पापा ने बिटिया को नंगी देख कर मुठ मारी

मेरा दिमाग जैसा पगला सा गया, मेरा दिल जोरों से धड़क रहा था. और लंड मानो अभी बिटिया की चूत में घुस कर सील तोड़ दे. मगर खुद पर काबू रखा और हाथ लगा कर उसे धीरे धीरे सहलाने लगा. मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत की दरार में फिरायी तो मेरी बेटी के बदन में जैसे सिरहन सी हुयी. ऐसी चूत नसीब वालों को देखने को मिलती है.

मैं लगातार पर धीमे धीमे हल्के हाथ से अपनी बिटिया की चूत की दरार सहला रहा था. कुछ ही देर में मेरी उंगली गीली हो गयी. इतनी मस्त और रसीली चूत तेरी मेरी बिटिया की … क्या कहूँ! कोई भी ऐसी चूत के लिए तरस जाये.

उस रात मैंने अपनी बिटिया की चूत देख देख कर चार बार मुठ मारी. जब भी वो नहाने के लिए जाती तो मेरा मन करता कि मैं अपनी बेटी को नंगी नहाते हुए देखूं इसलिए मैंने बाथरूम में फोन का कैमरा छुपा कर लगा दिया. फिर 1 बजे के करीब वो नहाने के लिए गयी.

जब मेरी जवान बेटी नहा कर बाहर निकली तो मैंने अपना फोन चेक किया और देखा पहले मेरी बिटिया आरज़ू ने अपनी काली लेगी उतारी. उसकी गोरी और मुलायम टाँगें बहुत सेक्सी थी. मेरी बिटिया की टाँगें बहुत हॉट और सेक्सी थी. आरज़ू ने ब्लेक कलर की पारदर्शी पेंटी पहन रखी थी जिसे उसने अब उतार दिया था. अब वो नीचे से पूरी नंगी थी, उसकी चूत पर छोटे-छोटे बाल थे और उसे देखकर तो जैसे मेरे बदन मे बिजली सी मचल गयी थी.

फिर आरज़ू ने अपना कुर्ता उतारा और अब वो सिर्फ एक सफेद कलर की पारदर्शी बनियान में थी और फिर कुछ देर बाद वो भी नीचे उतर गयी. अब मेरी बिटिया आरज़ू पूरी नंगी थी और मैं विडियो देख कर अपना लंड पकड़कर बैठा सब देख रहा था.

अब आरज़ू की छोटे-छोटे और मासूम सी चूची देखकर तो मैं पागल ही हो गया था. अब आरज़ू को नंगा देखने के बाद मैं पागल हो चुका था. फिर कुछ देर सोचने के बाद मैं वापस बाथरूम में गया. और उसकी उतारी कच्छी और बनियान को चूमने और चाटने लग गया.

उसके बाद उसकी विडियो दुबारा देख मैंने अपनी बिटिया के नाम से मुठ मारी.

दोस्तो, इस कहानी में यहीं तक!

अब आपको लोगों से सवाल पूछना चाहता हूँ कि क्या मुझे अपनी बिटिया को चोदना चाहिए. मैं चाहता हूँ अपनी बिटिया को सेक्स के पूरे मजे दूँ. अगर आप लोगों को लगता है कि चोदना चाहिए तो प्लीज मुझे कमेंट्स करके बताएं.