कस्टमर की बीवी की बहन चुदने आई

मैं बोला- अच्छा एक पिक भेजो अपनी बहन की.
उन्होंने तुरन्त बोला- क्यों?
मैंने सहज में बोला- ऐसे ही देखूं तो सही.
वो बोलीं- ओके.

भाभी ने बहन की पिक भेजी, तो मैंने उसे देखा. बस देखते ही रह गया.
उनका मैसेज आया- क्या हुआ?
एक बार तो मैं कुछ नहीं बोला लेकिन फिर मैं बोला- भाभी आपकी याद आ रही है.
भाभी बोलीं- एक घण्टे बाद कॉल करूँगी तो आ जाना.
मैं बोला- ओके.

मैं उनके कॉल का वेट करने लगा. भाभी का कॉल एक घण्टे बाद तकरीबन शाम को 7:30 बजे आया. भाभी बोलीं- आ जाओ.
मैं भी बोला- आ रहा हूँ.

जब मैं उनके घर पहुंचा, तो देखा वो मैक्सी पहन कर बैठी थीं और बच्चे को पढ़ा रही थीं. मैं अन्दर गया और भाभी के बच्चे से प्यार से बातचीत की.
तो बच्चे ने दो मिनट बाद कहा- मैं बाहर खेलने जा रहा हूँ.
मैंने बोला- ओके.

शाम का समय था तो कोई दिक्कत नहीं थी.

अब भाभी बोलीं- कुछ पानी चाय लोगे?
मैं- नहीं.
भाभी- क्यों.
मैं- आपके दूध पीने का मन है बस.
भाभी मुस्कुरा दीं- इसके अलावा कुछ और?
मैं- और चूत का रस.
भाभी- हट्ट पागल!
मैं हंस दिया.

भाभी- कैसी है मेरी बहन … है ना सुंदर?
मैं- सुंदर तो है.. एक बात बोलूं?
भाभी- बोलो?
मैं- आपकी बहन की शादी जिससे हुई होगी, वो तो उसको अकेला नहीं छोड़ता होगा.
भाभी उदास होकर बोलीं- उसका हंसबैंड उसको समय ही नहीं देता, वो बिजनेसमैन है, रोज सुबह रायपुर जाता है और रात को 10 से 11 बजे आता है, थक हार के सो जाता है.

चूंकि भाभी की बहन की शादी भाटापारा में हुई थी, इसलिए रायपुर से ही व्यापार चलता है.

मैं बोला- ऐसा क्या? तो उसको भी अपने पास बुला लो न … आप दोनों का टाइम पास हो जाएगा.
भाभी इठला कर बोलीं- लगता है तुम्हारा मन आ गया है उसके ऊपर … पर मैं ऐसा नहीं होने दूंगी.
मैं- छोड़ो यार … चलो बिस्तर में.

फिर हम दोनों बिस्तर में आ गए और मैंने हचक कर भाभी की चुदाई की, पर मेरे मन में कमला आ रही थी. बस पन्द्रह मिनट में हम दोनों चुदाई खत्म करके बाहर आ गए.

हम दोनों बाहर आकर बैठे तो मैं बोला- एक बात बोलूं?
तो भाभी बोलीं- बोलो?
मैं बोला- उसको बुला लो.
भाभी- किसको?
मैं बोला- कमला को.
वो बोलीं- नहीं.
मैं बोला- देखो उसको भी पति का सुख मिल जाएगा और आपको भी कंपनी मिल जाएगी.
वो बोलीं- मैं ऐसा नहीं कर सकती हूं.

मैंने उनको समझाया, तो कुछ देर बाद मान गईं और बोलीं- कल उसको बिलासपुर आने को बोलूंगी, अगर आ गई तो ठीक है.
मैं बोला- ओके.

अब मैं जाने लगा तो भाभी ने मुझे किस किया और मैं भाभी के दूध मसल कर चला गया.

उस समय करीब 8:30 हुआ था. मैं वहां से दोस्तों के साथ आकर बैठ गया. बातचीत की और करीब 10 बजे घर गया. फिर खाना खा के 11 बजे सो गया.

दूसरे दिन सुबह भाभी का मैसेज आया कि कमला से बात हुई है.

मैं जब 10 बजे आफिस गया, तो मैंने मैसेज देख लिया, पर रिप्लाई नहीं दिया. उसके बाद में अपना छोटा मोटा काम निपटा कर उसको मैसेज किया.

