Tag: खुले में चुदाई

भौजी से खेली चूत लंड की होली खेत में

हाँ तो मुद्दे पे आते हैं, मैं गांव आया हुआ था, गांव के लोग अपने कामों में व्यस्त थे और मैं अन्तर्वासना डॉट काम की लेखिका सीमा सिंह की चूत पर अपना लंड हिला रहा था. लगभग पहला भाग पढ़ने तक मैं दोबारा मुठ मार चुका था. जब कहानी खत्म हुई तो मैं गांव के […]

चलती ट्रेन के गेट पर चुदाई का परम आनन्द

अगले दिन सुबह ही हमने देहरादून से दिल्ली के लिए बस पकड़ी क्योंकि दिल्ली से ट्रेन थी. यह आइडिया मेरा ही था कि हम दिल्ली तक बस से जायें इससे मुझे रीना मामी के साथ टाइम ज्यादा मिलता! हमें ड्रॉप करने पापा बस स्टैंड तक आए, उसके बाद हम जाकर अपनी सीट पर बैठ गये। […]

सौतेली माँ के साथ चूत चुदाई की यादें-9

तब मैं बोली- बिंदु, अभी इसे झिझक है, जब उतर जाएगी तो फिर तुम भी इस के साथ जो चाहो कर लेना, मगर अभी हमें अपने रूम में जाने दो. बिंदु ने कहा- ठीक है. मगर वो अपनी सोच के बारे में डेविड को बोल चुकी थी. जब हम अपने रूम में आए तो वो […]

शनिवार की आखरी मेट्रो

पर भाभी मुझे घूरे जा रही थी गुस्से में. मैंने अभी तक भाभी को ध्यान से नोटिस नहीं किया था. जब भाभी ने मुझे घूरना बंद नहीं किया तो मैंने सीधे हाथ से कान पकड़ कर फुसफुसा कर सॉरी कहा. तब भाभी ने स्माइल पास करी. तब मैंने भाभी को ध्यान से देखा, लगभग 26 […]

शबाना चुद गई ट्रेन के बाथरूम में

हुआ यूं कि जब मैं नैनीताल से दिल्ली आ रहा था, तो जैसा कि मुझे विंडो सीट पसंद थी, तो मैं सीट पर बैठ गया और ट्रेन चलने का इंतजार करने लगा. ये ट्रेन अधिकतर भरी रहती थी और इसमें रिजर्वेशन का कोई झंझट नहीं था. हालांकि इस वक्त मेरी बगल वाली सीट खाली थी. […]

मम्मी को दीदी के ससुर ने चोदा

पापा के गुजर जाने के बाद मम्मी ने किसी आदमी से संबंध नहीं बनाये। जब दीदी की शादी तय हुई तो दीदी हर वक़्त मोबाइल में लगी रहती जीजा जी से बात किया करती, मैं दीदी के पास में ही सोती थी। एक दिन रात को अचानक मेरी नींद खुल गयी। मैंने देखा दीदी फ़ोन […]

पराई नार की चूत चुदाई का मजा-1

हम दोनों ने जो जो गुल खिलाए हैं वो मैं सब आपके साथ बांटना चाहता हूँ. आपके प्रतीक्रियाओं की अपेक्षा हम दोनों ही रखते हैं. ये सारी कहानियां वास्तविक ही होंगी. आशा करता हूँ कि आपको ये अनुभव पसंद आयेंगे. अगर किसी को ये झूठ लगती हैं तो वो हमारे साथ मेल आईडी शेयर करके […]

सर्दी की रात का गरम अहसास

मैं और सोनू एक दूसरे के बहुत करीब आ चुके थे, हम कई बार एक दूसरे की प्यास बुझा चुके थे, लेकिन प्यास थी कि बुझने की बजाय भड़कती ही जा रही थी। धीरे धीरे ऐसे ही समय चलता रहा, फिर समय आया सर्दियों का; सर्दियों के समय में मैं क्लास वगैरा से जल्दी फ्री […]

वासना के पंख-5

इतना कहकर शारदा ने बिकिनी टॉप भी निकाल दिया और खुले आसमान के नीचे पूरी नंगी हो गई। काफी देर तक दोनों वहीं बीच पर घूमते रहे। शारदा को आज़ादी का एक नया ही अहसास हो रहा था। वो नंगी ही बीच पर दौड़ लगा रही थी समंदर की आती जाती लहरों में छई-छप्पा-छई कर […]