मकान मालकिन आंटी ने चूत चुदाई सिखाई

अब मैं असली चुदाई की कहानी पर आता हूँ. जब मैं किराए पर रूम लेने गया था.. उस समय आंटी नहा रही थीं. मैंने आवाज दी तो आंटी कुछ मिनट बाद बाहर आईं. मैं उन्हें देखता ही रह गया. आंटी ने मुझे रूम दिखाया, मैंने आंटी को देखकर उनके बेडरूम के बगल वाला रूम ले लिया.

मैं आंटी से रोज बात करता था. आंटी की नजर मेरे पैंट पर ही रहती थी. क्योंकि मेरा लंड आंटी के मम्मों को देखकर खड़ा हो जाता था.

एक दिन आंटी के पैर में मोच आ गई थी.. तो आंटी मुझे पैर में मालिश करने बुलाया. मैं ऐसे ही किसी मौके की तलाश में था. मैं आंटी के पास गया और उनके पैर में बाम मलने लगा. कुछ ही देर में आंटी मस्त हो गई और उन्होंने आँखें मूंद लीं. अब मैं आंटी की जाँघ तक हाथ फेर रहा था.

आंटी ने भी धीरे-धीरे अपना पेटीकोट ऊपर कर लिया. मुझे आंटी की पैंटी दिखने लगी थी.

मैं पैंटी को देखता ही जा रहा था. मैं आंटी से कहा- अब उल्टा हो कर लेट जाओ आंटी, तो आपकी कमर की भी मालिश कर दूँ.
आंटी ने कहा- ठीक है.. लेकिन पहले मैं साड़ी उतार दूँ फिर लगाना.
मैंने कहा- ठीक है.

मैं सोचने लगा कि क्या लगाने का कहा है तेल या लंड?

आंटी सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में हो गईं.. और पट हो कर लेट गईं. मैं आंटी की पीठ पर मालिश करने लगा. आंटी गर्म-गर्म साँसें लेने लगी थीं.
कुछ देर बाद आंटी ने कहा- राज थोड़ा रुको, पहले जाओ और मेन गेट पूरा बन्द कर दो.

मैं झट से जाकर गेट बन्द करके आ गया.. तो मैंने देखा कि आंटी सिर्फ ब्रा और पैंटी में उल्टी लेटी थीं.
मुझे देख कर आंटी ने कहा- राज, मैंने सोचा तेल कपड़ों में न लग जाए इसलिए उतार दिए हैं.

मैंने सोचा बेटा लगता है कि आज तुझे पहली बार चूत मारने को मिल जाएगी.

मैं मालिश करने लगा. आंटी ने पलटते हुए कहा- राज जरा देखो तो.. क्या मेरे स्तनों में सूजन है?
मैंने आंटी के मम्मे दाब-दाब कर देखा.. और कहा- आंटी दोनों बराबर हैं.
आंटी ने कहा- अच्छे से देखो.
मैंने आंटी के मम्मे दबाना चालू कर दिया. आंटी बोली- अच्छे से मल दो.. दर्द कर रहे हैं.

आंटी अपना हाथ मेरे लंड पे रख दिया और लंड दबाने लगीं.
मैं चीख पड़ा.
आंटी बोलीं- पैंट हटा दो, मैं भी तुम्हारी मालिश कर दूँगी.
मैंने पैंट निकाल दी… अब मैं सिर्फ चड्डी में था, लंड एकदम खड़ा हुआ था.

खड़ा लंड देखकर आंटी ने कहा- चड्डी को भी उतार दो.
मैंने चड्डी को भी उतार दिया. अब मैं पूरा नंगा हो गया. मैंने आंटी से कहा- लो ठीक से देख लो.. आपका बहुत मन है ना.
आंटी ने मेरा लंड देख कर कहा- तुम तो शादी करने लायक हो गए हो.
मैंने कहा- कैसे पता चला?
आंटी बोलीं- तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है. अंकल का तो तुमसे छोटा है. लेकिन शादी के लिए कितना तैयार है ये अभी देखती हूँ.

ये कह कर आंटी मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगीं और बोलीं- तुम भी मेरी चाट लो.
मैंने आंटी की चुत चाटने से मना कर दिया.
आंटी बोलीं- मैंने तुम्हारा लंड मुँह में ले लिया है यार.. तुम भी ले लो ना.

फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में हो गए. आंटी मेरा लंड चूस कर रस पी गईं. तभी आंटी भी झड़ गईं.
वो फिर से मेरा लंड खड़ा करने लगीं. आंटी ने कहा- जब तुम टॉयलेट जाते हो.. तो मैं तुम्हारा खड़ा लंड देखती थी.
मैं चौंक गया कि ये तो भारी चुदासी औरत निकली.

आंटी बोलीं- आज मौका मिला है.. तुम भी चुत चुदाई सीख लो. नहीं तो तुम्हारी बीवी भी दूसरे से चुदेगी.
मैं बोला- अरे आंटी तब तो जरूर सिखा दो.
आंटी बोलीं- इस नाम पर बहुत जल्दी मान गए.
मैं हंस दिया.

फिर क्या था आंटी मेरे लंड को अपनी चुत में फिट करके बैठ गईं.. और चूचियां हिलाते हुए धक्के लगाने लगीं. मैंने आंटी को कुछ देर यूं ही चोदने के बाद घोड़ी बना दिया और करीब दस मिनट तक हचक कर चोदा.
आंटी झड़ गई थीं.. लेकिन मेरा नहीं हुआ था.
आंटी हांफते हुए बोलीं- तुम तो कमाल की चुदाई कर रहे हो.

हम दोनों ने अलग-अलग तरह के आसनों में खूब चुदाई की. मैं कई मिनट बाद झड़ा.. तब तक आंटी 3 बार झड़ चुकी थीं. झड़ते समय मैंने आंटी से पूछा- मेरा होने वाला है.
तो बोलीं- अन्दर ही निकालना.
मैं आंटी की चुत के अन्दर ही झड़ गया. आंटी मुझसे बहुत खुश हुईं और बोलीं- आज से तू मेरा पति है. मैं तुमसे ही बच्चा पैदा करूँगी.

फिर जब भी अंकल नहीं होते तो हम रात-रात भर चुदाई करते रहते थे. कुछ समय बाद पता चला कि आंटी गर्भवती हो गई हैं. आंटी बहुत खुश हुईं और उन्होंने मुझे 20 हजार रुपए देकर कहा- ये तो तुम्हारी मेहनत के हैं और तुम्हारा किराया भी माफ़..

इसके बाद आंटी ने एक दिन अपनी सहेली को भी बुलाया और मुझसे बोलीं- इसको भी खुशी दे दो.
मैंने उसे देखा और बोला- एक को नहीं, दोनों को दूँगा.
आंटी और उनकी सहेली मुस्कुरा दीं.

उस दिन मैंने दोनों को चोदा और पूरी रात भर ब्लू फ़िल्म देख कर चुदाई के मजे लिए.
आंटी की सहेली की चुदाई की कहानी मैं बाद में लिखूँगा.. तब तक आप मेरी ट्रू सेक्स कहानी पर अपनी राय जरूर भेजें. जिससे मुझे पता लगेगा कि मैंने कितना सही लिखा है.
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