Tag: दोस्त की बीवी

दोस्त और उसकी बीवी ने लगाया ग्रुप सेक्स का चस्का-6

जब मैंने उसको अपनी कसम देकर पूछा तो उसने बता दिया कि वो और उसकी चचेरी बहन रोज फ़ोन पर बातें करते हैं और उसकी बहन अपने देवर से पूरे मजे लेती है। मैंने दीपा से कहा- अपनी बहन की मुझे भी दिलवाओ! तो दीपा बोली- दिलवा दूँगी… मगर फिर मुझे भी तो एक और […]

दोस्त और उसकी बीवी ने लगाया ग्रुप सेक्स का चस्का-1

पंद्रह दिन में एक बार पत्नी के पास जा पाता था, उस दिन रात भर चुदाई होती। यह हम दोनों की इच्छा थी कि जब तक साथ नहीं रहेंगे, तब तक बच्चा नहीं करेंगे। अगले दिन अगले पंद्रह दिनों के बाद मिलने की आस में मुझे गाजियाबाद वापस आना पड़ता! मेरे पड़ोस में एक पंजाबी […]

दोस्त को जन्मदिन का तोहफ़ा-2

वो दोनों पलंग पर थे.. मैं उनके सामने कुर्सी पर ही बैठ गया। मुझे सामने बैठा देख बृजेश कुछ हिचकिचाने लगा। मैंने कहा- अरे यार शर्माओ मत.. मुझे भी आज लाइव पोर्न देखने का बड़ा ही अच्छा मौका मिला है.. मैं यह मौका गंवाना नहीं चाहता। मैं तो यहीं बैठ कर सब कुछ देखूँगा और […]

दोस्त को जन्मदिन का तोहफ़ा-1

वैसे तो हमारी सेक्स यात्रा के बहुत ही चटपटे और उत्तेजक किस्से हैं.. पर आज मैं आपको वो किस्सा बताना चाहूँगा.. जिसके साथ हमारे बीच सेक्स पार्टनर की अदला-बदली का खेल शुरू हुआ। बात आज से 3 साल पहले की है, तब मेरी और वैशाली की सगाई हो चुकी थी.. पर शादी में कुछ महीने […]

वो तोहफा प्यारा सा -4

हालांकि मैंने जन्मदिन वाले दिन वो ही सूट पहना पर मेरा असली तोहफा तो अभी तक श्वेता पर उधार ही था। हमारी अपने कुछ कपल्स मित्रों से मौजमस्ती ऐसे ही जारी थी। इसी बीच एक दिन जयपुर के एक कपल मित्र सोनम-शिवम का संदेश आया कि वो दोनों यहाँ भोपाल में 2 दिन के लिये […]

ग्रुप सेक्स का मजा सैटरडे क्लब में-2

शाम को मैंने नहाकर पूरी बॉडी पर गुलाब का स्प्रे किया ख़ास कर चूत के आसपास और हल्का मेकअप करके तैयार हुई। नीरज भी बहुत उत्साहित उत्तेजित था। हम लोग खाना खाकर रात 8 बजे होटल पहुँच गए। वहाँ एक सुईट बुक था। हमें कमरे के बाहर ही रवीना मिली और उसने हमें दो मास्क […]

मुझे जीना सिखा दिया-3

तब तक शशि भी उठकर बाथरूम में जाने लगी, उसको जोर की पेशाब लगी थी। बाथरूम के दरवाजे पर काजल के बराबर से निकलते ही शशि ने काजल का तौलिया खींचा संगमरमर जैसे बदन की पानी की बूंदों से सराबोर नग्‍न काजल को मेरी तरफ ढेलती हुई बोली- जाओ अब तो गर्मी वहीं दूर होगी […]

मुझे जीना सिखा दिया-2

इस बार शशि ने बाहें फैलाकर खुद मुझे जकड़ लिया और अपने दहकते होठों को मेरे होठों पर रख दिया। अब मैं बारिश में भीगकर भी कामाग्नि में तपने लगा, कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, कुछ भी पता नहीं था, बस बाहों में एक सुन्‍दरी थी इसके और मैं उस पर के आनन्‍द […]

वो तोहफा प्यारा सा -6

बस उसी पल का फायदा उठाकर शिवम उसकी दोनों टांगें फैलाकर उनके बीच जा बैठा। अब श्वेता चाहकर भी दोबारा अपनी टांगों को इकट्ठा नहीं कर पा रही थी तो उसने अपने दोनों हाथों से योनिद्वार को ढक लिया। पर शिवम भी कमजोर खिलाड़ी नहीं था, उसने अपने दोनों हाथों से श्वेता के दोनों हाथों […]

वो तोहफा प्यारा सा -5

श्वे‍ता और सोनम दोनों ही बस एक दूसरी की तरफ देख रही थी। तभी मैंने पूरे जोश में कहा- देखी हम मर्दों की जुबान, जो कहा वो किया क्योंकि हमने खेल के शुरू से ही जो शर्त तय हुई थी उसको माना, तुम औरतो को देख लो, तीन बार जीती तो कितनी जोर जोर से […]