हर किसी को चाहिए तन का मिलन-6

अपने ऑफिस की कुर्सी बैठी वो फाइल्स को देखने लगी। आधा दिन बिना किसी घटना के बीत गया.
लगभग 11 बजे चपरासी उसे एक लिफाफा यह कह कर दे गया कि महेश दे गया है। रूपिका ने धड़कते दिल से लिफाफा खोला और पढ़ना शुरू किया।
रिस्पेक्टेड मैम,
मैं आज सुबह उठा तो देखता हूँ कि आपकी कार मेरे पास नहीं है काफी सोचने की कोशिश की पर शराब के दो पेग के बाद की कोई घटना मुझे याद न आ सकी। अगर मुझ से कोई ऐसी वैसी हरकत हो गयी हो या मैंने कुछ गलत या अपमानजनक कह दिया हो तो आप मुझे जो सजा देना चाहें दे सकती हैं। मैं बेहद शर्मिंदा महसूस कर रहा हूँ इसिलए फ़ोन करने की हिम्मत न कर सका।
आपका सेवक
महेश।

रूपिका ने पत्र न जाने कितनी बार पढ़ा, हर बार पढ़ती तो उसे संतोष और खुशी का एहसास होता। उसने महेश को मैसेज कर दिया कि कल महेश ने कुछ गलत नहीं किया, बस उसने कुछ ज्यादा ही पी ली थी और वो उसे घर छोड़ने के 6.30 बजे आ जाये।

उधार दूसरी तरफ:
अकीरा सुबह 9 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुँची। कल रात जो कुछ हुआ था उसे भूल कर अब केवल अपने मिशन के बारे में सोचना था। और अपनी तरफ से वो अपने रिश्ते के लिए जो कर सकती थी कर चुकी थी, उसे विश्वास था कि विक्रांत सब समझ जाएगा आखिर वो भी तो ऑर्मी में रह चुका है।
दस बजे उसे हेडक्वार्टर पहुंचना था तो उसने जल्दी से अपने घर के कैब बुक की और कपड़े बदल के हेडक्वार्टर के लिए रवाना हो गयी।

ऑफिस आते ही उसे बताया गया कि सीनियर अफसर हेमन्त कुमार ने उसे बुलाया है। वो हेमन्त कुमार के ऑफिस में दाखिल हुई तो हेमन्त एक 27- 28 साल की कैटरीना कैफ जैसी दिखने वाली एक लड़की से बात कर रहे थे।
हेमन्त- अकीरा, इनसे मिलो, ये हैं ब्लैक कैट कमांडो मेजर शालिनी सिंह और मेजर शालिनी ये हैं डी एस पी अकीरा, देश की बेहतरीन खुफिया ऑफिसर! आप दोनों को इस मिशन पर एक साथ काम करना होगा।

अकीरा और शालिनी ने एक दूसरे से हाथ मिलाया और दोनों औरतें समझ गयीं कि उन्हें हमराज़ बनने में ज्यादा वक़्त नहीं लगेगा।
हेमन्त- तो लेडीज़, आप दोनों मिशन के बारे जानती हैं कि आपको पुरातन बहुमूल्य वस्तुओं को चुराने वाले इंटरनेशनल गिरोह जिसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं, उसे पकड़ने मध्यप्रदेश जाना होगा।
अकीरा, शालिनी एक साथ- यस सर, हम जानती हैं।

हेमन्त- लेकिन डिपार्टमेंट ने आपसे एक जानकारी अभी तक छुपा कर रखी थी, मध्यप्रदेश के छोटे से गाँव कामगढ़ में एक प्राचीन मंदिर है ज़मीन के 200 मीटर नीचे जो हीरे जवाहरात और बेशकीमती मूर्तियों से भरा हुआ है। दो महीने पहले वँहा से एक मूर्ति की आँख जो हीरे की बनी हुई थी, चोरी हो गयी थी।
अकीरा- 25 अप्रैल को?
शालिनी- उसी दिन भूकम्प आया था शायद।

