क्लासमेट गर्लफ्रेंड बन कर चुद गई-2

मैं एक हाथ से उसके पेट पर हाथ सहला रहा था, तो दूसरी तरफ उसकी चूत को चाट रहा था. मुस्कान मादक सिसकारियां लिए जा रही थी और मेरे सर को अपनी चूत पर दबाए जा रही थी.

अब मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डाल दीं और जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा. मुस्कान की और भी तेज स्वर में मस्त आवाज आने लगी ‘आआह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… अस्स.. ऊऊऊह.. ओऊऊह.. ओओऊऊ…’

अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था. इतने में मुस्कान बोली- बेबी बाथरूम में कब जाओगे.
मैंने कहा- जान एक राउंड पूरा तो कर लो.. फिर बाथरूम में भी चलेंगे.
वो कुछ नहीं बोली.

अब मैंने मुस्कान से कहा- जान, मैंने तो तुम्हारी चूत को गीला कर दिया है, अब मेरे लंड को भी थोड़ा प्यार दे दो.
मुस्कान थोड़ा शर्माती हुई उठी और मुझे लेटा कर मेरे लंड को हाथ में लेकर धीरे धीरे सहलाने लगी. उसने मेरे लंड पर थूक लगा दिया और ऊपर नीचे करने लगी.
मैंने कहा- जान ऐसे मजा नहीं आ रहा है.

फिर उसने जैसे ही ये बात सुनी वैसे ही आधे से ज्यादा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. जब वो अपने होंठों से मेरे लंड को चूस रही थी.. आह.. कितना मजा आ रहा था. इस मजे को लिखने के लिए मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है.. बस ये मानो कि स्वर्ग के मजे मिल रहे थे.

कुछ ही देर में मुझसे रहा नहीं गया, तो मैंने मुस्कान को लेटा दिया और उसकी टांगों के बीच में बैठ गया. मैंने उसकी टांगों को फैलाया और लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा. वो जोर जोर से आहें भरने लगी. तो मैंने लंड को चूत के मुख पर लगाकर हल्का दबाव दे दिया.. चिकना लंड हल्का सा अन्दर घुस गया.
लंड घुसवाते ही वो चिल्ला पड़ी- मम्म्म्म्ममिह.. आआह.. निकाल लो प्लीज.. प्लीज.. बहुत दर्द हो रहा है.. आहा.. यश ह्शश.. मम्म्म्म्ममि.. आह..

मैं रुक गया और उसे सहलाने लगा और उसे चूमने लगा. दो से तीन मिनट तक किस करने के बाद वो हल्की हल्की गांड उठाने लगी. मैंने फिर एक धक्का दिया वो फिर जोर से चिल्ला पड़ी.

इसका कारण यह था क्योंकि मुस्कान ने जो भी सेक्स किया था. उसे किए हुए एक साल से ज्यादा हो गया था और तब से मुस्कान ने कोई सेक्स नहीं किया. इस वजह से उसकी चूत अभी भी गीली तो हो गई थी.. पर ज्यादा टाइम से लंड ना जाने से उसकी चूत टाइट थी. इस बार मैंने उसके होंठ चूस लिए और उसकी पीठ से हाथ डालकर उसकी गांड को सहलाने लगा. मैं हल्के से लंड को अन्दर बाहर करने लगा. पर वो फिर से दर्द के कारण चिल्लाने लगी. इस बार मैंने उसकी एक नहीं सुनी और झटके से लंड को उसकी चूत में जड़ तक घुसा दिया.

इससे पहले वो चीखती, मैंने हाथ से उसका मुँह बन्द कर दिया. उसकी आँखों में आँसू थे और दर्द से उसका चेहरा लाल हो गया था.

अब मैं उसके चूचों को एक हाथ से सहला रहा था, तो दूसरी तरफ उसके होंठों को चूसे जा रहा था, जिससे उसका दर्द कम हो जाए.

कुछ ही देर ऐसे ही करने पर वो शांत हुई और चूतड़ उठाकर मेरा साथ देने लगी. मैं भी उसको जमकर चोदने लगा.

अब चुदाई की मस्ती बिखरने लगी थी, वो ‘आह.. आह.. आअह्ह्ह.. आह..’ की आवाज निकाल रही थी.

