चैटिंग साइट पर मिली हसीना से सेक्स चैट के बाद चुदाई

चूंकि हम लोग रोज़ बात किया करते थे.. तो बहुत ओपन हो गए और एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे।

धीरे धीरे हम लोगों ने अपने फेसबुक अकाउंट शेयर कर लिए। जब मैंने उसकी प्रोफ़ाइल देखी तो मैं उसे देखता ही रह गया। वो इतनी सुंदर ओर सेक्सी थी कि आप लोगों को क्या बताऊँ दोस्तो!

उसकी फोटो देखते ही मुझे उसे चोदने का मन होने लगा। उसका फिगर 36-30-38 का था। मैं उसकी फ़ोटो देख कर रोज़ मुठ मारता था।

हमारे दरमियान ऐसे ही बातें चलती रहीं। अब तो हमने अपने मोबाइल नम्बर भी एक-दूसरे से शेयर कर लिए थे। फिर हमारी बात मोबाइल पर ही होने लगीं। हम दोनों रात-रात भर सेक्स चैट करते रहते थे। उसने बताया था कि उसने आज तक सेक्स नहीं किया है.. उसकी इस बात से मुझे लगने लगा था कि यह लड़की मुझसे चुदने को राजी है।

अगले दिन मैंने उसे ‘आई लव यू..’ बोल दिया.. उसने भी बोला कि वो भी मुझसे प्यार करती है।
अब हम लोगों ने मिलने का प्लान बनाया.. संडे को मिलने का तय हुआ।

मैं ठीक 11 बजे Ambiance Mall पहुँच गया, मैं उससे मिलने को बेताब था। करीब दस मिनट बाद वो आई.. क्या खूबसूरत बला लग रही थी, उसने जीन्स और टॉप पहना हुआ था, उसको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया।

मैंने उससे हाथ मिलाया और हम दोनों केएफसी में कुछ देर बैठे.. बात की।
मैंने उससे पूछा- मेरे फ्लैट पर चलें?
उसने बोला- हाँ.. मुझे आज लंच तुम्हारे साथ ही खाना है।

हम लोग कार मैं बैठे और मेरे फ्लैट की और चल दिए। उसने बताया था वो कि यूपी से है और यहाँ अपनी फ्रेंड के साथ रहती है।

हम दोनों मेरे फ्लैट पर पहुँच गए और मैंने उसे सोफे पर बैठने को कहा, वो बैठ गई। मैं दो ग्लास में कोल्ड ड्रिंक ले आया.. हम दोनों कोल्ड ड्रिंक पीते-पीते बात कर रहे थे, मेरी नज़रें तो बस उसके तने हुए उरोजों पर थीं।

मैं थोड़ा उसके करीब आ गया.. उसने मुस्कुरा कर मुझे देखा तो मैंने अपने होंठ उसके होंठों से लगा दिए और उसके होंठों का रस पीने लगा।

कुछ मिनट तक हम एक-दूसरे के होंठ चूसते रहे। इसी बीच मैं उसके उरोजों को टॉप के ऊपर से ही दबाने लगा.. तो वो गर्म होने लगी। अगले कुछ पलों में मैंने उसका टॉप उतार दिया.. उसने ब्लैक रंग की ब्रा पहनी हुई थी।
मैं उसकी गर्दन पर किस कर रहा था।

इसी बीच मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके मोटे-मोटे बोबों को देख कर मैं उन पर टूट पड़ा। मैं उसके एक बोबे को चूसता और दूसरे को दबाता रहा.. वो सिसकारियां लेने लगी।

मैं उसे सोफे से उठा कर बेडरूम में ले गया और उसकी जीन्स उतार दी। अब वो सिर्फ ब्लैक पेंटी में थी। उसने मेरी तरफ देखा तो मैंने भी अपनी टी-शर्ट और जीन्स खोल दी।
मेरा लंड बाहर आने को तड़प रहा था।

अब मैंने देर ना करते हुए उसकी पेंटी उतार दी.. उसकी चुत गीली हो चुकी थी। मैंने उसे लिटा कर उसके पैरों को थोड़ा फैलाया और उसकी चुत चाटने लगा.. तो वो पागलों की तरह सिसकारियां लेने लगी और मेरे सर को अपनी चुत पे दबाने हुए कहने लगी- आह्ह.. फाड़ दो चुत मेरी..!

