बुआ की लड़की की बुर चुदाई होते होते रह गई

मैंने दिव्या के चूचे देखे.. तो मैं देखता ही रह गया, वो बहुत बड़े लग रहे थे। फिर मैंने अपनी फीलिंग्स कंट्रोल की और बुआ और दिव्या से कुछ बातें की।

कुछ देर बाद मैं वापिस अन्दर आ कर काम करने लगा। कुछ टाइम बाद दिव्या मेरे पास आ कर बैठ गई और बोली- भाई, बाहर मन नहीं लग रहा.. तो अन्दर आपके पास आ गई।

दोस्तो, मैं आप सभी को बता दूँ कि दिव्या के मम्मों के साथ-साथ उसकी बॉडी भी बहुत मस्त है। मैं उससे कुछ बात करने लगा.. फिर हम दोनों कमरे मैं जाकर बैठ गए।

कुछ पल बाद दिव्या बोली- भाई गर्मी लग रही है।
मैंने बोला- जैकेट उतार दे ना।
उसने जैकेट उतार दी.. अब उसके चूचे और ज्यादा मस्त दिखने लगे।

मैं उसकी तरफ और ज्यादा आकर्षित हो गया और उसके मम्मों को देखने लगा।

फिर उसने मुझे टहोका- भाई क्या देख रहे हो?
मैंने बोला- बड़ी हो गई हो।
वो मुस्कुरा दी।

मैंने फिर उसका हाथ पकड़ कर ऐसे ही कुछ करने लगा.. उसे मजा आने लगा, उसने भी हाथ पीछे नहीं किया।
मैंने उसका दूसरा हाथ पकड़ लिया और हम दोनों यूं ही चुप रह कर एक-दूसरे के भावों को पढ़ने की कोशिश करते रहे।

फिर थोड़ी देर में बुआ अन्दर आ गईं.. और दिव्या मुझसे दूर होकर बैठ गई, वो अपने कपड़ों को ठीक करने लगी।
बुआ कुछ समय बाद कमरे से बाहर चली गईं और उसने खुद अपना हाथ मुझे पकड़ा दिया।
मैंने फिर से वही करना शुरू कर दिया, वो मेरे और नजदीक़ आ गई और धीरे धीरे उसने मुझे हग कर लिया।

मैंने पूछा- क्या हुआ?
बोली- भाई मुझे आपको हग करने का मूड था और मैंने कर लिया।
फिर मैंने भी उसको अपनी बांहों में भर लिया, उसके मम्मों का दबाव मेरी चाटी में गड़ने लगा, सच में बहुत मजा आया।

फिर शाम में हम दोनों बाहर घूम कर आए, वो मेरे साथ ऐसे बिहेव कर रही थी जैसे वो मेरी गर्लफ्रेंड हो। वो पूरे टाइम मेरा हाथ पकड़ कर चलती रही.. कभी-कभी मौक़ा मिलते ही वो मुझे हग भी करती रही।

इससे मुझे बहुत मजा आ रहा था, एक हॉट गर्ल मुझे हग कर रही थी और यह सब पहली बार हुआ था।

फिर रात में जब सब सोने लगे तो वो मेरे पास आ गई और कुछ बात करने लगी। मैंने सोचा कि शायद आज मेरी वर्जिनिटी खत्म हो जाएगी और साथ में दिव्या की भी हो जाएगी.. क्योंकि मुझे पता था उसका आज तक कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं रहा।

तभी बुआ मेरे कमरे में उसे बुलाने आ गईं।
वो बोलीं- मैं कुछ टाइम में आ जाऊँगी.. हम दोनों फिल्म देखने वाले हैं।
बुआ- ठीक है।

वो चली गईं.. बस फिर क्या था, वो मेरे मोबाइल को चैक करने लगी। मुझे पता था वो पिक्स जरूर चैक करेगी तो मैंने जानबूझ कर मोबाइल में पहले से ही सेक्सी पिक्स फीड कर दी थीं।

पहले तो वो नंगी फोटो देख कर चौंक गई.. फिर मुझसे नज़र चुरा कर सब फोटो देखने लगी। मैंने अपना मोबाइल एकदम से उससे वापिस ले लिया और बोला- सॉरी दिव्या.. यह सब तुम ना देखो.. ये सब अच्छा नहीं है।

तो वो बोली- आप भी तो देखते हो ना.. मुझे भी देखना है। आप इसमें मुझे कोई वीडियो दिखाओ ना?
मैंने कहा- ठीक है लाओ।
बस फिर मैंने पॉर्न मूवी स्टार्ट कर दी और उसे बताने लगा- देखो.. ऐसे-ऐसे होता है।

वो नाटक करने लगी- नहीं.. कुछ समझ नहीं आ रहा।
मैंने बोला- अच्छा करके बताता हूँ.. तुम किसी को बताना नहीं।
वो चहक कर बोली- ओके!

मैंने बोला- पहले तुम अपनी शर्ट उतार दो।
वो बोली- मुझे शर्म आ रही है।
मैंने उसकी शर्ट उतार दी, उसने अन्दर ब्रा नहीं डाली हुई थी तो उसके चूचे एकदम से बाहर उछल कर आ गए।
हाय गजब के मिल्की मम्मे थे.. वाऊऊ यार..

