बहन की सहेली की सील पैक बुर की चोदाई

फिर वो मेरे पास बिस्तर पर बैठ गई और हम दोनों बातें करने लगे।
वो बातों ही बातों में मुझसे पूछने लगी- तेरी कोई गर्लफ्रेंड है क्या..?
मैंने मजाक में बोला- मेरी गर्लफ्रेंड कौन बनेगी?
वो बोली- क्यों.. तुझ में क्या बुराई है?

मैंने भी उससे बोल दिया– फिर तुम बनोगी मेरी गर्लफ्रेंड?
वो मुस्कुराने लगी और चुप हो गई।

मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और अपनी तरफ खींचा.. वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी और बोली– तुम क्या करना चाहते हो?
मैंने बोला– बस तुम्हें प्यार.. और कुछ नहीं..
वो बोली– नहीं.. मुझे ये सब पसंद नहीं है.. मुझे छोड़ दो।

मैंने उसे एक किस किया और प्यार से समझाया- देखो आज मेरे घर में कोई नहीं है.. और ये मौका कभी दुबारा नहीं मिलेगा।
फिर भी वो इनकार कर रही थी.. पर अब उसका ‘न’ पहले से कम था।

मैं बोला– क्यों.. डरती हो तुम.. ये सब हम दोनों के बीच ही रहेगा..
वो बोली– मैंने ये सब पहले कभी नहीं किया है।

मैं बोला– मुझे सब आता है.. मैंने बहुत पोर्न वीडियो देखे हैं.. प्लीज मान जाओ.. मैं तुम्हें बहुत मजा दूँगा।
मैंने उसे खींचा तो इस बार उसने मेरा कोई विरोध नहीं किया। मैं उसके होंठों के मद भरे रस को चूसने लगा था।
वो भी गरमाने लगी।

मैं उसे अपनी बांहों में समेटते हुए बोला- क्या मेरा प्यार पसंद नहीं है?
वो बोली- पसंद है.. पर डर लगता है..
फिर मैंने उसे कुछ सेक्स वीडियो दिखाए.. जिससे वो और भी अधिक चुदासी हो गई।

वो पहले भी सेक्स वीडियो देख चुकी थी और बोली- इसमें दर्द होता है ना.. वीडियो में लड़कियाँ बहुत चीखती हैं।

तो मैंने उससे बोला- उसकी वीडियो बनाना होता है.. इसलिए ऐसा करती है.. पहली बार है ना.. जब अन्दर लोगी तो खुद ही जान जाओगी रानी..क

मैंने उसके कपड़े निकाल दिए और अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी। मैं उससे बोला- तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो।
कमैंने उसे खूब चूमा.. इस बार वो मेरा पूरा साथ दे रही थी। अब मैंने उसकी ब्रा और पेंटी भी निकाल दिए।
cमैं उस दिन पहली बार किसी लौंडिया को नंगी देख रहा था, उसकी गुलाबी बुर पर बहुत ही हल्की हल्की झांटें थीं.. शायद उसने बुर के बालों की शेव 15 दिन पहले की होगी.. मैं उसकी बुर को देखता ही रह गया और वो शरमाने लगी।

अब मैं पूरा गरम हो चुका था और मैंने भी अपना अंडरवियर निकाल दिया।

गर्मी का मौसम था.. मैं पहले से ही अंडरवियर के सिवा कुछ पहने नहीं था। अब वो मेरा 7.5 इंच का लंड देख कर घबरा गई और नाटक करने लगी।

मैंने उसे बाँहों में लिया और उसके मम्मों को मसलने लगा और एक हाथ से उसकी बुर को सहलाने लगा.. इससे वो पागल होने लगी।
मैंने उसे लंड चूसने को कहा.. तो वो मना करने लगी.. मैं भी बुर चोदना चाहता था और मैं भी चोदाई के लिए भूखा था.. सो मैंने उससे कुछ नहीं कहा।

अब मैंने थोड़ा सा थूक उसकी बुर पर लगाया और फिर बुर को उंगली से सहलाया.. वो बहुत हॉट हो चुकी थी।
फिर मैं अपना लंड उसकी बुर पर रगड़ने लगा और अब वो पागल सी होने लगी।
वो सिसक कर बोलने लगी- हाय.. बर्दाश्त नहीं हो रहा है.. प्लीज डालो भी.. सताओ मत अब.. मैं मर जाऊँगी..

