चचेरे भाई ने रिश्ते को शर्मिन्दा करने की कोशिश की

एक दिन घर में कोई नहीं था, सब कहीं बाहर गये हुए थे।
तभी फैज़ल घर आया। वह एक सी डी ले कर आया था औऱ वो फिल्म मुझे दिखाना चाह रहा था।

उसकी दुष्ट सोच से अन्जान मैं बेवकूफों की तरह उसके साथ सीडी वाली फिल्म देखने बैठ गई और तब मुझे पता चला कि वो एक सेक्स मूवी थी।

मैं अनकंफर्टेबल फील कर रही थी, लेकिन उत्सुकता वश मैं उसे देखने का लोभ नहीं छोड़ सकी, फिर हमने वो पूरी फिल्म देखी।

वो तो खुदा का शुक्र रहा कि हम दोनों ने अपनी हदें नहीं तोड़ी परन्तु हमारे बीच काफी कुछ ऐसा हो गया कि उसे भूलना चाहें तो भी भुलाया नहीं जा सकता।

फिल्म खत्म होने के बाद उसने मुझसे कहा कि वो मुझे प्यार करता है और उसने मुझे प्रपोज भी कर दिया।

मुझे तो एक धक्का सा लगा, मैं तो जैसे सदमे में थी।

जैसे-तैसे मैंने अपने आप को सम्भाला और उसे समझाने की कोशिश की कि हम दोनों भाई-बहन जैसे हैं। और जो तू कह रहा है वो एक दम गलत है, इसके अलावा मैंने तुझे सदा अपने भाई की नज़र से देखा है, मैं तुम्हारे प्रति ऐसा सोच ही नहीं सकती।

लेकिन उस पर जैसे कोई असर हो नहीं रहा था, वो मेरी किसी बात को सुनाने को राजी नहीं था।
कहा रहा था कि हमारे मजहब में यह रिश्ता जायज है..

उस वक्त तो मैंने उसे जैसे-तैसे करके वहाँ से चले जाने को कहा परन्तु अब मेरी समझ में नहीं आ रहा कि मैं क्या करूँ?

इस मसले को कैसे हल करूँ?