मैं- बोलो.. क्या बोली?
भाभी- कमला आज शाम को आ जाएगी.
मैं- कितने बजे?
भाभी- शायद 6 बजे तक.
मैं- काहे से आ रही है?
भाभी- बस से.
मैं- लेने कौन जाएगा?
भाभी- मैं एक्टिवा से चली जाऊंगी.
मैं बोला- ओके.

मैं भाभी से बाय बोल कर काम में लग गया. उसके बाद मैंने 7 बजे मैसेज किया- आ गई?
भाभी बोलीं- हां आ गई.
मैं बोला- कॉल करूँ?
बोलीं- रुको, मैं लगाती हूँ … रुको थोड़ा.

फिर 10 से 15 मिनट बाद भाभी की कॉल आई- अब बोलो.
मैं- कुछ बात हुई?
भाभी- पागल हो क्या?
मैं- यार कर ना बात.
भाभी- आज नाईट में बात करूँगी ओके बाय.. अब कल बात करती हूं.
मैं कुछ बोल पाता कि भाभी ने कॉल काट दिया.

मैं कमला के बारे में सोच रहा था कि क्या होगा, उसकी चुत मिलेगी कि नहीं. बस यही सोच रहा था और घर आया खाना खा के सो गया.

सुबह करीब 11 बजे उन्होंने कॉल किया और बोलीं- तुमसे मिलना है, कुछ बात करनी है, मैं बैंक आ रही हूँ. तुम वहीं मिलना.
मैं बोला- ओके.
भाभी 10 से 15 मिनट में आई, मैं बाहर ही खड़ा था.
भाभी बोलीं- रुको, मैं अभी आती हूँ.

वो 15 मिनट में बाहर आई और बोलीं- चलो कॉफी पीते हैं.
वहीं पास में एक होटल है, मैंने वहीं जाकर काफी आर्डर की और भाभी की तरफ सवालिया नजर से देखा.
तो भाभी ने बोला- उससे बात तो की है. उसका मन भी है, मुझे ऐसा लगा.
मैं बोला- तो क्या किया जाए?
तो भाभी बोलीं- शाम को घर आना.. वो पूछेगी कौन है, तो मैं बोल दूंगी कि मेरे उनके फ्रेंड हैं, पैसा देने आए हैं. तुम अभी ये 2000 ले लो और उसी के सामने मुझे से देना. बाकी तुम जब आओगे तो सब समझ जाओगे.
मैं बोला- ओके.
उसके बाद कॉफी आई हमने कॉफी पी और भाभी निकल गईं.

शाम 7 बजे मैंने कॉल किया. मैं बोला आऊं?
भाभी बोलीं- ठीक 15 मिनट के बाद पहुंच जाना.

मैं घड़ी देख कर 15 मिनट में पहुंच गया. अब आप लोग तो जानते ही हो कि चुत का नशा बहुत गंदा होता है और आज मुझे एक नई चूत मिलने वाली थी.

जैसे ही अन्दर गया, मुझे कोई नहीं दिखा. मैंने आवाज लगाई- भाभी भाभी?
कोई आवाज नहीं आई, तो मैं अन्दर आ गया. कमला बाथरूम से निकल कर आ रही थी. उसने मेरे को देखा. मैं भी उसको देखते ही रह गया. कसम से एकदम मस्त सेक्सी बम माल मेरे सामने थी. उसके 34 के तने हुए दूध.. अहहह.. देखता ही रह गया.

उसने मुझे देख लिया और बोली- जी आप कौन?
मैं हिचकिचाते हुए बोला- मैं राज … और आप कौन?
तो उसने बोला- मैं बिरजू की साली हूँ.
मैं बोला- अच्छा भाभी कहां हैं?
कमला- वो सब्जी लेने गई हैं, आप बैठो वो अभी 5 मिनट में आ जाएंगी.
मैं बोला- ओके.

मैं सोफे पर पसर गया. वो अन्दर गई और पानी लेके आई. जब पानी देने झुकी तो उसके दूध मुझे पूरी तरह दिख गए. मैं उसके मम्मे देखते ही रह गया. उसने मुझे ऐसा करते देख लिया. मैंने पानी पिया और हमारी बातचीत शुरू हुई.