हेमन्त- आप दोनों ही ठीक हैं, हमारे वैज्ञानिकों का यह मानना है कि ये भूकम्प उसी चोरी के कारण आया।
शालिनी- यह मुमकिन नहीं है।
हेमन्त- ईट्स पॉसिबल, दे हैव एविडेन्स। और आपको पता लगाना है कि यह चोरी सिर्फ पैसों के लिए की गई थी या गिरोह के पीछे कोई और है जो उस हीरे की शक्तियों को जानता है।
अकीरा- पर यह तो तभी मुमकिन होगा जब वो दूसरी आँख को भी चुराने की कोशिश करें। लेकिन वो उस हीरे को अभी तक बेच भी चुके होंगे और हीरा भारत से बाहर जा चुका होगा।

हेमन्त- अभी उम्मीद बाकी है, इंटेलीजेंस रिपोर्ट का कहना है कि दूसरे हीरे को भी चुराने की कोशिश की गई पर नाकाम रही दूसरी आँख तभी निकल सकती है अगर दोनों को एक साथ निकाला जाए। और आज की ट्रेन से ही उस गिरोह का आदमी पहली आँख को लेकर कामगढ़ जा रहा है तुम्हें वो चुरानी होगी।
शालिनी- आँख की अगर चोरी की गई तो गिरोह को शक हो जाएगा और हम उनके असली मकसद को कभी जान नहीं पाएंगे।
अकीरा- यह काम हो सकता है अगर हम हीरे को चुरा के वैसा ही एक हीरा वँहा रख दें तो किसी को शक नहीं होगा।

हेमन्त- बिलकुल सही कहा अकीरा। हेमन्त ने एक लकड़ी का छोटा सा डिब्बा खोला और एक 50 ग्राम का हीरा उनके सामने रखते हुए कहा- यह 100 करोड़ का हीरा है बिल्कुल वैसा ही, इससे काम चल जाएगा। लेडीज़ आपकी नई पहचान यह रही उसने उन दोनों को वोटर कार्ड, आधार कार्ड और एक स्कूल के टीचर की जोइनिंग लेटर्स देते हुए कहा।
शालिनी- वी गॉट इट सर। लेकिन असली हीरे को कौन ले जा रहा है यह कैसे पता चलेगा?

हेमन्त- उसकी चिंता मत करो। उस इंसान की डिटेल्स आपके फ़ोन पे भेज दी जाएगी। लेडीज 3 बजे आपकी ट्रेन है इसिलए आपको तयारी शुरू कर देनी चाहिए।

दोनों लड़कियाँ कपड़े बदल के हेडक्वार्टर से बाहर निकली. अकीरा अब पंजाब की रहने वाली सिमरन कौर थी इसलिए उसने पीले और नीले रंग का पटियाला सलवार सूट पहन लिया जो उसके सुडौल बदन को और आकर्षक बना रहा था उसके लम्बे काले बालों की लट उसके गोर और मामूम चेहरे पर आभूषण का काम कर रही थी। शालिनी अब दिल्ली की दीपिका शर्मा थी अपनी नई पहचान के हिसाब से उसने टाइट जीन्स और एक शार्ट लूज़ नेक्ड टॉप पहन ली।

शालिनी- अकीरा इस पटियाला सूट में पूरा पटोला लग रही हो।
उसने अपनी ब्रा को एडजस्ट करते हुए कहा, उसके 36 डी के मम्में 34 सी की ब्रा में तड़प रहे थे।
अकीरा- यार, तुम भी न, एक तो सूट टाइट है ऊपर से ब्रा में मेरी जान निकल रही है। और अब दूसरे नाम का ही यूज़ करो।

शालिनी- सही कहा सिमरन, मेरा भी यही हाल है। बूब्स बेचारे सांस भी नहीं ले पा रहे। वैसे साइज क्या है तुम्हारा?
सिमरन- साइज तो 38डी डी है ब्रा पहनी है 34 डी, पर क्या करें?
दीपिका- बड़ी हॉट है यार, कुदरत की मेहरबानी है या बॉयफ्रेंड की?
उसने आँख मारते हुए पूछा.

