Tag: चुदास

सौतेली दीदी की चूत चुदाई -2

मैंने उनके आने की आहट पा कर अपना पैन्ट उतार दिया और लण्ड को खड़ा करके सोने का नाटक करने लगा। मैंने अपने मुँह पर कंबल ले लिया जिसमें मैंने एक छेद ढूँढ कर रख लिया था.. उस छेद से मैं उन्हें देख रहा था कि दीदी क्या करती हैं। जब वो कमरे में आईं […]

मामा की बेटी ने चूत चोदना सिखाया-1

मुझे पानी पिला कर वो मम्मी के पास जाकर बैठ गई। मैं भी कमरे में मोबाईल से पंगे ले रहा था। वो फिर से अन्दर मेरे कमरे में आई और उसने मुझसे कहा- अबी पढ़ ले.. आगे की कक्षा में जाओगे तो पहले से अपने इम्तिहानों की तैयारी रखो.. इस मोबाइल में कुछ नहीं रखा […]

बीवी की चूत चुदाई उसके भाई से -1

इसको सुन कर मेरे लंड में भी जोर आ गया और मैंने बोला- तो पक्का इस बार राजीव ही तुम्हारी चूत चोदेगा मेरी जान.. उसका लंड.. तेरी चूत और हम तीनों का प्यार.. मैं भी सोचने लगा कि अगर राजीव बिस्तर पर होगा.. तो उससे तो मैं भी गाण्ड मरवा लूँगा.. कितना मस्त है। फिर […]

एक भाई की वासना -5

मैं रसोई में गई और कुछ बर्तन ले आई और फिर जाहिरा को भी खाना लेकर आने का कहा। मैं फैजान के पास बैठ गई और जाहिरा का वेट करने लगी। अब आगे लुत्फ़ लें.. थोड़ी देर के बाद जाहिरा खाने की ट्रे लेकर आई.. तो उसका चेहरा शर्म से सुर्ख हो रहा था.. लेकिन […]

एक भाई की वासना -3

फिर वो हमारी तरफ बढ़ा। इतनी देर में मैंने जाहिरा की दूसरी टाँग भी नंगी कर दी थी और उसको भी मैं मजे से सहला रही थी। जाहिरा को जैसे अब दर्द से कुछ सुकून मिल रहा था.. जिसकी वजह से वो आँखें मूंदे लेटी हुई थी। फैजान मेरे क़रीब आया और नीचे फर्श पर […]

एक भाई की वासना -9

अब आगे लुत्फ़ लें.. जाहिरा बोली- भाभी मुझे तो बहुत ही अजीब लग रहा है.. इस ड्रेस में बड़ी ही शर्म सी महसूस हो रही है। मैं- अरे पगली बिल्कुल ईज़ी होकर रहना और किसी किस्म की भी कोई बेवक़ूफों वाली हरकत ना करना और ना ही ऐसी शक़ल बनाना.. कुछ भी नहीं होगा.. बस […]

एक भाई की वासना -13

जाहिरा ने चौंक कर मेरी तरफ देखा तो मैंने उसके गोरे-गोरे गाल की एक पप्पी ली और बोली- हाँ.. तो क्या तुम अपने शौहर के साथ चिपक कर नहीं सोया करोगी क्या? मेरी बात सुन कर जाहिरा शर्मा गई और अपनी आँखें बंद कर लीं। एसी की ठंडी-ठंडी हवा में कुछ ही देर में हम […]

एक भाई की वासना -12

जाहिरा- भाभी यह क्या है? मैं- अरे यार तुम्हारे लिए कुछ नई ब्रा मँगवाई हैं मेरा तो मार्केट में चक्कर लग ही नहीं पा रहा था.. इसलिए तुम्हारे भैया से ही कहा था कि ला दो.. आओ खोल कर देखते हैं कि तुम्हारे भैया कैसी डिज़ाइन्स लाए हैं अपनी बहना के लिए। मेरी बात सुन […]

एक भाई की वासना -16

अगर ऐसा था तो उसने कोई ऐतराज़ क्यों नहीं किया और अगर उसने सब कुछ जानते हुए भी कोई ऐतराज़ नहीं किया तो फिर तो यह मेरी बहुत बड़ी कामयाबी थी कि मैं दोनों बहन-भाई को इतना क़रीब लाने में कामयाब हो गई थी और मैं अपनी इस कामयाबी पर दिल ही दिल में बहुत […]

एक भाई की वासना -15

इसके साथ ही फैजान ने दूसरी तरफ करवट ली और दोबारा से सोने लगा। लेकिन मैं जानती थी कि दोनों बहन-भाई को काफ़ी देर तक नींद आने वाली नहीं थी। मुझे यह भी पता था कि अब कुछ और नहीं होगा.. इसलिए मैंने भी अपनी आँखें मूँदीं और सो गई। अब आगे लुत्फ़ लें.. सुबह […]