मैं- बैठो न आप भी … आप कब आईं? आपके बारे में भाभी ने मुझे बताया था. घर में सब ठीक है?
कमला- हां मैं कल ही आई हूं. सब अच्छे हैं. आप कैसे आये?
मैं- वो भैया ने पैसा दिया था, तो देने आया था.
कमला- आप यहीं रहते हो? क्या करते हो? जीजा जी दोस्त हैं क्या आपके?
मैं- हां यहीं रहता हूँ. एक फाइनांस कंपनी में काम करता हूँ. बिरजू भाई मेरे दोस्त हैं.
उसने- ओह्ह …

इतने में मैं उसके दूध देखे ही जा रहा था. उसने फिर नोटिस किया. मेरा भी लंड का बुरा हाल हो रहा था.
उसने मुझसे पूछ लिया- आपकी शादी हो गई है?
मैं बोला- हां हो गई है.
वो कुछ नहीं बोली.

मैं बोला- आपके वो … मतलब आपके पति क्या करते हैं?
तो बोली- रायपुर में कपड़ों का बिजनेस है.
वो बता रही थी, मैं उसे घूरे जा रहा था. वो नोटिस कर रही थी, एकदम से बोली- क्यों जी.. ऐसे क्या देख रहे हो?
मैं फिर घबरा कर कहने लगा- क..कुछ नहीं.

इधर मेरा लंड खड़ा हो गया था. उसने देख लिया था.
मैं बोला- मैं आता हूँ.. बाहर खड़ा हूँ.
वो बोली- यहीं बैठो न! दीदी आती होगी.
मैं बोला- ज्यादा देर तक नहीं बैठ पाऊंगा … मुझे काम है, जाना है.

वो बोली- एक बात बताओ, आपके पास एक मस्त लेडी बैठी है … और आप बाहर जाने का सोच रहे हो.
मैं उसकी बिंदास बोली से थोड़ा आश्चर्यचकित हुआ कि ये ऐसा कैसे बोल रही है. मैं लंड सहला कर बोला- आप सही बोल रही हो … वाकयी आप बहुत सुंदर हो. मैं आपके पास ही बैठता हूँ.

मैं थोड़ा पास उसके पास गया. वो भी पास थी. पहले मैंने अपना हाथ उसके हाथ में रखा, तो वो बोली- क्या कर रहे हो?
मैं बोला- आपकी अंगूठी देख रहा हूँ.
उसने कुछ नहीं बोला. फिर मैंने हाथ दबाया, तो वो थोड़ा आउच करने लगी, पर कुछ नहीं बोली. अब मैं थोड़ा खुल गया था.

मैं बोला- आप बहुत सुंदर हैं.
वो बोली- आप भी.
बस फिर क्या मैंने तपाक से उसके होंठों में होंठ रख कर चूसने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी. ‘उम्म्म उम्म्म..’ करके मैं उसके रस को चूसे जा रहा था. मैंने एक हाथ उसकी ब्लाउज के ऊपर से दूध पर रखा और दबाने लगा.
वो ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ करने लगी.. और एकदम से मुझसे दूर हो गई. वो बोली- बस बहुत है … दीदी आ जाएगी.
मैं बोला- कोई बात नहीं … आ जाने दो.

मैंने मोबाइल निकाल कर भाभी को कॉल किया- कितना टाइम और लगेगा?

वो बोलीं- जितना तुम बोलो.
मैं बोला- आधा घंटा लगेगा.. बाप रे.
वो समझ गईं और बोलीं- ओके.

भाभी ने कॉल कट कर दिया.

फिर मैंने उसको पकड़ के खड़ा किया और पकड़े पकड़े उसके पीछे कान के पास चूमते चूमते बिस्तर पर ले गया. मैंने दरवाजा बंद नहीं किया. पहले तो मैंने उसको बिस्तर पर लिटाया. उसके एक एक करके कपड़े निकाले. अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. मैंने पेंटी के ऊपर से चूत पर हाथ फेरा, वो सहम गई और उसके मुँह से मस्त आवाज आई- अहहहह हहहह..

मैं उसके ऊपर आकर उसको किस करने लगा उम्म्म.. उम्म्म.. अहह..
वो भी मेरा साथ दे रही थी. उसने नीचे से मेरा लंड पकड़ा, जो कि पूरा खड़ा था. मैंने बेल्ट खोला पेंट नीचे किया और चड्डी हटा दी. उसने मेरा लंड तुरंत पकड़ा और आगे पीछे करने लगी.

