Tag: बेस्ट लोकप्रिय कहानियाँ

बस के सफर से बिस्तर तक-2

एक दो दिन तो मैं डर डर कर रहा मगर फिर पहले जैसा ही सब कुछ सामान्य हो गया। ममता जी के मेरी शिकायत नहीं करने से मेरे दिल में अब उनके लिये नये नये ख्याल आने लगे और मैं दिल ही दिल में उनको पाने के लिये योजनायें बनाने में लग गया, जिसके लिये […]

मेरे चोदू समधी जी

कुछ महीनों बाद मेरी बेटी की शादी हो गयी। वो अपने घर चली गयी। घर पर मैं अकेली रह जाती हूँ। अपना टाइम नेट पे बिताती हूँ। मेरे पति अब मेरी बहुत कम चुदाई करते थे। मैं परेशान रहती थी। मैं अपने समधी और समधन के बारे मैं बता दूँ। मेरे समधी 45 साल के […]

मेरी मम्मी और मेरे ससुर की होली

एक दिन सुबह सुबह मैं सिर्फ ब्लाऊज और पेटीकोट में उनको चाय देने गयी। मुझे क्या पता था वो मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोलने के चक्कर में हैं। मेरी शादी को जल्द ही एक साल हो गया होली का त्यौहार आने वाला था मेरी ससुराल में पहली होली थी। मैं बहुत मस्ती करने के मूड […]

ससुर और बहू की कामवासना और चुदाई-6

“अदिति बेटा, अब आजा फिर से!” “क्यों आऊँ पापा जी… मैं तो यहीं ठीक हूं!” “अरे आ ना टाइम पास करते हैं दोनों मिल के!” “टाइम तो अच्छे से पास हो रहा है मेरा यहीं बैठे बैठे!” “बेटा जी, इस कूपे का हजारों रुपये किराया दिया है हमने. अभी दिल्ली पहुँचने में 18 घंटे बाकी […]

ससुर और बहू की कामवासना और चुदाई-7

ट्रेन साढ़े नौ के करीब भोपाल जा पहुंची. हम लोगों का डिनर हो चुका था और अब हमारी जर्नी लास्ट लैप में थी. सुबह छह बजे हमें निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन (दिल्ली में कई रेलवे स्टेशनों में से एक) पहुंच जाना था. अब कोई सात आठ घंटे ही हमारे पास थे. “अदिति बेटा!” “हां जी पापा […]

स्त्री-मन… एक पहेली-6

लेकिन इस बार मैं काम-क्रीड़ा से पहले अपनी उंगलियों से योनि के छेद को ख़ुला करने के मूड में हरगिज़ भी नहीं था. आज लिंग का काम लिंग ही करने वाला था. प्रिया की योनि से काम-रस बेतहाशा बह रहा था. मैंने प्रिय के बाएं निप्पल को मुंह में ले कर चुमलाया, तत्काल प्रिया मेरे […]

भाई की कुंवारी साली की सील तोड़ी-2

मैं जैसे ही दरवाजा की खिटकिली अंदर से खोलने लगी, जीजा ने फिर से पकड़ लिया पीछे से और मेरे हाथ से चाकू छीनकर ऊपर रैक में फेंक दिया, और मुझे फिर से उठाकर बिस्तर में पटक दिया. जीजा बोले- वन्द्या मान जाओ प्लीज! और मेरे ऊपर चढ़ गए इस बार… मैं फिर से उनसे […]

अधूरी ख्वाहिशें-2

मैं कहानियाँ पढ़ने के बाद की उसकी मानसिक अवस्था बेहतर समझ सकता था। उसने गौसिया की कहानी एक्चुअल रूप में जाननी चाही ताकि कहानी के हिसाब से उनके बीच छुपाव के लिये आजमाये गये एहतियाती कदमों को परख सके.. तो मैंने उसे नाम, जगह और संबंधित एक्टिविटीज बदल कर सुना दी, जिससे गौसिया की आइडेंटिटी […]

पुत्र वधू की सुहागरात-2

अब आगे: मैं बोला- पूजा बेटी देखो, जिस चीज़ के लिये तुम परेशान हो, वही कमी कई बार मुझे भी खलती है. अंकुश की मम्मी के जाने के बाद इतने साल से मैं भी अकेला रोज़ रात को अपने हाथ से ही काम चला रहा हूँ. अगर तुम चाहती हो कि घर इज़्ज़त बाहर ना […]

बहूरानी के मायके में चुदाई-2

कुछ ही देर में बहूरानी दो पेपर कप्स में चाय ले के आ गयी और कुर्सी डाल के मेरे पास ही बैठ के चाय सिप करने लगीं. चाय पीते हुए हमलोग शादी के सम्बन्ध में ही बातें करने लगे जैसे कि जनरल, घरेलू बातचीत होती ही है. कुछ ही देर में अदिति बहू के अंकल […]