Tag: सेक्सी कहानी

बॉडी मसाज के बाद चुत चुदाई

परी ने कहा- मैंने सुना है कि आप बॉडी मसाज बहुत अच्छी करते हैं. मैंने कहा- जी हां … आपने सही सुना है. मेरे क्लाइंट मुझसे बड़े खुश रहते हैं. उन्होंने कहा- आपकी उम्र क्या है? मैंने कहा- जी, अभी मैं 22 साल का हूँ. उन्होंने कहा- ठीक है … आप मेरे इसी नम्बर पर […]

मूली गाजर ले लो, खीरा ले लो

मगर एक वो बात होती है न कि बस जैसे ही शादी हुई, घर में सब की निगाहें बहू पर टिक जाती हैं कि कब इसका पेट फूले, कब ये गर्भ धारण करे। मगर शादी के तीन साल बाद भी मुझे दिन नहीं चढ़े, मेरे पैर भारी नहीं हुए तो सासु ने डॉक्टर, वैद्य, हकीम […]

मेरी बीवी ने जवान लड़के से चूत चुदाई-1

सेक्स कहानी लिखने से पहले मैं, हमारे बारे में फिर से आप लोगों को परिचित करवा देता हूँ. इससे आपको पात्रों की कल्पना करने में आसानी होगी. मेरी उम्र 31 वर्ष की है, मेरी लंबाई 5 फुट दस इंच है तथा वजन 78 किलोग्राम है. मैं देखने में एकदम गोरा तथा स्मार्ट हूँ. मेरा लंड […]

गीत मेरे होंठों पर-1

तो दोस्तो, इस कहानी की नींव तब पड़ी जब मेरी कहानी गलतफहमी का प्रकाशन अंतर्वासना पर होना शुरू हुआ था। उस कहानी को पढ़कर बहुत से लोगों ने मुझे मेल किया और कहानी के साथ ही मेरे लेखन कला की जमकर तारीफ की. लेकिन ऐसे मैसेज रोज ही और बहुतों के आने लगे, मैं ऐसे […]

सलहज जीजा भाई बहन का ग्रुप सेक्स-6

आज पहली बार संजू की गांड चुदाई हो रही थी. मैं संजू के ऊपर से हट गया और संजू से पूछा- कैसा लग रहा है? वो आंखें मूंदे ही बोली- आह … एक नया अनुभव और नया अहसास हो रहा है. नीरज पूरी स्पीड में उसकी गांड को पेले जा रहा था. आज नीरज नये […]

फ़ेसबुक वाली भाभी की जिस्म की आग-1

हर रात की तरह एक रात को मैं फ़ेसबुक पर भाभियों और आंटियों की प्रोफाइल चैक कर रहा था. प्रोफाइल चैक करते करते मैंने पांच भाभियों और आंटियों को मैसेज भेज दिया और सो गया. अगले दिन, रोज की तरह मैं कॉलेज गया और अपना रोज का काम किया. फिर जब रात हुई, तो मैंने […]

एक थी वसुंधरा-2

तत्काल वसुंधरा का हाथ मेरे हाथ पर कस गया. वसुंधरा की आँखें अभी तक बंद थी और खुद वसुंधरा अभी तक अपने अवचेतन मन के प्रभाव में थी. मैंने गौर से वसुंधरा के चेहरे की ओर देखा. वसुंधरा के नाक़ में लौंग की हीरे की कणि रह-रह कर चमक बिखेर रही थी. नाक में मौज़ूद […]

एक थी वसुंधरा-1

बहुत सारे लोग … जिन में मैं भी शामिल हूँ, अपने-अपने व्यक्तित्व के ग्रे शेड को अभिभूत करने इस साइट पर आते-जाते रहते हैं. अच्छा ही है. यह साइट समाज में प्रैशरकुकर में सेफ्टी-वॉल्व जैसा कार्य अंजाम देती है. किसी और की लिखी काम-कथा को पढ़ कर पाठक अपने उन गुप्त अहसासों को जी लिया […]

एक थी वसुंधरा-3

तो माज़रा क्या था … वसुंधरा के पहने हुए अंडर-गारमेंट्स थे कहाँ? मैंने इधर-उधर देखा तो परे कोने में पड़ी वॉशिंग-मशीन दिखी. जैसे ही मैंने वॉशिंग-मशीन का हुड उठाया, मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आ गयी. मेरा अंदाज़ा ठीक था. अंदर वसुंधरा की दो-तीन ड्रेसेस के साथ-साथ साटन के दो नाईट-सूट और उन के नीचे […]

एक थी वसुंधरा-4

“सोच समझ कर ही किया सब कुछ … राज! सारी दुनिया ने मुझ पर सितम ही ढाये पर आप तो मेरे अपने हो … हो न राज??” प्रेयसी वसुंधरा की आवाज़ वापिस मुलायम हो उठी और आँखों से मोती गिरने लगे. “क्यों … कोई शक़ है?” मैंने बात ख़त्म करने की ग़रज़ से लिफाफा बंद […]