मैंने मुस्कान की दोनों टांगें अपने दोनों कंधों पर रख लीं, जिससे मेरा लंड अब मुस्कान की चूत में काफी अन्दर तक जा रहा था. मुस्कान और मैं दोनों ही चुदाई की मस्ती के सागर में डूबे हुए थे.
मुस्कान चुदाई के नशे में बस ये ही बोले जा रही थी- आह.. और जोर से चोदो आह.. और जोर से आअहहहह..

ऐसे ही दस मिनट ताबड़तोड़ चुदाई के बाद उसने अपनी टाँगें मेरी कमर के चारों तरफ लपेट लीं, मुझे कसकर पकड़ लिया और जोर जोर से सांसें लेकर झड़ने लगी. उसके झड़ने से मुझे भी लगा कि अब मेरा भी होने वाला है.
मैंने भी उसको कसकर पकड़कर जोर जोर से 8-10 झटके मारे और लंड खींच कर सारा माल उसके पेट पर गिरा दिया.

अब हम दोनों ही साथ में एक दूसरे को कस के पकड़ कर लेटे हुए थे और होंठों पर किस कर रहे थे. मैंने चूमते हुए पूछा- कैसा रहा फर्स्ट राउंड?
तो मुस्कान शर्मा गई.. पर उसने हल्के से बोला- मुझे अच्छा लगा.
मैंने कहा- तो दूसरा राउंड स्टार्ट करें?
मुस्कान बोली- अभी नहीं बेबी.. थोड़ा आराम तो करने दो.

मुस्कान की चुदाई करने के बाद अभी हम थोड़ा आराम कर रहे थे. पर मैं कभी मुस्कान के होंठों को चूमता, तो कभी उसके चूचों को सहलाता.

अब मेरा मन उसकी गांड में अपना लंड डालने का हुआ तो मैंने अपना हाथ उसकी पीठ पर सहलाते हुए उसके चूतड़ों को पकड़ कर दबाने लगा.

मुस्कान मुझे अपने पहले सेक्स की कहानी बता चुकी थी, मैंने उस से पूछा- मुस्कान जब तुमने पहले सेक्स किया था.. तो इतना ही मजा आया था?

मुस्कान थोड़ा चुप हो कर बोली- नहीं यार उसको बस मेरी चूत में लंड डाल कर जल्दी जल्दी किया और कुछ ही पलों में वो शांत हो गया था. हालांकि दर्द तो हुआ था, लेकिन जब मुझे मजा आना शुरू हुआ तो वो शांत हो चुका था.

मैं मुस्कान की चूत पर हाथ लगाते हुए बोला- तुमने बस यहां से ही करवाया था?
बोली- हां.
मैंने एक उंगली उसकी गांड के छेद में हल्की से डाली.. तो मुस्कान ओऊऊह.. करने लगी. अब मैंने उसकी गांड में उंगली डाल कर कहा- बताओ ना यार.. क्या तुमने यहाँ पर भी करवाया है?
मुस्कान थोड़ा गुस्सा हुई लेकिन शायद उसका मन फिर से हो गया था और उसको ओर भी चुदने का मन था.. तो मुस्कान बोली- हां किया तो था.. पर दर्द बहुत हुआ था.

मैंने कहा- मुस्कान मुझे तुम्हारी गांड मारनी है.
मुस्कान ने मना कर दिया, पर मैं ज़िद्द पर अड़ा रहा. चूंकि उसका मन और चुदने का था तो उसे ना चाहते हुए भी हां बोलना पड़ा.

फिर मैंने मुस्कान को कस के पकड़ लिया और जोर जोर से उसके होंठों को चूसने लगा. मुस्कान अपनी शर्म छोड़ कर अब मेरा पूरी तरह से साथ दे रही थी.
कुछ ही देर में हम 69 पोज़ में आ गए. मुस्कान अब मेरे ऊपर पेट के बल लेटी हुई थी और उसका मुँह मेरे लंड को चूस रहा था. मैं मुस्कान की चूत और गांड दोनों को ही चाट रहा था. फिर मैंने मुस्कान की गांड में एक उंगली डाल दी. मुस्कान अभी मेरा लंड मुँह में लेकर चूस रही थी और मैं उसकी गांड में उंगली को अन्दर बाहर कर रहा था.

फिर मैंने उसकी गांड में दो उंगलियां जैसे ही डालीं, मुस्कान हल्की सी उछल गई. क्योंकि उसकी गांड टाइट थी. जबकि मैंने दो उंगलियां अभी आधी ही डाली थीं. मैंने अब अपनी उन दो उंगलियों को भी अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया. इससे उसकी गांड ने फ़ैलना शुरू कर दिया था.

