर अपनी चड्डी भी उतार दी। ब्रा वो पहने नहीं थीं। मैं एक मैक्सी और चड्डी पहने थी। भाभी ने मुझसे पूछा- ब्लू फिल्म देखोगी क्या? मैं पिछले दस […]

प्यासी दुल्हन -3

मैंने भाभी से कहा- भाभी, मेक्सी तो ऊपर है, अमित तो सो गया होगा। भाभी हँसते हुए बोली- जब मैं अकेली होती हूँ तो कई बार नंगी ही सो जाती हूँ। ऐसा करते हैं, हम दोनों दरवाज़ा बंद करके नंगी ही सो जाती हैं। बच्चों के उठने से पहले मैं जाग जाती हूँ, तुम्हे भी […]

मसाज़ सेन्टर में गाण्ड मरवाई

करीब दो साल पुरानी बात की है, मैं एक बार बारहवीं कक्षा की परीक्षा के बाद एक मालिश सेण्टर में गया ताकि मेरा शरीर थोड़ा रेलक्स फील करे। जैसे ही मैं सेण्टर पर पहुँचा तो मुझे इन्तजार करने को कहा गया। रात के नौ बज चुके थे, सेण्टर बंद होने का वक्त हो रहा था, […]

प्रचण्ड मुसण्ड लौड़ा-2

उसने सुस्ताने के लिए अपना सर अलग कर लिया। “थक गए क्या?” पिंकू ने पूछा। “हाँ यार, तुम्हें कितनी देर लगती है झड़ने में?” “मुझे तो बहुत देर लगती है… एक घण्टा तक लग जाता है।” पिंकू ने गर्व से कहा। बहुत हैवी-ड्यूटी लौड़ा था। “थोड़ी देर और चूसो ईशान !” पिंकू ने आग्रह किया। […]

अक्षिता की अधूरी प्यास

आज पांच-छः साल हो गये, अब तो पति देव का यह हाल है कि काम से लौटे, खाना खाया और बिस्तर पर लेट गये। बहुत हो गया तो महीने में एक बार चोद दिया। पर मैं… ना… ना… पतिव्रता तो हूँ, पर चुदाई के मामले में नहीं… उसके कुछ दोस्तों से मैं चुद चुकी हूँ, […]

मुंह बोला भाई- बहनचोद

रवि दिन भर दुकान पर रहता था, सुनील उसके लिए घर से खाना ले आता था। जब भी रवि को समय मिलता था, वह एक दो दिन में मेरे घर जरुर आता था, कई बार मम्मी उससे बाजार से जरूरी सामान मंगवा लेती थी। रात को रवि घर में खाना खाता था। छोटी होने के […]

बदले की आग-10

मैं बोला- आज की सजा के बाद तुम कुसुम से वैसा ही प्यार करोगी जैसा पहले करती थीं। मुन्नी बोली- ठीक है, लेकिन आज के बदले के बाद ! कुसुम रोते हुए बोली- दीदी, सच मेरे कारण गीता भाभी और आपको बहुत सहना पड़ा, आप मेरी 3-3 से नहीं 4-4 लण्डों से मेरी चूत चुदवाओ […]

बदले की आग-9

गीता चोर आँखों से मुझे देख कर मुस्करा रही थी। अगले दिन कुसुम मुन्नी और गीता के साथ फ्लैट में गई। पीछे पीछे मैं और मोहन भी आ गए हमने अंदर घुसते ही कपड़े उतार कर लुंगी पहन ली। दूसरे कमरे मैं भाभी और मुन्नी ने अपनी साड़ी उतार ली और कुसुम की साड़ी भी […]

बदले की आग-5

मैंने कहा- भाभी, अभी तो एक पारी हुई है, सजा तो इसे दूसरी पारी में मिलेगी जब इसकी चुन्नी चुदेगी। मुन्नी भाभी से चिपक कर बोली- गीता तुमने मुझे बदनामी से बचा लिया है, मैं किसी भी सजा के लिए तैयार हूँ। कुछ देर बातें करने के बाद मैंने अपने पप्पू की तरफ इशारा करते […]