तो फिर मैं अपना लौड़ा उसकी बुर में डालने लगा.. पर लण्ड अन्दर जा ही नहीं रहा था.. वो सील पैक माल थी।
मैंने जोर से फिर से कोशिश की और फिर उसकी बुर पर थोड़ा सा तेल लगाया.. और उससे बोला- थोड़ा दर्द होगा.. चिल्लाना मत..
उसने ‘हाँ’ बोल दी.. पर बोली- धीरे करना प्लीज..
मैं बोला- ठीक है..

फिर मैंने एक जोर का धक्का मारा और थोड़ा सा लंड अन्दर चला गया।
वो चीख पड़ी..
मैंने हाथों से उसके मुँह को बंद किया और थोड़ी देर रुक गया।

फिर मैं अपने चूतड़ों को हिला कर धीरे धीरे धक्के देने लगा। अब मेरा आधा लंड उसकी बुर में घुस चुका था और वो दर्द से तड़फ रही थी- निकाल लो प्लीज.. मैं मर जाऊँगी.. अहह.. अहह.. ऊओह्ह्ह्ह्ह मुझे मार ही डालोगे क्या?

फिर उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और मैं उसे चूसने लगा। इससे वो अब शांत भी हो गई.. और अपना दर्द भी भूलने लगी।
फिर मैंने एक और जोर का धक्का मारा तो अबकी बार पूरा लंड उसकी बुर में घुस चुका था।

उसकी एक तेज चीख निकल गई.. उसकी बुर फट चुकी थी.. मैं कुछ देर रुक कर फिर उसे चूमने और सहलाने लगा जब वो कुछ रिलेक्स हुई तो मैं धक्का देने लगा।

अब वो थोड़ा मस्ती में आ चुकी थी- ‘अआआ.. अहहह..’ अपनी बुर को खुद ही लौड़े में अन्दर- बाहर करवा रही थी।
‘ऊऊउह्ह्ह ह्ह मजा आ रहा है..’
मैं जोर- जोर से चोदने लगा.. उसे भी मजा आने लगा था।

लगभग 15 मिनट की चोदाई के बाद.. मेरा लंड झड़ने वाला था.. तब तक वो दो बार झड़ चुकी थी।
मैंने उसकी बुर से लंड निकाला और बाहर झड़ गया.. सारा पानी उसके पेट पर छोड़ दिया और उसे बड़ा सा चुम्बन किया। मैं उसके ऊपर निढाल हो कर लेट गया और फिर हम थोड़ी देर बाद उठे और अब वो भी पूरी तरह से थकी लग रही थी।

फिर भी मैंने उसे दुबारा गरम किया और उसके मम्मों को मसलने लगा। वो अभी चुदने के लिए तैयार नहीं थी.. लेकिन फिर भी मैंने उसे मनाया और उसे लंड को हाथ में हिलाने को बोला।
फिर जब लंड पूरा टाइट हो गया.. तो मैंने उसे कुतिया बनने को कहा.. फिर मैंने उसे कुतिया जैसा बना कर उसकी बुर में पीछे से अपना लौड़ा पेल कर दस मिनट तक चोदा.. उसके बाद मैं बिस्तर पर लेट गया और उसको मेरे ऊपर आकर चुदने को कहा।

दस मिनट उसको अपने लौड़े पर झूला झुलाते हुए और चोदा और अब वो बहुत मस्त हो चुकी थी और चोदाई का मजा ले रही थी।
उसके दूध खूब जोर-जोर से हिल रहे थे मैंने उसके दूध खूब मसले जिससे उसकी बुर में बार-बार से रस झड़ जाता था।

उसको चोदते- चोदते पता ही नहीं चला.. कि कब दो घंटे हो गए। झड़ने के बाद वो थोड़ा खुश लग रही थी और बोली- रवि मैं पहली बार सेक्स करना चाहती थी.. पर डर लगता था.. मैं तुमसे प्यार करती थी.. लेकिन कभी कुछ कह नहीं पाती थी और ना ही तुम मुझे कुछ बोलते थे।
मैं बोला- अब तो हम तुम्हारे ब्वॉयफ्रेंड हैं.. जब भी चुदने का मन हो.. तो बता देना।

फिर हम लोगों ने कपड़े पहने और मैंने उसे फिर से बाँहों में लिया।
वो बोली- अब जाने दो.. जब भी मौका मिलेगा.. तो फिर आ जाऊँगी।
उस दिन के बाद.. मैंने उसे कई बार चोदा और भी बहुत सी लड़कियों और भाभी के साथ चोदाई की है।

मेरी इस चोदाई कहानी से अगर किसी को मस्ती आई है.. तो मुझे जरूर मेल करें।
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