बदन और चूत का दर्द मसाज से मिटाया

शायद उसने मेरे आने से पहले ही ड्रिंक ले रखी थी.. सो उसने नशे में झूमते हुए कहा- अब अपना काम जल्दी से शुरू करो..
ये कहते हुए वो अपनी नाईटी खोलकर बड़ी सी सेंटर टेबिल पर ही औंधी लेट गई।

मैंने अपनी पैन्ट उतार दी और अपने हाथों में तेल लेकर उसकी कमर से मसाज शुरू कर दी। मैंने टी-शर्ट और निक्कर पहन रखा था।

उसमें से मेरा 8 इंची लण्ड अब फूलने लगा था। मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसकी नाज़ुक पतली कमर पर मालिश करने लगा। फिर मैंने अपना हाथ उसकी पैन्टी में पीछे से डालकर उसके नितंबों को मसलने लगा।

उसने कहा- पैन्टी उतार कर अच्छे से मालिश करो न..
मैंने उसकी पैन्टी उतार दी और उसके बड़े-बड़े नितंबों को प्यार से मसलने लगा।

मेरा लण्ड 90 डिग्री कोण में खड़ा हो गया था।
वह मेरे उठे लण्ड को बार-बार नशीली निगाह से देख रही थी।

मेरे हाथ धीरे-धीरे उसकी चूत के आस-पास घूमने लगे, वह काफी उत्तेजित हो गई थी और ‘सी.. सी.. हाय.. मजा आ रहा है और करो..’ करने लगी थी।
उसने कहा- पीछे बहुत हो गया.. अब आगे भी मालिश कर दो..

वो अब सीधे होकर लेट गई। उसके बड़े-बड़े मम्मे और पावरोटी जैसी चूत मेरे सामने खुली पड़ी थी।

मैं ज्यादा सा तेल लेकर उसके मम्मों को मसलने लगा.. मुझे जीवन में पहली बार इतना मज़ा आ रहा था।
वह बहुत गर्म हो गई थी और उसने एक हाथ मेरे लण्ड पर रख दिया और निक्कर के ऊपर से ही मेरे लौड़े को दबाने लगी।

वह बोली- कमाल.. तुम्हारा लण्ड तो बहुत बड़ा है..।
मैंने कहा- जी.. और यह आपकी सेवा के लिए भी रेडी है।
वह बोली- ठीक है.. अब मेरी चूत की अच्छी मालिश करो।

मैंने तेल लिया और उसकी मस्त गुलाबी चूत पर लगाकर मस्ती से मालिश करने लगा। उसने अपनी चूत के बालों को साफ़ करके चिकनी बना रखा था।
मैं उसके चूत के दाने को धीरे-धीरे उंगली से मींजने लगा.. वह उत्तेजना से ‘सी..सी.. सी..सी..’ करने लगी।

मुझे मज़ा आने लगा और तभी उसने मेरे निक्कर को नीचे करके मेरा लण्ड हाथों में लेकर अपने मुँह में ले लिया।
अब वो मेरे लाल सुपारे को बड़े प्यार से चूसने लगी थी।

मैं एक हाथ से उसके मम्मों को दबा रहा था और एक से चूत मसल रहा था। वो ज़ोर-ज़ोर से मेरा लण्ड चूस रही थी।
मैंने बीच वाली उंगली चूत में घुसा दी और अन्दर-बाहर करने लगा।

वो मस्त होते हुए बोली- कमल अब और मत तड़पाओ.. मुझे जल्दी से चोद दो.. ये अपना पूरा लंबा और मोटा लण्ड मेरी चूत में पेल दो.. मेरी प्यास बुझा दो..

मेरा मन भी उसे चोदने का कर रहा था, मैंने उसके दोनों पैरों को चौड़ा कर दिया और चूतड़ों के नीचे एक तकिया लगा दिया। उसकी चूत फूलकर ऊपर उठ गई, मैं अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत पर ज़ोर-ज़ोर घिसने लगा।
वो चुदासी सी बोली- बस बहुत हो गया.. अब जल्दी से लण्ड को अन्दर डाल दो न..

