Tag: ससुर बहू की चुदाई

इत्तेफाक से जेठ बहू के तन का मिलन-4

मैंने उसको पलटा दिया, उसकी पीठ को चूमते और चाटते हुए उसकी गांड के पास पहुंच गया और उसके उभरे हुए कूल्हे को सहलाते हुए, उसको चूमते हुए मैंने एक बार फिर उसकी गांड को फैला दिया और अपनी जीभ को छुआ दिया और उसकी गांड को गीला करने लगा। एक बार फिर मैंने उसको […]

फूफा जी का बड़ा लंड दोबारा चूत में लिया

मैंने अपने सारे कपड़े उतारे और पूरी नंगी होकर फूफा जी के बिस्तर में उनके साथ जाकर लेट गयी. मैं फूफा जी के लंड को सहलाने लगी ताकि उनका लंड फिर से पहले जैसे खड़ा हो जाए. फूफा जी नींद में ही थे और मैं उनके साथ चिपक कर लेटी हुई थी. फूफा जी का […]

पुत्र वधू की सुहागरात-2

अब आगे: मैं बोला- पूजा बेटी देखो, जिस चीज़ के लिये तुम परेशान हो, वही कमी कई बार मुझे भी खलती है. अंकुश की मम्मी के जाने के बाद इतने साल से मैं भी अकेला रोज़ रात को अपने हाथ से ही काम चला रहा हूँ. अगर तुम चाहती हो कि घर इज़्ज़त बाहर ना […]

पुत्र वधू की सुहागरात-1

तो पाठको, एक अचंभित कर देने वाली कहानी पढ़ने के लिए तैयार हो जाएँ, मेरे साथ जो कुछ हुआ, शायद ही ऐसा किसी व्यक्ति के साथ हुआ हो. जब मेरी पत्नी की मृत्यु हुई तो उस समय मेरा बेटा 22 वर्ष का था। अब घर संभालने के लिए घर में कोई नारी नहीं थी और […]

साठा पे पाठा मेरे चाचा ससुर-3

दिन में चाचाजी अक्सर हाल में बैठ कर अखबार पढ़ते या कोई किताब पढ़ते थे। हाल में से मेरा बेडरूम बिल्कुल साफ दिखता था, बाथरूम से ड्रेसिंग टेबल तक सब दिखता था। मेरे दिमाग में एक विचार आया. एक दिन जब वो हाल में बैठे पढ़ रहे थे तो मैं नहाने चली गई और अच्छी […]

साठा पे पाठा मेरे चाचा ससुर-2

बेशक रजनी भी शादीशुदा थी, मगर फिर भी यार… पता नहीं नहा कर भी आती है या नहीं, गंदी सी रहने वाली, और चाचाजी उसके साथ? मैं वापिस अपने कमरे में आ गई, मैं काम की ज्वाला से धधक रही थी, सबसे पहले अपने कपड़े उतार कर बिल्कुल नंगी हो गई, फिर नंगी ही चल […]

साठा पे पाठा मेरे चाचा ससुर-4

अब आगे: कुछ देर हम एक दूसरे को बांहों में भरे लेटे रहे। फिर वो मेरे मम्मों से खेलने लगे- बहू, क्या मेरा भतीजा तुम्हें पूरी तरह से खुश नहीं कर पाता? उन्होंने मेरे निप्पल को मसलते हुये पूछा। मैंने कहा- पापा, खुश तो करते हैं, उनके प्यार में कोई कमी नहीं है, मैं उनसे […]

बहूरानी के मायके में चुदाई-3

बस यही मेरी बहूरानी का वीक पॉइंट है. चूचुक दबाते हुए उसकी जांघें चाटते ही बहू की कामाग्नि भड़क उठती है और उनकी चूत में रस की बाढ़ सी आ जाती है; यह राज मैंने उसे कई कई बार चोद कर जाना. अतः मैं उसकी दोनों नंगी जांघें किसी चटोरे की तरह लप लप करते […]

बहूरानी के मायके में चुदाई-2

कुछ ही देर में बहूरानी दो पेपर कप्स में चाय ले के आ गयी और कुर्सी डाल के मेरे पास ही बैठ के चाय सिप करने लगीं. चाय पीते हुए हमलोग शादी के सम्बन्ध में ही बातें करने लगे जैसे कि जनरल, घरेलू बातचीत होती ही है. कुछ ही देर में अदिति बहू के अंकल […]

बहूरानी के मायके में चुदाई-1

लड़की वालों ने अपना मैरिज गार्डन बुक किया हुआ था जो हमारी धर्मशाला से को डेढ़ दो किलोमीटर के फासले पर था. धर्मशाला के सामने बगीचे में एक बड़ा सा पंडाल लगाया हुआ था जिसमें कुक, शेफ यानि हलवाई द्वारा चाय, काफी, नाश्ता, लंच, डिनर इत्यादि सब बनवाने की व्यवस्था थी. जिसे जो खाना हो […]