यह कहानी की दुनिया के मेरा पहला कदम है. इससे पहले मैंने बहुत कहानियाँ पढ़ी हैं लेकिन कभी अपनी कहानी किसी के साथ शेयर नहीं कर पाया और फाइनली मैंने डिसाइड किया कि क्यों ना मैं अपनी फैमिली सेक्स स्टोरी भी आप सब तक पहुँचाऊँ.. शायद आपको पसंद आए. कहानी पूरी तरह से मेरे और […]
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सेक्सी बहन की चूत गान्ड चोदने की तैयारी -3
उसने एक कंटीली सी स्माइल दे दी। मैंने भी कहा- अभी तो इससे काम चला लेता हूँ.. पर आज रात को तेरा दूध पिऊँगा.. फिर मैंने दूध पिया और काजल गिलास लेकर अपने काम में बिज़ी हो गई। मैं कॉलेज चला गया। अब आगे.. मैं कॉलेज चला गया और शाम को जल्दी घर आ गया.. […]
वो मुझसे चुदेगी जरूर
जब मैं उनके घर गया.. तो देखा कि मामा तो ऑफिस के काम से बाहर गए हुए थे और मेरा भाई यानि उनका लड़का कोचिंग में था। घर में सिर्फ मामी और मेरी बहन जिसका नाम तृषा था.. वो थी। मैं दोपहर में गया था.. उस वक्त मामी तो सो रही थीं.. तो तृषा ने […]
जब पहली बार मुझे सेक्स के बारे में पता चला-2
मैं गिड़गिड़ाने, रोने लगा तो वो बोली- यह है तो ग़लत.. पर तुम्हारी कंडीशन भी खराब है.. मुझे सोचने का मौका दो। वो बाहर चली गई.. और मैं फिर मायूस हो गया। लेकिन कोई दस मिनट के बाद वो फिर वापिस आई.. और धीरे से बोली- ठीक है.. सब सो रहे हैं। मैंने आशा भरी […]
जब पहली बार मुझे सेक्स के बारे में पता चला-3
वो डर कर बोली- नहीं.. नहीं.. ये सब नहीं.. मैंने कहा- सोनिया.. अब कैसी शर्म.. अब तो हम दोनों एक हो गए हैं। वो बोली- ठीक है.. पर फिर भी.. मैंने कहा डर मत.. किसी को पता नहीं चलेगा.. अब मुझे रोको मत। यह कह कर मैंने उसकी ब्रा के हुक खोल दिए.. उसकी ब्रा […]
जिस्मानी रिश्तों की चाह -29
अब आगे.. आपी के इशारे को समझते हुए मैंने एक नज़र अम्मी पर डाली, वे टीवी देखने में ही मस्त थीं और फिर आपी को देखते हुए अपने हाथ पर किस किया और किस को आपी की तरफ फेंक दिया। आपी के चेहरे पर बेसाख्ता ही मुस्कुराहट आ गई और उन्होंने अम्मी से नज़र बचा […]
जिस्मानी रिश्तों की चाह-28
मैं यह कह कर आपी के साथ ही सोफे पर बैठ गया। मैं वाकयी ही बहुत दुखी हो गया था, मैं अपनी प्यारी बहन को रोता नहीं देख सकता था। मैंने अपने एक हाथ से उनके सिर को नर्मी से थामते हुए अपने सीने से लगा लिया और अपना दूसरा बाज़ू आपी के पीछे से […]
जिस्मानी रिश्तों की चाह -30
आपी ने मेरी गोद में गिरते ही अपने जिस्म को सिकोड़ लिया था और अपने दोनों बाजुओं में सीने के उभारों को छुपा लिया था। मैंने आपी को अपने बाजुओं में भींचते हुए कहा- बोलो बसंती.. अब तुम्हें कौन बचाएगा? मैं यह कहते हुए सिर झुका करके आपी के गाल चूमने की कोशिश करने लगा। […]
जिस्मानी रिश्तों की चाह-38
फरहान ने बेसाख्ता अपने सिर पर हाथ फेरा तो उसके हाथ पर भी मेरे लण्ड का जूस लग गया। फरहान ने अपने हाथ को देखा और फिर आपी की आँखों में देखते हुए ज़ुबान निकाल कर चाटते हुए बोला- उम्म्म.. आपी आप भी चख कर तो देखतीं.. इतना बुरा नहीं है.. ‘आहह…. डिज़्गस्टिंग फरहान.. तुम […]
जिस्मानी रिश्तों की चाह-45
नाश्ता करके हनी और फरहान अब्बू के साथ ही निकले थे और उनके कुछ ही देर बाद मैं भी अपने कॉलेज चला गया। दोपहर में जब मैं कॉलेज से घर वापस आया और अपने कमरे में दाखिल हुआ.. तो मुझे हैरत से एक झटका लगा। फरहान और आपी कंप्यूटर टेबल के सामने बैठे थे और […]