मैंने भी उसकी तड़प देख कर अपना लण्ड उसकी चूत में ज़ोर से धकेल दिया.. मेरे पहले ही झटके में मेरा आधा लण्ड चूत में अन्दर घुस गया।
वो एकदम दर्द से तड़प गई.. बोली- उई माँ.. मर गई.. ज़रा धीरे डालो ना..

मैं धीरे-धीरे चुदाई करने लगा। अब उसे मज़ा आने लगा और वह मेरे होंठों को ज़ोर-ज़ोर से चूमने-चूसने लगी।
वो चूत चुदाते हुए बोली- कमल, तेरा लण्ड मेरी चूत में एकदम फिट हो गया है.. मुझे ऐसा ही लण्ड चाहिए था।

उसने मेरा जोश बढ़ा दिया, मैं ज़ोर-ज़ोर से लण्ड को अन्दर-बाहर करने लगा, उसे भी मज़ा आने लगा- आह.. ओह.. उई.. उई..
वो मादक आवाजें मुँह से निकाल रही थी ‘राजा.. ज़ोर से चोदो.. आज मेरी चूत को चोद-चोद कर इसका भोसड़ा बना दो.. आहह.. बहुत मज़ा आ रहा है.. चोदो..’

वो नीचे से अपनी गाण्ड को ज़ोर-ज़ोर से उछालने लगी। मैं उसके मम्मों को भी ज़ोर-ज़ोर से मसलने और कभी चूसने लगा और अपने लण्ड से धकाधक चोदने लगा।
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कुछ देर बाद हमने आसन बदला और मैंने उसे उल्टा कर दिया.. पाँव पर खड़े करके हाथों को आगे टिकाकर उकड़ू कर दिया। फिर मैंने पीछे से अपना मूसल लण्ड उसकी चूत में डालकर उसके बड़े-बड़े नितंबों को मसलते हुए ज़ोर-ज़ोर से चुदाई शुरू कर दी।
वो बोली- वाह.. मेरे राजा.. बहुत मज़ा आ रहा है.. अब पूरा लण्ड अन्दर तक जा रहा है.. ऐसे ही ज़ोर-ज़ोर से चोदो..

मैंने भी गति बढ़ा दी।
‘घपाघप.. फचाफच..’ की आवाजों से बेडरूम गूंजने लगा।

कुछ देर बाद वो बोली- राजा.. अब मैं झड़ने वाली हूँ मुझे चोदो ज़ोर-ज़ोर से आहह.. ओहा.. आहा.. ओहा.. एयेए.. आह.. एयेए.. ऊओ..ऊओ.. मैं गई.. गई..
उसके स्तन ज़ोर-ज़ोर से हिल रहे थे।

मैंने उसकी कमर को पकड़ कर कुछ देर तेज धक्के लगाने के बाद अपने वीर्य से उसकी चूत को भर दिया।
वो बोली- वाह राजा.. आज तुमने मेरी चूत में अमृत-वर्षा करके मेरी चूत की आग को शांत कर दिया..
उसने मुझे अपने सीने से लगा लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूमने लगी.. मेरे लण्ड को प्यार करने लगी।

फिर हमने ड्रिंक और नाश्ता किया और एक बार फिर चुदाई का दौर चला।
मैंने उसे कई आसनों में चोदा.. और उसे पूर्ण संतुष्ट किया।

मुझे भी ऐसी सेक्सी माल को चोदकर बहुत मज़ा आया। उसने मुझे 5000 रुपए दिए और फिर मिलने का कहकर विदा ली।

मेरी पढ़ाई के लिए कमाई का यही एक साधन था, मेरी पढ़ाई और चुदाई दोनों अच्छी चल रही है।
मेरी मसाज से कई मेमें ख़ुश हैं और मेरी ज़रूरतों को भी पूरा करती हैं।

आपको मेरा काम और कहानी कैसी लगी, मुझे मेल ज़रूर करें.. आपका- कमल सेन।
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