Tag: कामवासना

कॉलेज की मुंहबोली बहन के साथ मस्ती

फिर धीरे-धीरे वो हमारे साथ रूम पर भी रुकने लगी थी. वो कई बार रात में हमारे साथ रूम पर रुक जाती थी. हमें भी उससे कोई प्रॉब्लम नहीं होती थी. सब बहुत मजे से चल रहा था. वो हमारे साथ खूब मस्ती किया करती थी. रूम पर जब रुकती थी तो वो बिल्कुल भी […]

तीन पत्ती गुलाब-4

हे भगवान … क्या रसगुल्ले हैं। उसकी छाती का उठान भरपूर लग रहा था। बायाँ उरोज थोड़ा सा बड़ा लग रहा था। अभी उसे ब्रा पहनने की सुध कहाँ होगी। मुझे लगा मेरा लंड अंगड़ाई सी लेने लगा है। जब से सुहाना को देखा है उसके टेनिस की बॉल जैसे उरोजों को नग्न देखने की […]

मेरी बबली लंड की पगली-1

ये उन दिनों की बात है, जब बबली मेरे ही कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहने आई थी. बबली से मेरा रिश्ता बहुत गहरा था. वो सब कैसे बना, ये सब मैं बताना नहीं चाहता. पर मेरा उसके घर में अक्सर आना जाना होता रहता था. वो मुझे अपना एक बहुत ही अच्छा दोस्त […]

सहेली के सामने कॉलेज के लड़के से चुदवा लिया

मैं दबे पांव अन्दर जाकर देखने लगी कि रीमा की धकापेल चुदाई हो रही थी और उसी मादक सीत्कारें पूरे कमरे में गूंजने रही थीं. मैंने देखा कि यह लड़का राहुल था और अब ये रीमा का ब्वॉयफ्रेंड बन गया था. राहुल रीमा के मम्मों को जानवरों की तरह मसल रहा था और चूस रहा […]

आखिर अपनी चाहत को चोद ही दिया

पर जब भी मैं उसे देखता हूं तो मेरे दिल में घंटी बजने लगती है और मैं सोचता हूं कि काश सुमोना मेरी गर्लफ्रेंड होती या फिर मेरे जीवन में होती. लेकिन मेरी ऐसी किस्मत नहीं थी इसी वजह से शायद मैंने उसका पीछा करना भी छोड़ दिया था। पर मुझे नहीं पता था कि […]

मेरे भैया मेरी चूत के सैय्याँ-4

मुझे और भाई को तो घर से निकलने में कोई परेशानी नहीं थी क्योंकि भाई और मेरा रिश्ता तो भाई-बहन का था. इसलिए किसी को शक नहीं होने वाला था. मगर चाचा की लड़की को साथ लेकर जाना एक चुनौती थी. उसको साथ लेकर जाने के लिए हम लोगों को चाचा को भी मनाना था. […]

तीन पत्ती गुलाब-8

मैं हॉल में सोफे पर बैठकर अखबार पढ़ने लगा। आज मैंने टी-सर्ट और बरमूडा पहना था। गौरी चाय बना कर ले आई थी। गौरी भी आज उदास सी लग रही थी। पता नहीं क्या बात थी? हो सकता है मधुर ने कुछ बोल दिया हो? मैंने गौरी से पूछा- गौरी क्या बात है आज तुम […]

मौसी ने अपनी भानजी की चुदाई करायी-2

घर में काम वाली बाई तो पहले से ही लगी हुई थी. अमृता के वापस आने से मेरा मन फिर से चुदाई के ख्वाब देखने लगा. मैं बस अमृता के मौसा के बाहर जाने का इंतजार करता रहता था ताकि उनके घर में ही उस कुंवारी चूत की चुदाई कर सकूं. फिर एक दिन अनिता […]

सहेली की मदद को उसके भाई को फंसाया-2

धीरे धीरे आकाश मेरे करीब आने की कोशिश करने लगा और मैं अच्छी लड़कियों की तरह उसके बढ़ते हुए कदम को रोक रही थी। अब इस जिस्म और जवानी की मोह माया से तो देवता नहीं बच पाये वो तो फिर भी बेचारा इंसान था, कब तक अपने जज़्बात काबू में रखता। उसे भड़काने का […]

तीन पत्ती गुलाब-10

थोड़ी देर में गौरी चाय लेकर आती दिखाई दी। आज कोई 7-8 दिनों बाद गौरी को देखा था। आज उसने हल्के पिस्ता रंग की हाफ बाजू की शर्ट और पायजामा पहन रखा था। शर्ट के ऊपर के दो बटन खुले थे। लगता है आज उसने शर्ट के अन्दर ब्रा के बजाय समीज पहनी है। उसने […]