तलाकशुदा आंटी सेक्स के लिए मुझे अपने घर ले गई

मैं मम्मी के कहने पर 2 घंटे के बाद उनके घर गया.
आंटी ने दरवाजा खोला, मैंने देखा तो मेरे होश उड़ गये क्योंकि आंटी सिर्फ़ ब्रा और पेटीकोट में थी.
आंटी मुस्कुरा दी और बोली- अंदर आ जाओ!
मैं अंदर गया.

आंटी का सेक्सी बदन देख कर मेरी हालत खराब हो गई, मेरा लंड पूरा हार्ड हो गया.
वर्षा आंटी बोली- उस दिन क्या देख रहा था?
मैं हिम्मत करके बोला- आपके बूब्स देख रहा था!
वो बोली- इनको छूना है क्या?
मैं बोला- हाँ!

तो आंटी ने सेक्स के जोश में मुझे पकड़ लिया और मुझे किस किया. मैं भी जोश में आ गया और उनका ब्लाऊज निकाल दिया, दोनों बूब्स को दबा के चूसने लगा.
आंटी भी सिसकारियाँ ले रही थी ‘ उह उम्म्ह… अहह… हय… याह… ह्न्न…’

मैंने अपना हाथ आंटी के पेटीकोट में डाला, उनकी चूत में उंगली करने लगा.
थोड़ी देर बाद आंटी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए, मेरे 6 इंच के लंड पकड़ा और हाथ से हिलाने लगी और फिर आंटी मेरा लंड चूसने लगी.
10 मिनट चूसने के बाद मेरा माल निकल गया, आंटी सारा माल पी गई.

फिर मैंने आंटी का पेटीकोट उतार दिया और पेंटी भी.. और मैं आंटी की चूत में उंगली डाल कर अंदर बाहर करने लगा. आंटी ने मुझे चूत चाटने को बोला, मैंने मना किया तो ज़बरदस्ती मेरा सिर पकड़ कर मुझसे अपनी चूत चटवा ली.

अब मुझे भी मजा आ रहा था आंटी की क्लीन शेव चूत को चाट कर…

आंटी सेक्स के लिए बेचैन थी, मैंने आंटी को बेड पर लिटा दिया और आंटी की चूत में लंड लगा कर एक ज़ोर का झटका मारा, आधा लंड आंटी के चूत में गया. आंटी सेक्स के आनन्द से सिसकारियाँ ले रही थी.
मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और ज़ोर ज़ोर से आंटी को चोदने लगा, मेरा पूरा लंड आंटी के चूत में आ जा रहा था और रूम में चप चप की आवाज़ आ रही थी.

कुछ मिनट की आंटी की चुदाई के बाद मेरा निकलने वाला था, मैंने आंटी को बताया तो वो बोली- मेरी चूत में ही झड़ना!
मैंने वैसा ही किया.

थोड़ी देर मैं आंटी के नंगे बदन के ऊपर ही लेटा रहा… अभी लंड आंटी की चूत में ही था, लंड झड़ने के बाद भी खड़ा ही था तो आंटी बोली- तेरा सेक्स पवर तो बहुत ज़यादा है!
फिर हम दोनों बेड पर पड़े रहे.

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थोड़ी देर बाद आंटी को मैंने घोड़ी बनने बोला, वो बन गई, मैं फिर आंटी की चूत मारने लगा. 15 मिनट बाद मैंने इस बार आंटी की चूची पर अपना माल निकाला.
आंटी बोली- बहुत मज़ा आया तुम्हारे साथ चुदाई करके!

आंटी ने मुझे किस किया और बोली- तेरा जब मन करे, आ जाना अपनी अंती के साथ सेक्स करें!
मैं खुश हुआ और आंटी को गले लगाया… मैंने आंटी को बोला- अपनी आंटी की गांड मारूँगा अगली बार!
आंटी बोली- अभी नहीं… तुझे तेरे बर्थ डे पे अपनी गांड का गिफ्ट दूँगी.
आंटी बोली- तू मेरी चूत कभी भी मार सकता है!

तो मैं बोला- आंटी मुझे गांड के लिए कई महीने इंतजार करना पड़ेगा?
आंटी मुस्कुरा कर बोली- सबर का फल मीठा होता है!
और मेरे लंड को किस करके बाथरूम में फ्रेश होने चली गई.

मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए.

तो दोस्तो कैसी लगी मम्मी की सहेली को चोदने की मेरी सेक्स स्टोरी?
यह एकदम सच घटना है! मुझे फीडबॅक दें!
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