मैं उसकी चुत चाटता रहा.. उसने पानी छोड़ दिया.. मैं सारा पानी पी गया, मैंने उसकी चुत चाट कर पूरी साफ़ कर दी।
देर तक चुत में उंगली करने और लगातार चाटने से वो फिर से तड़प उठी और लंड पेलने के लिए बोलने लगी।

मैंने अपना लम्बा लंड उसके सामने हिलाया.. तो वो डर गई और बोलने लगी- इतना बड़ा लंड!
मैंने उसे लंड चूसने को बोला, तो पहले तो वो मना करने लगी.. पर मेरे जोर देने पर वो मेरा लंड चूसने लगी। फ़िर हम दोनों 69 की पोजिशन में आ गए। अब वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी चुत चाट रहा था।

थोड़ी देर में वो मेरे मुँह में फिर से झड़ गई और मैंने भी अपना सारा माल उसके मुँह में छोड़ दिया। इसके बाद 5 मिनट हम एक-दूसरे से चिपके रहे।

वो मेरे लंड को अपने हाथ से सहला रही थी और मैं उसकी चुत सहला रहा था। कुछ ही देर में हम दोनों फिर से तैयार हो गए।

उसकी चुत में उंगली करते वक्त मैंने महसूस किया था कि उसकी चुत काफी टाइट थी.. तो मैंने थोड़ा तेल लंड और चुत पर लगा दिया।

फिर मैंने लंड को उसकी चुत पर लगाया.. तो उसने अपनी आँखें बंद कर लीं। मैंने एक जोर का झटका दिया तो थोड़ा सा लंड अन्दर घुस गया.. वो चीखने लगी और रोने लगी। वो कराहते हुए कहने लगी- उह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकालो इसे बाहर.. मैं मर जाऊँगी.. बहुत दर्द हो रहा है।

मैं रुक गया और उसके होंठों को चूसने लगा.. मैंने उसके बोबे भी सहलाए और दबाए.. जिससे उसका दर्द कम होने लगा। मैंने मौका देख कर दो झटके मार दिए.. और पूरा लंड उसकी चुत में पेल दिया।
वो दर्द के मारे तड़पने लगी।

इन दो धक्कों के साथ मैं फिर से रुक गया और उसे चूमने लगा। थोड़ी देर में उसका दर्द खत्म हो गया और वो मेरे साथ देने लगी। अब मेरा लंड उसकी चुत में तेज़ी से अन्दर-बाहर होने लगा.. वो भी गांड उठा-उठा कर चुदवा रही थी।

इस मस्त चुदाई में वो अब तक दो बार झड़ चुकी थी.. उसकी चुत के रस की गर्मी से अब मैं भी झड़ने वाला था। मैं उसे तेज़ी से चोदने लगा और अपने लंड का सारा माल उसकी चुत में भर दिया।

कुछ देर यूं ही पड़े रहने के बाद जब उठ कर देखा तो चादर पर खून लगा हुआ था। ये देख कर वो डर गई कि ये क्या हुआ.. फ़िर मैंने उससे बोला- मुबारक हो तुम अब वर्जिन नहीं रहीं।
यह सुनकर वो मेरे सीने में सर छुपा कर मुस्कुराने लगी।

अब हम लोगों को जब भी मौका मिलता है.. खूब चुदाई करते हैं।

दोस्तो, यह मेरी पहली चूत चुदाई की हिंदी सेक्स कहानी है.. यह मेरी ज़िंदगी में घटी सत्य घटना है। आपको कैसी लगी, मुझे जरूर मेल करें।
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