समझदार चिंकी

माँ हैरान होकर- फिर?

चिंकी- फिर मैं उसे शर्ट उतारने को कहूँगी।

माँ- हे भगवान ! फिर?

चिंकी- फिर मैं अपनी स्कर्ट ऊपर उठाऊँगी, या अपनी टॉप के दो बटन खोलूँगी।

माँ हे भगवन, मुझे अपने पास बुला ले, फिर?

चिंकी- फिर मैं उसे पैंट नीचे करने को कहूँगी।

माँ लगभग बेहोश होते हुए- कमीनी फिर क्या करेगी?

चिंकी- करना क्या है, मैंने उस आदमी की पेंट नीछे सरकवा दी थी, मैं तो सर पर पाँव रख कर भागूँगी, और आदमी अपनी पांवों तक गिरी पैंट में फंस कर गिर पड़ेगा।