Tag: हिंदी एडल्ट स्टोरीज़

मेरे मामा की लड़की मेरी दिलबर-2

हम सभी 11 बजे तक वाटर फॉल पहुँच गए. पहुँचने के बाद हम एक पत्थर पर बैठ गए और मेरा दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड के साथ पानी में मस्ती करने लगा. वो दोनों पूरे भीग गए थे. जब मैंने उसकी गर्लफ्रेंड को देखा तो वह पानी में भीगकर बिल्कुल गीली हो चुकी थी. उसके छाती के […]

बहन बनी सेक्स गुलाम-3

कुछ देर में वो खाना लेकर आयी। उसने ऊपर सिर्फ पीली कलर की ब्रा पहन रखी थी. नीचे स्कर्ट जैसी कोई मॉडर्न ड्रेस थी। मैं सिर्फ शॉर्ट्स में था। उसने खाना लगाया. हमने टीवी देखते हुए खाना खाया। फिर वो मेरी गोद में आकर बैठ गयी। मुझे किस किया और मेरे सीने में अपना सिर […]

बहन बनी सेक्स गुलाम-7

वो सिसकारियां भरके मजे ले रही थी. मैं चूमते हुए नीचे आया. उसके सपाट पेट पे सबसे कामुक जगह उसकी नाभि थी. मैंने उसकी नाभि में जीभ घुमा दी. वो वासना से सिहर उठी. उसके मुँह से ‘ईस्स ऊम्म … हम्मम..’ की आवाज निकली. उसके हाथ उसके बालों में थे. वो वासना के वशीभूत होके […]

ममेरी बहन की चुदाई कहानी-1

आलिया की उम्र 24 साल थी, यानि वो मुझसे पांच साल बड़ी थी. आलिया दिखने में बहुत सुंदर, हॉट और मॉडर्न ख्यालात वाली लड़की थी. मैं और आलिया बहुत अच्छे दोस्त थे. मुझे आलिया बहुत ज्यादा पसंद थी. जब भी मुझे छुट्टियों में फ्री रहना का मौका मिलता, तब या तो मैं वहां चला जाता […]

मेरा भानजा भी है और बेटा भी

इस बार आशा ने नीरा को बताया कि उसकी सास बहुत ताने मारती है. आशा का कहना था कि बच्चा नहीं हो रहा है तो इसमें मेरा क्या दोष है? अशोक शराब पीकर आता है और सो जाता है. दस पांच दिन में कभी मेरे पास आता भी है तो नशे में होने के कारण […]

सगी बहन से निकाह करके सुहागरात-1

मेरी अम्मी, छोटी बहन ज़ेबा, बीवी शमा और खाला, इस कहानी के अहम पात्र हैं. उन सभी की प्राइवेसी का ख्याल रखते हुए मैंने अपना और बाकी सभी का नाम बदल दिया है. ताकि रिश्तेदारों और समाज में कोई गलत संदेश ना जाए. मेरा नाम परवेज़ अख़्तर है. मेरी उम्र 30 साल है. मेरे अब्बू […]

हनीमून पे वाइफ़ स्वैपिंग

पता चला कि इनके एक दोस्त की शादी हमसे एक महीना पहले हुई थी, वो भी अभी हनीमून पर नहीं गया, और एक दोस्त की शादी 10 दिन बाद थी। इन तीनों दोस्तो का प्रोग्राम था कि अपनी अपनी शादी के बाद हनीमून पर एक साथ जाएंगे। एक तो तीन दोस्तों का साथ हो जाएगा […]

जेम्स की कल्पना -3

उसके मन में आया कि इस पहले मिलन के अवसर पर भेंट करने के लिए एक फूल ले लेता तो अच्छा रहता। लेकिन क्या करता, अस्पताल से जल्दी में आना पड़ा था। कल्पना ने एक क्षण को सिर उठाया तो नजरें मिल गईं और फिर तुरंत ही झुक गईं। इस एक क्षण का मिलना और […]

जेम्स की कल्पना -2

नई नई ब्रा… फिरोजी रंग की… ‘अमान्ते’ कंपनी की अत्यंत महंगी लिंगरी! इस मौके के लिए खास खरीदी गई। पतली अर्द्धपारदर्शी जाली पर बेलबूटे का सुंदर काम… कल्पना के वक्ष उभारों पर ऐसे फिट बैठती थी मानों उन्हीं के लिए बनी हो। उसका अर्द्धचंद्राकार अंडरवायर स्तनों की जड़ में पसलियों पर चिपककर बैठ जाता था […]

जेम्स की कल्पना -1

इस बार चूँकि वह खुद कहानी की पात्र थी, इसलिए मुझे इजाजत देने में हिचक रही थी। फिर भी तीन-चार साल लग ही गए कहानी को आप तक लाने में! खैर, उम्मीद है, देर आए दुरुस्त आए। *** दरवाजा बंद हो गया। अंदर से चिटखिनी लगने की खट-खुट मेरे कानों में गूंजती रह गई… बाहर […]