मसाज के साथ चूत चुदाई का मज़ा

मेरे पूछने पर उसने बताया कि वो 24 साल की शादीशुदा लेडी है। उसकी शादी को 1 साल हो चुका था, उसके पति नेवी में थे तो छः महीने में ही घर आ पाते थे।
वो इंदौर की रहने वाली थी और उसके पति को ड्यूटी पर गए हुए तीन महीने हो गए थे।
आप सब समझ ही सकते हो कि जो औरत 3 महीने से ना चुदी हो उसका क्या हाल होता होगा?

मैंने पूछा- घर में कौन कौन हैं?
तो वो बोली कि घर पर तो सभी लोग होते हैं लेकिन जब भी मौका मिलेगा तो वो बुला लेगी।

कहते हैं जहाँ चाहम वहाँ राह… तो एक दिन उसकी कॉल आई, वो बोली- सभी लोग शुक्रवार को एक शादी में जा रहे हैं, तो आ जाना।

मैं वहाँ उसके घर पहुँचा तो वो घर के काम कर रही थी। उसने मुझे अंदर बैठाया और कुछ नाश्ता और चाय ले आई।
अब मैंने उसे ध्यान से देखा वो एक सुन्दर और सेक्सी थी, उसका रंग तो एकदम गोरा था, उसका फिगर 34-30-34 था। वो ग्रीन साड़ी और ब्लाउज़ में थी।
उसके शरीर में सबसे ज्यादा उसके उरोज सुन्दर थे।

मैंने उससे नार्मल बातें की, फिर है दोनों ने साथ खाना खाया।
मैंने उससे कहा कि काम से पहले मैं नहाना चहता हूँ, उसने मुझे बाथरूम दिखा दिया। जब मैं नहाकर बाहर आया तो मैंने देखा कि वो पारदर्शी गाउन पहने मेरा इन्तजार कर रही थी।
मैं जैसे ही बाहर आया, वो मुझसे लिपट गई।
मुझे एक सुन्दर अहसास हुआ, उसके मम्मे मेरी छाती में चुभ रहे थे, मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा।

10 मिनट बाद मैं उसकी कान की लौ को मुँह में लेकर चूसने लगा। ऐसा लगा कि वो बस झड़ने ही वाली हो।
उसी टाइम मैंने जब उसकी बाईं चूची पर हाथ रखा तो उसका बदन अकड़ने लगा और वो झड़ने लगी। उसकी पैंटी पूरी गीली हो गई और उसकी टांगों पर भी योनि रस फ़ैल गया।

वो बाथरूम गई और वहाँ से सफाई करके आ गई।
एक बार वो झड़ चुकी थी तो वो सेक्स के लिए वो तैयार नहीं थी, वो बोली- मेरी ऐसी मसाज करो कि सारी थकान दूर हो जाए।

मैंने उसे उल्टा लेटने को कहा।
मैंने उसकी मैक्सी की जिप खोली और उसे उतार दिया। मैंने फिर नारियल का तेल उठाया और उसको ब्रा खोलने को बोला।
वो मुझसे शर्मा रही थी लेकिन वो उलटी लेटी थी तो मैंने खुद ही ब्रा का हुक खोल दिया और पीठ पर तेल गिराया।
अब मैं हल्के हाथों से उसकी मालिश करने लगा।
अब मैं धीरे धीरे नीचे आया और उसके पैरों में तेल गिराया, मैं उसके पैरों की मालिश करने लगा। वो हल्की हल्की आवाज़ में सिसकारती रही।
मैं थोड़ा ऊपर आया और उसकी जांघों की मालिश करने लगा। इससे मेघा और भी गर्म हो गई।
जैसे ही मैंने उसकी गांड को छुआ, वो उचक गई। अब मैं उसकी गांड के छेद पर उंगली फिराने लगा।
लगभग 10 मिनट बाद वो फिर झड़ गई।

यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
अब मैंने उसे सीधा किया। मेरी तो आँखें खुली रह गईं, उसके स्तन दूध की तरह गोरे थे और उन पर ब्राउन निप्पल तो क़यामत ढा रहे थे।
मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा था लेकिन मैं उसे पूरा मज़ा देना चाहता था, मैंने उसके हाथ स्तनों से हटाए और उन पर तेल गिराया।
अब मैं उसके स्तनों की मसाज करने लगा। बीच बीच में मैं उसके निप्पल भी खींच देता तो वो सीईई… ईईई करके उचक जाती।

20 मिनट बाद मैंने और तेल लिया और उसकी चूत और पेट पर गिरा दिया। अब मैं उसके पेट की मालिश करने लगा और कभी कभी उसके निप्पल भी खींच देता।
अब मैं उसकी चूत पर हाथ फिराने लगा। अब वो नहीं सह पाई और झड़ गई। इस बार वो जैसे ही झड़ी वो मुझसे लिपट गई।

अब मुझसे रहा नहीं गया मैंने उसके होंठों पर अपने ओंठ रख दिए और एक हाथ से उसका एक स्तन दबाने लगा।
5 मिनट के लंबे किस के बाद मैं उसके नाज़ुक हाथों को चूमने लगा और चूमते हुए उसकी कांख को भी चाटने लगा।
मेघा का बुरा हाल हो रहा था।

कुछ देर बाद मैंने उसे बैठाया और मैं उसकी गोद में सर रख कर लेट गया। उसका एक स्तन मेरे मुँह के ऊपर था जिसे मैंने मुँह में भर लिया और दूसरे को दबाने लगा।

कभी कभी उसके निप्पल को मैं काट लेता तो वो उत्तेजना की वजह से मुझे नोच लेती। अब वो फिर से गर्म हो गई थी तो उसने मेरी पैंट खोली और मेरे लिंग को निकाल कर सहलाने लगी।

मेरा लिंग 6″ का है लेकिन 2.5″ मोटा है और आप लोग जानते होंगे कि योनि का आगे का 4″ भाग ही सक्रिय होता है। अतः लड़की को संतुष्ट करने के लिए मोटा लिंग जरूरी होता है लंबा नहीं।

अब मैंने मेघा को बेड पर लिटाया और मैं उसके ऊपर आ गया। जैसे ही मैंने अपना लिंग उसकी योनि पर टिकाया वो बेकाबू हो गई। अब मैंने धीरे से अपना सुपारा अंदर डाला लेकिन वो उछल गई।
उसे बहुत दर्द हो रहा था क्योंकि उसे चुदे हुए बहुत समय हो गया था।
अब मैं रुक गया और उसके निप्पल से खेलने लगा। कुछ देर बाद वो नार्मल हो गई। अब वो भी अपनी कमर हिलाने लगी।

15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों साथ में झड़ गए।

उस रात मैंने उसे बहुत बार चोदा तो सुबह वो चलने में परेशानी महसूस कर रही थी।
हम लोगों ने सुबह साथ में एक दूसरे को नहलाया, फिर ब्रेकफास्ट करके और अपनी फीस लेकर मैं वापस आ गया।
कहानी के बारे में अपनी अमूल्य राय आप लोग इस ई-मेल पर दे सकते हैं।
[email protected]