मुस्कान मेरा लंड चूस रही थी, पर दो उंगलियों के गांड में चलने से उसने अपने मुँह से लंड को बाहर निकाल लिया और ‘अअअअअ ओऊआआ..’ की आवाज करने लगी.

हम दोनों ही फिर से गर्म हो गए थे. कुछ देर ऐसे ही करने से मुस्कान की गांड ओर चूत दोनों ही पानी पानी हो गई थीं. अब मैंने मुस्कान को पीठ के बल लेटा दिया और फिर से उसकी टांगों के बीच मैं आ कर अपना लंड उसकी चूत पर रखकर जोर से झटका दे मारा. आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में घुस चुका था. मुस्कान भी अपने हाथ से चूत के दाने को रगड़ रही थी. अब उसका जोर जोर से सिसकारियां लेना शुरू हो चुका था.

मैंने भी उसकी चूत की चुदाई और तेज कर दी और दोनों ही मस्ती के सागर में गोते खा रहे थे.
मुस्कान- ओह्ह.. और जोर से.. और जोर से चोदो.. मजा आ रहा है.

मैंने मुस्कान की एक टांग को उठा कर अपने कंधे पर रख लिया और उसकी चुदाई जारी रखी. इस तरह से मुझे भी उसे चोदने में मजा आ रहा था. मुस्कान भी जोर जोर से सिसकारी ले रही थी. इस पोज में मुझे मुस्कान को चोदने में आसानी हो रही थी.. और बहुत मजा भी आ रहा था. पर अब मुझे उसकी गांड में अपना लंड डालना था, तो मैंने लंड को बाहर निकाल दिया और उसे डॉगी स्टाइल पोज में होने को बोला.

जैसे ही वो डॉगी स्टाइल पोज में हुई उसकी गदराए चूतड़ मेरे सामने थे. मैंने दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को कस कर फैलाते हुए दबाने लगा. इतने मुलायम और गोरे चूतड़ थे कि जबरदस्त मजा आ रहा था.
मैंने मुस्कान से बोला- तुम्हारे पास कोई तेल या क्रीम है?
वो बोली- हां है..

उसने घोड़ी बने हुए ही बिस्तर के सिरहाने रखे अपने हैंडबैग में से क्रीम की डिब्बी निकाल कर मुझे दे दी. मैंने एक उंगली में क्रीम लेकर उसकी गांड में डाल दी और उंगली को अन्दर बाहर करने लगा. इस तरह से थोड़ी ज्यादा सी क्रीम उसकी गांड के छेद पर भी लगा दी. अब मैंने अपने लंड पर भी अच्छी तरह से क्रीम लगा ली.

फिर मैंने मुस्कान की गांड पर लंड को रखा. मैं एक ही झटके में पूरा उसकी गांड में डालना चाहता था, पर अभी भी उसकी गांड थोड़ी टाइट थी इसलिए इस झटके में मेरा आधा लंड ही अन्दर गया होगा कि वो चीख पड़ी. मुस्कान को दर्द हो रहा था, वो बोल रही थी- निकालो बाहर.. बहुत दर्द हो रहा है.. तुम मेरी चूत में अपना लंड डाल लो, पर यहां से निकालो.

पर मैंने उसकी बात को अनसुना कर दिया और उसकी कमर को पकड़ कर अपने लंड को धीरे धीरे अन्दर बाहर करता रहा.

कुछ ही देर में मैं उसके दोनों चूचों को पकड़ कर दबाने लगा और गांड में लंड से चुदाई करना जारी रखी.

कुछ देर बाद मुस्कान को भी अच्छा लगने लगा. वो भी अब मेरा साथ दे रही थी. वो अपनी गांड को जोर जोर से पीछे धकेल रही थी, जिससे मुस्कान की गांड में मेरा लंड पूरा अन्दर तक चला जाता.. और जैसे ही लंड अन्दर तक जाता तो मुस्कान के मुँह से ‘आआआआह ओह्ह आह ओह..’ निकलता.

गांड चुदाई करते और करवाते हुए दोनों को ही बहुत मजा आ रहा था. मैंने मुस्कान से पूछा कि गांड की चुदाई में मजा आ रहा है?
तो मुस्कान अपने मुँह से मस्ती भरी आवाज में बोली- ओह्ह यश.. क्या बताऊँ कि कितना मजा रहा है.. तुम बस और जोर जोर से करो.. और चोदो मुझे… आह.. आह जन्नत का सुख मिल रहा है.

