Category: रिश्तों में चुदाई

इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.

Indian Incest Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi

भाई की साली की चुदाई का मजा लिया

इससे पहले हम लोग नॉर्मली ही बातें किया करते थे, थोड़ी बहुत मस्ती भी हो जाती थी. अब मैं मेन पॉइंट की बात करता हूँ. ये बात उस रात की है, जब शादी की सभी रस्में संपन्न हो चुकी थी और मेरी दीदी विदा होकर अपनी ससुराल चली गई थीं. दिन की शादी थी तो […]

चुत चुदाई का पहला अनुभव भाभी की बहन के साथ

शादी के दो दिन के फंक्शन में हमारी मुलाकात की शुरूआत बहुत ही ख़राब हुई, जो भड़काऊ और झगड़ने जैसी थी. उसके नखरे, नाटक ही कुछ ऐसे थे, जो मुझे अपने तरफ खींच रहे थे. उसकी वजह से में उसका दीवाना हो गया था. मेरा मन कर रहा था कि बस वहीं भाई की शादी […]

इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी सास और जमाई की सुहागरात की

रचना के जाने के बाद मुझे घर में बहुत अकेलापन लगने लगा। फिर जैसे तैसे दो महीने बीत गए। एक दिन बेटी जमाई घर आये। सर्दी का मौसम था, मैंने उनको खाना खिलाया और लेटने के लिए बिस्तर सजाया। जमाई जी की नजर मुझे कुछ ठीक नहीं लगी, उनकी नजर मेरी छाती यानि मेरी चूचियों […]

गरम माल दीदी और उनकी चुदासी चूत-3

पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि कैसे मैंने दीदी की चूत चोदी थी. अब आगे.. सब लोग खाना खाकर सोने की तैयारी करने लगे.. आज जगह ज्यादा थी क्योंकि काफी लोग जा चुके थे. छत पर मैं अकेला एक और सोया हुआ था और थोड़ी दूरी पर दीदी और दिव्या यानि कि मेरी भांजी […]

देसी कहानी : चाचा ने मुझे चोदा

चाचा जब भी मेरे घर आते थे, वो मुझसे मजाक करते थे और हम दोनों लोग कभी कभी एक दूसरे के साथ खेलते भी थे लेकिन मैं चाचा के बारे में कुछ गलत नहीं सोचती थी. लेकिन वो मुझसे बातें करते करते कभी कभी वो मेरी चूची को देख कर मुझे स्माइल देते थे लेकिन […]

ससुर और बहू की कामवासना और चुदाई-7

ट्रेन साढ़े नौ के करीब भोपाल जा पहुंची. हम लोगों का डिनर हो चुका था और अब हमारी जर्नी लास्ट लैप में थी. सुबह छह बजे हमें निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन (दिल्ली में कई रेलवे स्टेशनों में से एक) पहुंच जाना था. अब कोई सात आठ घंटे ही हमारे पास थे. “अदिति बेटा!” “हां जी पापा […]

स्त्री-मन… एक पहेली-1

पर हर कहानी क्या सच में सिर्फ़ कहानी ही होती है? मेरा तो ख्याल है कि बिल्कुल नहीं… खैर! यह वार्ता फिर कभी… अब वापिस आते है अपनी कहानी पर! जिन पाठकों ने मेरी पिछली कहानी ‘हसीन गुनाह की लज़्ज़त’ नहीं पढ़ी है मैं उन पाठकों से अनुरोध करता हूँ कि इस रचना का संपूर्ण […]

मामा से चुदाई की भानजी की व्यथा कथा-1

मैं कॉलेज छात्र हूँ, दिखने में तो मैं एक साधारण सा नौजवान हूँ, परंतु एक नंबर का चोदू भी हूँ। वैसे हाईट हेल्थ हिन्दी में बोलें तो कद काठी अच्छी है पर ज्यादा स्टाइल और दिखावा ना करके साधारण लाईफ स्टाइल को पसंद करता हूँ। फिलहाल मैं अपने परिवार के साथ ही जयपुर में रहता […]

स्त्री-मन… एक पहेली-3

मैंने कपड़ों की हल्की सी सरसराहट और साँसों की मध्यम सी आवाज़ सुनी. मेरे ही बैड पर, मेरे दायीं ओर कोई था. एक पल को तो मेरे रौंगटे खड़े हो गए लेकिन जैसे ही मुझे प्रिया के वहाँ होने का ध्यान आया तो मेरे लिंग में भयंकर तनाव आ गया. मैंने अपना बायाँ हाथ आगे […]

स्त्री-मन… एक पहेली-2

नज़र झुकाये, अपने दोनों हाथों में मेरा हाथ थामे, प्रिया ग्रीक की कोई देवी की मूरत सी लग रही थी. “आप मेरे जीवन के प्रथम-पुरुष हैं, मैं मन ही मन आप को पूजती हूँ और मेरे दिल में हमेशा आप की एक ऊंची और ख़ास जगह है और हमेशा रहेगी। इस के साथ ही यह […]