मैंने पहले उसके लेफ्ट बूब को टच किया और राईट वाले बूब को चूसने लगा।
वो- आअहह.. आआहह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… भैया और करो आअहह.. ज़ोर से करो भाई मजा आ रहा है।
फिर मैंने उसका दूसरा दूध चूसना शुरू कर दिया, अब उसे और ज्यादा मजा आने लगा।
उसने मेरी भी शर्ट उतार दी।

फिर मैंने धीरे-धीरे उसकी पेंटी में हाथ डाला.. तो पेंटी पूरी गीली थी। मैंने उसकी चूत में उंगली डालने की कोशिश की तो वो बोली- आह्ह.. भाई दर्द होता है.. मत करो।
मैंने उसे मेरा अंडरवियर उतारने के लिए बोला।

पहले वो ‘ना’ करने लगी फिर मैंने उसे थोड़ा फोर्स किया तो वो मान गई। उसने मेरा जैसे ही अंडरवियर उतारा.. मेरा खड़ा लंड सीधा बाहर आ गया। उसका चेहरा थोड़ा नीचे होने के कारण खड़ा लंड सीधा उसके होंठों पर जा लगा।
वो एकदम से डर गई।

मैंने उससे लंड सहलाने के लिए बोला, उसने अपने कोमल हाथों में मेरा सख्त लंड ले लिया। मुझे बहुत मजा आ रहा था।
वो अपने आप लंड को ऊपर-नीचे करने लगी, मैंने उसे मुँह में लेने के लिए बोला.. पहले उसने मना कर दिया, फिर धीरे-धीरे नीचे करके लंड को मुँह में ले लिया।

मैं बता नहीं सकता कि मुझे कितना अच्छा लगा। मुझे लगा कि मेरा लंड ऐसे ही हमेशा दिव्या के मुँह में घुसा रहे।
यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

उसने मेरे लंड को थोड़ी देर मुँह में रखने के बाद बाहर निकाल दिया और बोली- भाई अब चलती हूँ देर हो रही है.. मम्मा आ जाएगीं।
मैं बोला- मेरा माल तो निकाल दे!
वो बोली- अब क्या बाकी बचा है?

मैंने पॉर्न वीडियो दिखाया जिसमें एक कपल सेक्स कर रहा था और बोला- यह सब अभी बाकी है।
वो बोली- नहीं.. यह सब तो मैं अपने हस्बैंड के साथ करूँगी।
मैंने बोला- आज मुझे ही अपना हस्बैंड बना लो!
वो इठला कर बोली- अच्छा जी..!
मैंने बोला- हाँ अब इतना तो हो ही गया है।

वो मुस्करा कर मेरे गले लग गई, मैंने धीरे से उसकी चूत पे हाथ रख दिया और उसकी चूत को मसलना शुरू कर दिया।
अब वो गर्म होने लगी।
मैंने पूछा- पहले कभी सेक्स किया है?
वो बोली- नहीं भाई.. मैंने आज तक कुछ भी नहीं किया.. आपके साथ सब पहली बार हो रहा है।
‘हम्म..’
उसने मुझसे भी पूछा तो मैंने भी सच बता दिया- तुम पहली हो.. जिसके साथ सब हो रहा है।

वो मुझे होंठों पर किस करने लगी.. और अपने हाथ में मेरा लंड ले लिया।
उसने मुझे बहुत देर तक किस किया, फिर मैंने उसकी पेंटी उतार दी और वो शर्म सी करने लगी।

मैंने उसकी नंगी चूत को देखा तो ऐसे लगा कि कोई जन्नत का द्वार हो.. और बस मेरी एंट्री होने वाली है।

मैं उसकी चूत को चूसने लगा। वो हाथ से ज़ोर-ज़ोर से मेरे सर को अपनी चूत में दबाने लगी। चूत चूसने से उसकी आवाज़ निकलने लगी- आह्ह.. फक मी भाई.. प्लीज़ आअज मुझे मत छोड़ना.. आह्ह.. बना लो अपनी वाइफ.. आआह.. आअहह..
वो अपने सर को कभी ऊपर उठा लेती.. तो कभी ज़ोर से नीचे कर लेती.. उसकी बेसब्री बढ़ती जा रही थी, उसकी आवाज़ बहुत कामुक और मादक होती जा रही थी।

मैंने बोला- तेज आवाज मत करो.. हम फंस सकते हैं।
वो बोली- भाई मैं नहीं कर रही.. ये खुद हो रही है।

दोस्तो, बहुत मजा आ रहा था कि तभी उसकी मम्मी की आवाज़ आ गई, वो एकदम से डर गई और अपने कपड़े उठा कर नंगी ही वहाँ से चल पड़ी। मैंने उसे रोकने की कोशिश की.. पर वो नहीं मान रही थी।

मुझे भी डर था कि कहीं बुआ यहीं ना आ जाएं।
हम दोनों पूरे नंगे थे।

वो चली गई और उस दिन समझ में आया कि केएलपीडी (खड़े लंड पे धोखा) का क्या अर्थ होता है.. मतलब मैं दिव्या के चले जाने वर्जिन ही रह गया।

अगली सुबह बुआ के घर कुछ काम आ गया.. वो दिव्या को ले कर चली गईं।

मैं लंड हिलाता ही रह गया।

आपको मेरी बहन के साथ सेक्स स्टोरी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताइएगा।
[email protected]