Tag: चुची चुसाई

दो लाख की डील-1

मैं कई बार इस बात को ध्यान से देखता था कि जब भी मेरे दोस्त मेरे घर आते थे, तो उनकी नज़र मेरी मम्मी के चूचों और गाण्ड पर ही होती थी। मैं इस बात को अनदेखी कर देता था कि चलो कोई नहीं अपनी आँखें सेंक रहे हैं अपने आप शान्त हो जाएँगे। मेरा […]

चूत चुदवाने की प्यासी भाई की प्रेयसी

मुझे कुछ शक सा हुआ तो मैंने सबसे पहले डस्टबिन देखा.. मेरा शक सही निकला.. वहाँ एक इस्तेमाल किया हुआ कण्डोम पड़ा हुआ था। मैंने कुछ नहीं कहा जबकि मैं समझ चुका था कि भाई ने आज इसकी चूत बजाई है। फिर एक दिन जब वो दूसरी बार मेरे घर आई.. तो मुझे समझ में […]

घर में भी चूत का मंगल-2

मुझे बहुत शर्म आई कि कामवाली सोनिया क्या सोचेगी, मगर अब क्या हो सकता था, सो मैंने बाबा से कहा- बाबा जल्दी से निपटाओ। उसके बाद तो बाबा ने स्पीड बढ़ाई, करीब 2 मिनट में ही मैं स्खलित हो गई, मैंने बाबा के जिस्म से खुद को चिपका लिया। ‘आह क्या आनन्द था… मैं झड़ […]

घर में भी चूत का मंगल-1

ऐसी ही एक सुबह की बात है, मैं सबको भेज कर नाश्ता करके बैठी टीवी देख रही थी, कामवाली बाई अभी आई नहीं थी और मैं उसका ही इंतज़ार कर रही थी इसीलिए अभी तक नहाई भी नहीं थी और नाईटी में ही थी। नाईटी के नीचे मैं कुछ भी नहीं पहनती, न ब्रा, न […]

मम्मी पापा इतनी रात में करते क्या हैं -3

और फिर बिस्तर पर हलचल हुई और पापा मम्मी के ऊपर फिर आ गए पर शायद जगह कम होने की वजह से ही वो कह रहे थे- यह अंकित भी तुम्हारे बगल में ही सोयेगा! एक तो तुम करने नहीं देती और करने देती हो तो इसकी वजह से मज़ा नहीं आता… जल्दी जल्दी करना […]

क्या माल है मेरी मम्मी-1

हमारे पड़ोस में एक अंकल रहते थे, बंगाली थे, बहुत अमीर थे, उनके घर किसी चीज़ की कमी नहीं थी। अंकल लम्पट किस्म के थे और आंटी बहुत ही मादक… माँ अक्सर दोपहर में उनके यहाँ चली जाती थी… वो अंकल और आंटी अक्सर कैरम खेलते थे… मैं और उनकी मेरी हमउम्र बेटी पिंकी दोनों […]

मम्मी पापा इतनी रात में करते क्या हैं -4

पापा- यार एक मिनट रुको ! और फिर ऐसा लगा कि वो दोनों अलग हुए। पापा- तुम्हारी कच्छी कहाँ गई? मम्मी- क्या करोगे कच्छी? टावल ले लो। पापा- दो तो सही! मम्मी- क्यों कच्छी में क्यों करोगे? पापा- कहाँ है कच्छी यार? मम्मी- मुझे नहीं पता… तुमने ही उतारी थी! पापा- हाँ मिल गई… चलो […]

पापा मम्मी की दूसरी सुहागरात -7

हालाकि पापा ने धक्के मारने बंद नहीं किए थे पर धक्के मारते मारते बीच बीच में रुक जरूर जाते थे जिससे कि वो जल्दी झड़े नहीं। पापा फिर बोले- बताओ न सुरभि, पता चलता है क्या? मम्मी धीरे से बोली- हाँ, पता चलता है। पापा फिर बोले- और जब माल गिरता है उसमें तो? मम्मी […]

पापा मम्मी की दूसरी सुहागरात -4

मैं भी आपसे पता नहीं क्या बातें करने लगा, यह सब तो आप लोग सब जानते ही होंगे! केवल मैं ही नहीं जानता था ये सब! खैर मैं अब कहानी पर आता हूँ। मैंने देखा कि पापा मम्मी के होंठ आपस में अब भी लिपटे हुए थे और उन दोनों के हाथ एक दूसरे के […]

पापा मम्मी की दूसरी सुहागरात -3

पापा मम्मी दोनों अब उठकर बिस्तर पर बैठ गए। पहले मम्मी बाथरूम गई और उनके आने के बाद पापा भी बाथरूम चले गए। मम्मी बाथरूम से निकल कर श्रृंगारदान के शीशे के सामने अपने बालों को संवारने लगी तभी पापा ने पीछे से आकर बाल संवार रही मम्मी को बाँहो में कस लिया। मम्मी के […]