Tag: खुले में चुदाई

रेलगाड़ी का मज़ेदार सफ़र -2

जैसा मैंने अपनी कहानी में लिखा था कि आगे की कहानी मैं बाद में भेजूँगा। ट्रेन का सफ़र में मैंने लिखा था कि ट्रेन में रश्मि की चूत चोदने के बाद दो बार और उसकी चूत चोदी, पर कहानी भेजने और प्रकाशित होने के बीच कई महीने का समय है इसलिए इस बीच हमारे बीच […]

बदले की आग-5

मैंने कहा- भाभी, अभी तो एक पारी हुई है, सजा तो इसे दूसरी पारी में मिलेगी जब इसकी चुन्नी चुदेगी। मुन्नी भाभी से चिपक कर बोली- गीता तुमने मुझे बदनामी से बचा लिया है, मैं किसी भी सजा के लिए तैयार हूँ। कुछ देर बातें करने के बाद मैंने अपने पप्पू की तरफ इशारा करते […]

चौकीदार की बहू सुशीला को चोदा

जयेश नमस्कार मित्रो, मैं आपका दोस्त जयेश फ़िर एक बार ले कर आ रहा हूँ एक बहुत ही कामुक कथा, आप सब के लिए। मित्रो, मेरी पहली दोनों ‘दोस्त की चाची को चोदा’ और ‘सपनों की कामक्रीड़ा’ कहानियों के लिये मुझे कई लड़कों एवं लड़कियों के मेल मिले और इनमें से कई लड़कियों को मैंने […]

मेरी चालू बीवी-115

पर मैंने अपना आसन नहीं बदला वरना सलोनी की चुदाई देखने में परेशानी हो जाती। हाँ, मैंने छेद जरूर बदलने की सोची और मैंने अपना लण्ड रानी की चूत से बाहर निकाल लिया। फिर मेरे मन में केवल बदला लेने की भावना भी न जाने कहाँ से आ गई थी। मामाजी को बार बार अपना […]

सुपर स्टार -16

अब मैंने उसे सीधा किया और अपने लिंग को एक जोरदार झटके से उसकी योनि में समाहित कर दिया। थोड़ी देर इसी आसन में अन्दर-बाहर करने के बाद उसे घोड़ी वाले आसन में लाया और पीछे से जोर-जोर से अपने लिंग को अन्दर-बाहर करने लग गया। आखिरकार हम दोनों एक साथ अपने प्यार की पराकाष्ठा […]

सुपर स्टार -20

तृषा- गाड़ी क्यूँ रोक दी है.. आपके इरादे मुझे ठीक नहीं लग रहे हैं। मैंने अपने होंठों पर हाथ फिराते हुए कहा- कुछ कहने की ज़रूरत है क्या? अब समझ भी जाओ। ुफिर से हम गले मिल चुके थे.. हमारी साँसें अब तेज़ हो चली थीं। मैंने खिड़की को थोड़ा सा खोल लिया। अब बारिश […]

सेक्स में सनक या पागलपन -1

यह सनक पुरुष और स्त्री दोनों में ही हो सकती है.. लेकिन पुरुष में कुछ ज्यादा ही होती है। इस तरह की जिद वाले ये लोग कोई पागल नहीं होते हैं.. इनकी वासना का खुमार उतरते ही ये लोग नार्मल हो जाते हैं। लेकिन दोस्तों ऐसी सनक में अगर आपका पार्टनर आनन्दित हो रहा हो.. […]

मेरा गुप्त जीवन- 153

मैं, डायना और कम्मो एकदम हैरान होकर देख रहे थे कि यह क्या हो रहा था। डायना का हाथ कांप रहा था, मैंने हिम्मत कर के पूछा- तुम हो कौन जो मेरी ही कोठी में मुझ पर हुक्म चला रहे हो? तुम क्या चाहते हो हम से? एक बड़ी ही ज़हरीली हंसी सुनाई दी- मैं […]

पंजाबन भाभी को जन्म दिन पर चूत चुदाई का तोहफा -4

प्रीत हौले-हौले से मेरे लंड को चूसने लगी थी। मैंने दोनों हाथों से उसका सर पकड़ा और लंड को जोर-जोर से प्रीत के मुँह के अन्दर-बाहर करने लगा। अब आगे.. मैं प्रीत के मुँह को जोर-जोर से चोद रहा था। लगभग 5 मिनट प्रीत के मुँह की चुदाई करने के बाद अब मैंने प्रीत को […]

फिर से पट कर गाण्ड मरवा ली

पर क्या पता था.. जिन यादों से मैं दूर जा रही थी.. एक दिन पीछा करके मेरे पास फिर से आ जाएँगी। मुझे याद है.. जब दीपक का कॉल करीब दो महीने बाद आया.. उसने बोला- कैसी हो पूर्वा.. मुझे माफ़ कर दो.. मैंने तेरे साथ बहुत बुरा किया। यह सुन कर मुझे लगा कि […]