Tag: सहेली

सहेली के यारों से चुद गई मैं-2

अब अमित ने भी बिना देर किये उसकी गांड में अपना लौड़ा घुसेड़ना शुरु किया। अमित ने थूक से पहले ही अपना लंड और अंजलि की गांड दोनों चिकनी कर लिया था तो थोड़ी ही देर में अमित का लंड अंजलि की गांड में सेट हो गया। अब अंजलि सैंडविच बनी अपनी चूत और गांड […]

मज़े की धमाचौकड़ी फ़ोरसम एन्जॉयमेंट

रूम में एंटर होते ही रॉनी ने कहा- तुम्हें थोड़ा रिलैक्स करने की ज़रूरत है। ऐसा कहकर उसने मेरे ग्रे वन पीस को अनज़िप करके उतार दिया। वो तो शर्टलेस था ही अब मैं भी सिर्फ लॉयेंज़रीज़ में थी, अचानक महक और रोमी भी रूम में आ गए, महक और मैं साथ ही रहते हैं […]

अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई -11

सविता का दर्द फिर से असहनीय हो रहा था.. पर दर्द चूत की चुदाई से नहीं.. गांड की चुदाई से हो रही थी और मैं उसके साथ चुदने को तैयार थी। दूसरी तरफ पीटर मेरी चूत में अपनी उंगली घुसेड़ कर मेरी पूरी चूत को कुरेद रहा था। मैंने अपने हाथ से नरम-गरम लंड को […]

मेरा गुप्त जीवन -51

मेरा लंड अभी भी वैसे ही खड़ा था क्योंकि ना वो कल छूटा था न वो आज अभी तक छूटा था। मैं नहीं चाहता था कि किसी लड़की के अंदर छूटा कर उसका जीवन मुसीबत में डालूँ इसलिए मैं अपने को रोक रखने की शक्ति का इस्तेमाल कर रहा था। कोकाकोला पीने के बाद हम […]

मेरा गुप्त जीवन -50

फिर रात को खाने के बाद चारों लड़कियाँ मेरे कमरे में इकट्ठी हुईं। वो अपने नाईट गाउन में थी और सभी बड़ी मादक लग रही थी। चारों ने आने के बाद सबसे पहले मुझको हॉट किस की होटों पर और अपने गोल गुंदाज़ उरोज मेरी छाती से लगाये। मैं बोला- तुम सबने सोचा है कि […]

मेरा गुप्त जीवन -49

वैसे मैं दिल ही दिल मैं बहुत खुश था कि कल रात दो की जगह चार लड़कियों की चुदाई कर दी थी मैंने। लेकिन मैंने अपना रुख कठोर बनाए रखा, मैं बोला- मेरे साथ जबरदस्ती करके आप सॉरी बोल रही हैं, उफ्फ यह क्या देख रहा हूँ मैं! खैर जाने दो। और मैं चुपचाप 4 […]

नयना और दीप्ति संग वासना का खेल -4

अब आगे.. नयना- हाँ है ना.. और इस बार तो बाज़ार में बहुत बड़ी-बड़ी ककड़ियाँ मिली हैं और आशीष वैसे भी तुम्हें तुम्हारी गाण्ड हम लोगों को जैसी लगती है ना.. तो आज हमें जो गाण्ड मराने का दर्द होता है.. वो भी तुम महसूस कर ही लो ना.. हा हा हा हा हा.. मैं- […]

दो सहेलियों को साथ में चोदा

मैंने उसे कई बार कहा कि अपनी किसी सहेली से मेरा चक्कर चलवाए लेकिन उसकी अधिकतर सभी सहेलियाँ तो दो तीन लड़कों के साथ मज़े करते थी। कालेजों में लड़कियों को लड़कों की कमी कहाँ रहती है, बुरी से बुरी लड़की को भी कोई न कोई लड़का मिल ही जाता है। यहाँ मैं रोज़ रोज़ […]

नयना और दीप्ति संग वासना का खेल -3

मैं दीप्ति के बिल्कुल पीछे था.. तो उसने एकदम से अपने सीधे हाथ में मेरी गोटियाँ पकड़ लीं और उन्हें ज़ोर-ज़ोर से मसलने लगी.. खींचने लगी। तभी नयना मेरे पीछे आ गई और उसने मेरा सिर पूरी तरह से दीप्ति की बगलों पर दबाए रखा.. मैं दर्द को सहन नहीं कर पा रहा था..और कुछ […]

मेरा गुप्त जीवन -58

दोनों मुजस्स्मा ऐ ख़ूबसूरती अगले दिन ठीक टाइम पर आ गई, उनके आते ही कम्मो ने मुझको मेरे कमरे से निकाल दिया और उन दोनों का चेकअप करने लगी। चेकअप के बाद दरवाज़ा खुला तो रानी बहुत मुस्करा रही थी और प्रेमा बेचारी उदास थी। कम्मो बोली- बधाई हो छोटे मालिक, रानी का काम तो […]