मैंने उसकी गोरी गोरी गांड पर थप्पड़ मारना शुरू कर दिए, जिससे मुस्कान की ‘आह्ह्ह…’ निकल जाती. कुछ ही थप्पड़ मारने के बाद उसकी गोरी गांड अब लाल हो गई थी.

मुस्कान की कमर मैंने जोर से पकड़ी और एक और जोर से धक्का दिया. ओओह.. म्म्मम्मी.. मर गईईईई.. उम्म..
मैं मुस्कान के दोनों हाथों को पकड़ कर उसकी धकापेल गांड चुदाई कर रहा था. उसकी ‘ह्ह्ह्ह ऊऊ ह्ह्ह्ह आआह..’ की आवाज निकल रही थी.

इस तरह से गांड मारने में मजा तो बहुत आ रहा था, पर इसमें संतुलन बहुत मुश्किल से बन रहा था. पर फिर भी मैं उसकी गांड चुदाई करता ही जा रहा था.

कुछ देर इस पोज़ में अब हम दोनों ही थक चुके थे. तो मैंने मुस्कान को पेट के बल लेटा दिया और अब उसके ऊपर आ गया. फिर दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को अलग अलग किया और उसकी गांड के छेद में थूक डाल कर लंड पेलने की तैयारी कर ली. मैंने अपने लंड पर भी थूक लगा लिया और फिर से उसकी गांड में अपना लंड डाल कर मुस्कान की गांड मारना चालू कर दिया.

ये पोज़ सच में अच्छा था. जब मैं उसकी गांड में धक्का मारता तो उसकी चूतड़ टकरा जाते और ठप ठप ठप की आवाज आती. मुस्कान तो बस ‘आआआआह ओह्ह.. ‘ आवाजें निकले जा रही थी.

अब मेरे नीचे मुस्कान अपनी गांड हिला हिला कर मेरा साथ दे रही थी और मैंने भी मुस्कान की ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी. इस पोज़ में भी बहुत मजा आ रहा था.

मैंने लंड पेलने की स्पीड बढ़ा दी. अब मैं जोर जोर से मुस्कान की गांड मार रहा था. मुस्कान भी बोल रही थी- ऊऊओह.. यस बेबी.. यस चोदो.. और जोर जोर से चोदो.. आह.. यश आज फाड़ दो.. मेरी गांड को चोदो.. और जोर जोर से..
मैं भी मुस्कान की चुदाई किए जा रहा था.

मेरे लंड से निकलने वाले पानी से अब मुस्कान की गांड गीली भी हो गई थी तो मेरा लंड सटासट अन्दर बाहर हो रहा था और गांड चुदाई करने में मजा आ रहा था.

ऐसे ही मैं कुछ मिनट लगातार मुस्कान की चुदाई करता रहा. मुस्कान फिर से अकड़ने लगी और अचानक झड़ने को हो गई.
मुस्कान बोली- मेरा होने वाला है.
मैंने भी अपनी चुदाई की स्पीड तेज कर दी और मैंने सारा माल उसकी गांड में ही डाल दिया, जिससे वो भी आगे से झड़ गई. मेरा लंड अभी भी उसकी गांड में ही था.

मैं अब उसके सामने लेट गया और वो वैसे ही पड़ी रही. दोनों ही इस बार थक गए थे. फिर मैंने उसे अपनी ओर खींचा औऱ कसके अपनी बांहों में जकड़ लिया. मैं उसके होंठों को किस कर रहा था.

मुस्कान नशीली आवाज में बोली- यार क्या चीज हो तुम.. तुमने तो मुझे उठने लायक भी नहीं छोड़ा.
मैंने कहा- यार अभी तो लास्ट राउंड बाकी है.
मुस्कान बोली- इसी राउंड ने तो थका दिया है.. अभी हम पहले कुछ आराम कर लें.

उसके बाद मैंने एक बार और जमके चुदाई की. हम दोनों की हालत खड़े होने की नहीं हो रही थी. मैंने मुस्कान को इतना चोदा कि उसके चेहरे पर शान्ति साफ झलक रही थी. उसकी चुदाई करने के बाद हम जैसे तैसे करके अपने अपने घर तक पहुंचे. इसके बाद मुस्कान जब तब मुझसे चुदती रही.

दोस्तो, यह थी मेरी एक और आपबीती सेक्स की कहानी, आपको कैसी लगी मेरी ये चुदाई स्टोरी.. मेल जरूर करना.
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