मैं अब सातवें आसमान में था. मुझे एक नई चूत मिलने वाली जो थी.
मैंने उसको बोला- चूसोगी?
वो बोली- नहीं.
मैं बोला- मुझे चूत चाटने दोगी?
बोली- ये सब गंदा लगता है.

मैं उसके ऊपर लेट के चाटने चूसने किस करने लगा, उम्म्मम म्मम अहहह हहह की आवाज आने लगी.

अब मैं बहुत उत्तेजित हो चुका था और वो भी गरमा गई थी.
कमला- यार अब चोद दो मुझे.
मैं- बहुत प्यासी लग रही हो.
कमला- हां राज प्लीज चोद दो मुझे … अब बर्दाश्त नहीं हो रहा.

कमला अपने पैर फैला कर मेरा लौड़ा अपनी चूत के छेद में रख कर दबाने लगी. मैंने एक शॉट मार कर लंड का टोपा अन्दर किया.
उसकी चीख निकली- आहाहाहा..
मैं बोला- क्या हुआ?
उसने आंखें बंद रखी थीं. मैं रुक कर उसका दूध पीने और चूसने लगा. उसको भी अब मजा आने लगा और अपनी गांड उठाकर इशारा दिया. मुझे मैंने बिना देर किए अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया.
वो ‘आहाहाहा अहहह..’ करके चुदवाने लगी. मैं भी मन लगा कर उसे चोदे जा रहा था.

करीब दो मिनट बाद वो बोली- और तेज़.. तेज़.. करो.. बहुत मजा आ रहा है. मैं उसको चोदे जा रहा था, वो भी ‘अहहह.. अहहह..’ कर रही थी. कुछ ही पलों में वो शांत हो गई.
मैं बोला- क्या हुआ?
बोली- बड़ा मजा आया.. मेरा पानी निकल गया.
मैं बोला- मेरा पानी भी निकाल दो.
कमला बोली- हां कर लो.. जितना चोदना है चोद लो.

मैं उसके दूध को दबाते हुए चोदे जा रहा था. वो भी मस्त चित होकर चुदवा रही थी. अब मुझे लगा कि मेरा निकलने वाला है तो बोली कि रस अन्दर ही गिराना, मैं तुमको अपने बच्चे का पापा बनाऊंगी.

मैंने तेज ‘आहाह..’ करते लंड का पूरा पानी उसकी चूत में छोड़ दिया. मैं उसके ऊपर ही लेट गया. उसने मेरे पीठ में हाथ फेरा और मुझे माथे में किस किया. मैंने लंड बाहर निकाला, तो मेरा वीर्य उसकी चूत से टपक रहा था. वो भी मेरे साथ उठी और उसने मेरे लंड और अपनी चूत को कपड़े से साफ किया.

मैं अपने कपड़े ठीक करके बाहर आया और सोफे पर बैठ गया. वो भी सिर्फ मैक्सी पहन के बाहर आकर मेरे पास बैठ गई.
मैंने बोला- कैसा लगा?
बोली- मैं बता नहीं सकती कितना अच्छा लगा.

इतने में भाभी आईं, हमें देख के भाभी हल्के से मुस्कुरायी और सामान रखने अन्दर गईं. मैं भी खड़ा हुआ और पैसा निकाल कर दे दिया.
मैं बोला- अब मैं चलता हूँ.
वो बोलीं- ठीक है.

मैं घर आ गया. रात करीब 11 बजे भाभी ने बताया कि उनको कमला ने सब बताया मुझे कि कैसे तुमने उनको खुश किया और उसके पति का कॉल आया था. वो कल कमला को वापस भेजने के लिए कह रहे थे.
ये सुनकर मैं उदास हो गया.
वो बोलीं- चिंता मत कर … मैं तो हूँ ना.

फिर कमला चली गई, अभी तक मुझे दुबारा कमला की चूत नहीं मिली है, मैं भाभी से बोल बोल के थक गया, पर उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा. मैं और भाभी अपना काम कर रहे हैं. हमारी बातचीत अभी भी कमला से होती है. देखो अब कब मुझे कमला की चूत मिलती है.

दोस्तो, कैसे लगी मेरी सच्ची सेक्स कहानी.. आशा करता हूँ आपको पसंद आई होगी. अगर कुछ गलती हुई हो, तो माफ करना.. आप मुझे मेल जरूर करना.
अगली कहानी बहुत जल्द लिखूंगा, तब तक के लिए नमस्कार.
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