Tag: बेस्ट लोकप्रिय कहानियाँ

होली में सेक्सी भाभी की चूत चुदाई

उनके पति किसान थे, तो ज्यादातर घर से बाहर ही रहते थे. उनके घर मेरा आना जाना भी बहुत था. चूंकि मैं बहुत दिन बाद घर जाता था, तो सेवा भी अच्छी होती थी. ये बात अबकी बार होली की है और हमारे यहाँ होली के 7-8 दिन पहले ही माहौल बनना शुरू हो जाता […]

पड़ोसन दीदी की पोर्न कलेक्शन और चुदाई

मैं एक दिन उनके घर गया और उनसे कुछ बातें हुईं, फ़िर मैं अपना काम करने लगा. हम दोनों बैठे थे और कुछ देर बाद मीतू दी पानी लेने गईं तो मैं उनका फोन देखने लगा. दोस्तो, ये मेरा शौक है, मैं लोगों के फोन देखना पसंद करता हूँ. अब तक मेरे मन में मीतू […]

डॉक्टर की बीवी के हुस्न का रसपान

उस मकान में पानी हम सभी को चापाकल (हैण्ड पम्प) से लेना पड़ता था क्योंकि उस क्षेत्र में बिजली की समस्या रहती थी। चंचल रोज चापाकल पर ही अपने कपड़े धोया करती थी जिससे मुझे उसके हुस्न का दीदार करने का मौका रोजाना मिल जाता था। मैं उसे भाभी कह कर बुलाता था। उससे बात […]

मेरी कमसिन जवानी के धमाके-1

अब कॉलेज में मैं सलवार सूट पहनती थी, जीन्स पहनने की हिम्मत नहीं हुई. कॉलेज में चलते वक्त या फिर क्लास में लड़कों की और कुछ प्रोफेसर की नजर मेरे छाती पर या फिर नितम्बों पर टिकी रहती थी. पर मेरे शर्मीले स्वभाव की वजह से कोई आगे नहीं बढ़ता था. मैं घर में बोर […]

मम्मीजी‌ आने वाली हैं-1

सही में नयी नयी चुत का स्वाद चखने के मामले‌ में तो कभी कभी मैं अपने आप को बहुत ही भाग्यशाली समझता हूँ, क्योंकि अभी कुछ दिन ही तो हुए थे जब मुझे मोनी की नयी और इतनी कसी हुई चुत का स्वाद चखने को‌ मिला था और अब ये … चलो अब ज्यादा समय […]

मकान मालिक ने चुत की प्यास बुझाई-1

भाभी का नाम मल्लिका है. उनकी बताई हुई कहानी को मैंने लिखा भर है, बाकी जो कुछ भी हुआ है, वो सब भाभी अपनी जुबानी आपको बता रही हैं. आगे की दास्तान मल्लिका भाभी की जुबानी कुछ इस तरह से है. नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम मल्लिका है मेरी उम्र 27 साल है. मेरी शादी को […]

चूत का भूत

अक्टूबर का ठण्ड का मौसम दिन बे दिन उदासी और बोरियत बढ़ाने लगा था. तभी हमारे घर के बगल एक इंजीनियरिंग कॉलेज जाने वाला लड़का शिफ्ट हुआ. दिखने में हट्टा कट्टा गबरू जवान, 21-22 वर्ष का लग रहा था. कद 6 फुट लगभग! उसमें बस एक कमी थी कि वो थोड़ा सा काला था. पर […]

चूत की चाकरी

पिछले महीने मैंने दरख्वास्त देकर, साहब से मिन्नत कर के अपनी बदली कहीं और करवाई। ऐसा नहीं कि साहब कोई बुरा आदमी था, साहब तो बहुत ही नेक आदमी था, मेरे बनाए खाने की बहुत तारीफ करता था, मेरी बहुत बार कई तरह से मदद भी की थी। मुझे दिक्कत थी मेम साहब से… हुआ […]

कामवाली की मंझली बहू-1

तीन वर्ष पहले जब मैं बैंगलोर में आया था तब मैं पन्द्रह दिनों के लिए एक पेइंग गेस्ट-हाउस में रहा था लेकिन उसके बाद कंपनी ने मुझे रहने के लिए एक फ्लैट दिला दिया. मेरा फ्लैट एक बहुमंजिली इमारत के दसवें तल पर है और उसमें एक बैठक, एक बैडरूम, एक छोटा स्टोर कमरा, एक […]

मेरी मॉम है या रांड-3

मॉम- अरे सोनू उठ गया बेटा.. तू कब आया, तूने आने की कोई खबर भी नहीं दी. मैं अभी भी सुबह की घटनाओं में ही डूबा हुआ था और मॉम मुझसे सवाल पूछ रही थीं. तभी मॉम ने मुझे हिलाया- क्या हुआ सोनू कहाँ खोया है? मैं तुझसे ही बात कर रही हूँ. मॉम मुस्कुरा […]