सिमरन- कुदरत ने ही यह मुसीबत मेरे गले बांध दी है? तेरे क्या बॉयफ्रेंड की कृपा से हैं इतने बड़े?
दीपिका- मेरे केस में दोनों… एक था हरामी साला 2-2 घंटे चूसता रहता था।
सिमरन- तो ब्रेकअप कर लेती।
दीपिका- ब्रेकअप कर तो लेती पर ऐसी ज़ोरदार चुदाई करता था कि… बोलने के बाद उसे एहसास हुआ कि वो कुछ ज्यादा ही फ्रेंडली हो गयी है.
“सॉरी यार, कुछ ज्यादा ही फ्रैंक हो गयी, बुरा तो नहीं लगा? पर तू है ही इतनी पहली नज़र में दिल के सारे राज़ खोल देने का मन करता है.
सिमरन- नहीं नहीं, मैंने बुरा नहीं माना, बल्कि पहली बार लगा कि कोई दोस्त मिली है मुझे! यार भूख लग रही है।
दीपिका- भूख तो मुझे भी लग रही है यार!

जितनी देर सिमरन और दीपिका मतलब अकीरा और शालिनी अपना पेट भरती हैं, मैं आपको दिल्ली से चंडीगढ़ ले चलती हूँ ताकि कहानी जो कुछ कुछ ठंडी हो चली है गर्म हो सके।

ईशा शक्ल में दूसरी समांथा थी भोली भाली… पर फिगर और काम से थी सन्नी लिओनी। उसकी एक ही सच्ची हॉबी थी और वो थी चुत चुदाई! चोदू मर्द को वो दूर से पहचान लेती थी और विक्रांत पर वो पूरी तरह लट्टू हो चुकी थी। और आज जो उसने दिन में देखा, उसे देखने के बाद उसे विश्वास हो गया था कि ये है असली मर्द।
लंच उसने जल्दी ही खत्म कर लिया और सोचा कि चलो चल कर बॉस पर डोरे डालें जाएं. काम बन गया तो चूत और जेब दोनों खुश।

पर जैसे ही वो विक्रांत के ऑफिस में घुसने वाली थी उसने देखा कि विक्रांत फ़ोन पे हेडफोन लगा कर कुछ देख रहा है और देखते हुए पैंट के ऊपर से ही अपने लन्ड को सहला रहा है।
वो समझ गयी कि विक्रांत पोर्न देख रहा है. उसे क्या पता था कि जनाब अपनी ही मूवी देख रहे हैं।

इधर विक्रांत रात मजा दोबारा ले रहा था, आप भी लें!:
विक्रांत सोफ़े पर नंगा बैठा हुआ था और अकीरा भी एकदम नंगी उसकी गोद में उसकी तरफ मुँह कर करके बैठी हुई थी और उसका लौड़ा अकीरा की चूत में पूरा का पूरा घुसा हुआ था जड़ तक। विक्रांत के हाथ में गिलास था, जिसमें से दोनों बारी बारी वोदका पी रहे थे। पेग खत्म होता तो विक्रांत अकीरा के मम्मे को मुँह में भर लेता और उसकी चुदाई शुरू कर देता।
चुदाई से बेहाल अकीरा उसके गले में बाजू डाल देती और आहें भरने लगती- आह आह… ओह माँ… उम्म… ओह विक्रांत प्लीज… प्लीज… आह… जल रही है मेरी!

विक्रांत थोड़ा थकता तो चुदाई रोक देता पर लन्ड अकीरा की चूत में ही रहने देता और दूसरा पेग बनाता। दोनों पेग खत्म करते तो अकीरा की ठुकाई का काम फिर चालू कर देता। पूरे पाँच पेग यही सिलसिला चला. पाँचवें पेग के बाद वो अकीरा को गोद में उठाये ही खड़ा हो गया और दे दनादन अकीरा को चोदना शुरू कर दिया. हर घस्से के साथ अकीरा काफी ऊपर उछल जाती और फिर नीचे आती तो मूसल लन्ड उसकी चूत में जड़ तक समा जाता।

उधर दरवाजे पर खड़ी ईशा अपने बॉस की हरकतें चुपके से देख रही थी. पर जब अचानक विक्रांत ने अपना नौ इंची हथियार निकाला तो ईशा की चीख निकलते निकलते रह गयी- बहनचोद साले का लौड़ा है या 2 किलो की लौकी?
ईशा ने मन से सोचा।

विक्रांत अपनी रात की हरकतों को देख के फिर से गर्म हो गया था उसे इस बात का ख्याल ही नहीं रहा कि वो ऑफिस में है और अपनी ही वीडियो देखते हुए मुठियाने लगा.

वीडियो में वो और अकीरा दोनों ही पसीने से लथपथ हो चुके थे, वो थक कर बैठ गया और हल्का पेग बनाया, उसका लन्ड अभी भी अकीरा की चूत में ही था.
अकीरा- विकी, निकालो न… इसे मुझे जलन हो रही है.
वो- कैसे निकालूँ? मेरा तो निकल ही नहीं रहा, खुद तो 4-5 बार झड़ के मजा ले चुकी हो पर मेरा क्या होगा?
अकीरा- लाओ, मैं इसे थोड़ा प्यार करती हूँ, शायद इस अजगर को मेरी गिलहरी पे कुछ दया आ जाये.

अकीरा खड़ी ही गयी और सोफ़े से उतर कर उसके सामने आ गयी और घुटनों के बल बैठ के उसके लन्ड को दोनों हाथों में थाम लिया और मोटे गुलाबी लन्ड मुंड पर अपने होंठ रख दिये और उसे लॉली पॉप के जैसे चूसने लगी। वो उसका लन्ड चूस रही थी और वो पेग पी रहा था।
शराब का नशा उस पर चढ़ता चला गया ऊपर से दुनिया के सबसे प्यारे होंठ उसके लन्ड पर थे जिसे देख कर उससे रहा न गया और उसने अकीरा को बालों से पकड़ लिया और ज़बरदस्ती अपना लन्ड जड़ तक उसके मुँह में घुसेड़ दिया।

अब जब वो वीडियो देख रहा था तो अकीरा गले में लन्ड का उभार साफ नजर आ रहा था जो उसे और उत्तेजित कर रहा था उसने पूरी रफ्तार से मुठियाना इस नज़ारे को देख ईशा भी गर्म हो चुकी थी उसने इधर उधर देखा तो कोई नहीं था रास्ता साफ देख उसने अपना हाथ स्कर्ट में डाल दिया और उंगली करने लगी।

वीडियो में विक्रांत अकीरा को बालों से पकड़ के उसके मुँह को चूत समझ के चोद रहा था, उसके गोल्फ बॉल जितने बड़े बड़े टट्टे अकीरा की गर्दन से टकरा रहे थे बेचारी की आँखें साँस न ले पाने की वजह से चढ़ गई थी. अगर एक मिनट भी विक्रांत और ना झड़ता तो बेचारी की सांसें अटक जाती। पर विक्रांत ने उसके मुँह में ही भरभरा के झड़ना शुरू कर दिया अकीरा के खूबसूरत चेहरे का एक बार फिर स्पर्म फेशीयल हो गया।

झड़ने के बाद विक्रांत थक के बिस्तर पर गिर पड़ा।
वीडियो खत्म हुई तो विक्रांत को ख्याल आया कि वो ऑफ़िस में है, उसने जल्दी से लन्ड को पैंट में डाला जो एक बार फिर उल्टी करने के बाद शांत मुद्रा में आ चुका था।
विक्रांत ने नैपकिन से टेबल पर गिरा माल साफ किया और फ्रेश होने के लिए बाथरूम में घुस गया।

यह कामुक चोदन कहानी आपको कैसी लग रही है? मुझे मेल करके बताएं!
यह चुदाई की कहानी जारी रहेगी.
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